चीन की टेक दिग्गज कंपनी Xiaomi भारत में छंटनी करने जा रही है। Xiaomi India अपने वर्कफोर्स को घटाने जा रही है। भारत में कंपनी के पास डेढ़ हजार लोगों का वर्कफोर्स है। अब इसे घटाकर 1000 तक करने का विचार कंपनी कर रही है। हालिया मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया था कि कंपनी का मार्केट शेयर भारत में पिछली दो तिमाहियों में गिरा है। इसी का असर छंटनी के रूप में देखा जा रहा है। खबर है कि Xiaomi India से पिछले कुछ हफ्तों में 30 के लगभग लोगों को पहले ही निकाला जा चुका है।
आर्थिक मंदी के चलते पिछले कुछ महीनों में लाखों की संख्या में दुनियाभर में
छंटनीं सामने आई हैं। भारत में भी Xiaomi India छंटनी करने जा रही है। ET के
अनुसार, मोबाइल मार्केट शेयर गिरने के चलते कंपनी ने छंटनी करने की बात कही है। वर्कफोर्स को घटाकर 1000 तक लाया जाएगा जो कि अब तक 1400-1500 के करीब बताया जा रहा है। पब्लिकेशन के हवाले से कंपनी ने कहा है कि वर्कफोर्स को घटाने का फैसला मार्केट में कंपनी की स्थिति के आधार पर लिया जाता है। साथ ही आने वाले समय में कंपनी के प्रोजेक्ट्स पर भी ये काफी हद तक निर्भर करता है।
Xiaomi India ने कहा है कि वह भर्तियां भी करती रहेगी लेकिन जब, जहां, जितनी जरूरत होगी, यह उसी के हिसाब से तय होगा। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि ये छंटनियां एकदम से नहीं की जाएंगी। मैनेजमेंट टीम इसके लिए पहचान करेगी कि किस कर्मचारी की परफॉर्मेंस कंपनी की जरूरतों के मुताबिक खरी नहीं उतर पा रही है, तभी किसी कर्मचारी को हटाने का फैसला लिया जाएगा। वहीं, कई कर्माचारियों ने इस बात को लेकर आवाज उठाई है कि कंपनी का मार्केट शेयर उसके अंदरूनी संगठन संबंधित मुद्दों के कारण गिर रहा है।
Xiaomi के पूर्व ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट
मनु कुमार जैन ने साल की शुरुआत में कंपनी से इस्तीफा दे दिया था। मनु कुमार जैन पिछले 9 सालों से कंपनी के लिए काम कर रहे थे। काउंटरपॉइंट डेटा के अनुसार, 6 महीने पहले कंपनी की पोजीशन भारत में नम्बर 1 पर थी जो कि अब लुढ़क कर तीसरे नम्बर पर आ गई है। आंकड़े बताते हैं कि 2022 की तीसरी तिमाही तक शओमी इंडिया का मार्केट शेयर 21 प्रतिशत था, जिसके बाद Samsung का 19 प्रतिशत, और Vivo का 14 प्रतिशत था। लेकिन पिछले 6 महीनों में Samsung ने आगे निकलते हुए 20 प्रतिशत का मार्केट शेयर हासिल किया। जबकि Xiaomi नुकसान खाते हए 18 प्रतिशत पर आ गई। पिछली तिमाही में यह घटकर अब 17 प्रतिशत ही रह गया है।