पृथ्वी के नजदीक से एस्टरॉयड्स (asteroids) का गुजरना जारी है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने बताया है कि
आज यानी सोमवार को कम से कम 2 ‘खतरनाक' एस्टरॉयड पृथ्वी के करीब से गुजरेंगे। इनमें सबसे पहले ‘एस्टरॉयड 2022 क्यूजे50' (Asteroid 2022 QJ50) हमारे पास आ रहा है। इसका आकार 110 फीट चौड़ा है। अनुमान है कि जब यह पृथ्वी के सबसे करीब होगा, तब इसके और हमारे ग्रह के बीच की दूरी 42 लाख किलोमीटर रह जाएगी। यह एस्टरॉयड 36,684 किलोमीटर प्रति घंटे की चौंकाने वाली रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है।
जानकारी के अनुसार, ‘एस्टरॉयड 2022 क्यूजे50' हाल में पृथ्वी के करीब आए अपने बाकी साथियों से थोड़ा अलग है। यह एस्टरॉयड्स के एटेन (Aten) ग्रुप से संबंधित है। इसे सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में 334 दिन लगते हैं। इसकी सूर्य से अधिकतम दूरी 19 करोड़ किलोमीटर है और यह जब सूर्य के सबसे करीब होता है, तब दोनों के बीच दूरी 9.1 करोड़ किलोमीटर रह जाती है। पृथ्वी के लिए यह संभावित रूप से खतरनाक चट्टानी आफत है, लेकिन इसके पृथ्वी से अभी टकराने की संभावना नहीं है। हालांकि वैज्ञानिक इसे तबतक मॉनिटर करते रहेंगे, जबतक यह हमसे बहुत दूर नहीं चला जाता।
ज्यादातर एस्टरॉयड्स को NEOWISE प्रोजेक्ट की मदद से देखा जाता है। कोई एस्टरॉयड कब पृथ्वी के दोबारा करीब आएगी, यह समझने के लिए नासा NEOWISE प्रोजेक्ट के डेटा को इस्तेमाल करता है। एस्टरॉयड्स को लघु ग्रह भी कहा जाता है। जैसे हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते हैं, उसी तरह एस्टरॉयड भी सूर्य की परिक्रमा करते हैं। लगभग 4.6 अरब साल पहले हमारे सौर मंडल के शुरुआती गठन से बचे हुए चट्टानी अवशेष हैं एस्टरॉयड। वैज्ञानिक अभी तक 11 लाख 13 हजार 527 एस्टरॉयड का पता लगा चुके हैं।
वहीं, बात करें आज गुजरने वाले एक अन्य एस्टरॉयड की, तो एस्टरॉयड 2022 SF, हमारे ग्रह के नजदीक आएगा। 80 फीट साइज का यह एस्टरॉयड एक एयरप्लेन के साइज का है। यह हमारे ग्रह से 55 लाख किलोमीटर से ज्यादा दूर होगा। पृथ्वी को इससे ना के बराबर खतरा है। ज्यादातर एस्टरॉयड एक मुख्य एस्टरॉयड बेल्ट में पाए जाते हैं, जो मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच है। इनका साइज 10 मीटर से 530 किलोमीटर तक हो सकता है। अबतक खोजे गए सभी एस्टरॉयड का कुल द्रव्यमान पृथ्वी के चंद्रमा से कम है।