माइक्रोसॉफ्ट ने बुधवार को ऐलान किया कि दुनिया भर में 27 करोड़ लोग विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हैं। दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्माता कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने आठ महीने पहले विंडोज 10 लॉन्च किया था।
सैन फ्रांसिस्को में
माइक्रोसॉफ्ट की डेवलेपर्स के लिए शुरू हुई वार्षिक बैठक में कंपनी ने यह आंकड़ा जारी किया। विंडोज 8 की नाकामी के बाद ये आंकड़े निश्चित तौर पर विंडोज 10 को मिली भारी सफलता को पेश करते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट की योजना मोबाइल की दुनिया में भी जमे रहना का है जहां एमेज़न इनक्लूसिव, ऐप्पल और ऐल्फाबेल इन्क्लूसिव का ज्यादा ग्राहकों और डेवलेपर पर कब्जा है।
पिछले साल
जुलाई में लॉन्च हुए विंडोज 10 की भारी सफलता की एक बड़ी वजह है कि पहले एक साल के लिए इसे हर यूजर मुफ्त डाउनलोड कर सकता है। एंटरप्राइज ग्राहकों को विंडोज 10 के लिए पैसे चुकाने होते हैं।
कंपनी ने यह भी घोषणा की कि आने वाली गर्मियों में रिलीज किया जाने वाला विंडोज 10 का एनिवर्सरी अपग्रेड भी यूजर के लिए मुफ्त होगा।
कंपनी ने कहा कि लॉन्च से पहले कंपनी का लक्ष्य था कि कुछ ही सालों में 100 करोड़ डिवाइस विंडोज 10 से लैस हों।
हालांकि, कंपनी ने अभी तक विंडोज 10 पर चलने वाली डिवाइस के प्रकार के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। पर्सनल कम्प्यूटर बाजार में आज भी माइक्रोसॉफ्ट का दबदबा है लेकिन स्मार्टफोन बाजार में इसकी पकड़ बहुत कम है।
टेक्नोलॉजी रिसर्च फर्म आईडीसी के मुताबिक इस साल ग्लोबल मार्केट में विंडोज फोन की हिस्सेदारी सिर्फ 1.6 प्रतिशत होगी। वहीं गूगल के एंड्रॉयड का 83 प्रतिशत और ऐप्पल के आईओएस का 15 प्रतिशत बाजार पर कब्जा रहेगा।
माइक्रोसॉफ्ट की सबसे बड़ी समस्या उसके ऐप हैं जिससे विंडोज मोबाइल डिवाइस एंड्रॉयड और आईओएस से पिछड़ जाते हैं। ग्राहकों को लुभाने में विंडोज मोबाइल डिवाइस नाकाम रहती हैं।