सैमसंग (Samsung) इलेक्ट्रॉनिक्स को कंपनी के मोर्चे पर चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। कंपनी को 50 साल में पहली बार लेबर हड़ताल देखनी पड़ सकती है। श्रमिक संघों के साथ वेतन वार्ता टूट गई है, जिसकी वजह से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं। कई महीनों की बातचीत के बाद लेबर यूनियन के प्रतिनिधियों ने कोरिया के नेशनल लेबर रिलेशन कमीशन (NLRC) से मध्यस्थता के लिए कहा है। यह श्रम मंत्रालय के तहत आने वाली सरकारी एजेंसी है। समझौते पर पहुंचने के लिए सैमसंग के पास 10 दिनों का समयहै। अगर इसका पालन नहीं किया जाता है तो सैमसंग के कई बिजनेसेज जैसे- सेमीकंडक्टर चिप्स और इलेक्ट्रॉनिक्स में हड़ताल की जा सकती है।
Korea Herald के
मुताबिक, इन हालात ने साउथ कोरियाई सैमसंग को कठिन जगह पर खड़ा कर दिया है। कंपनी पहले से ही सेमीकंडक्टर की कमी से प्रभावित है। इसके कारण इन्वेंट्री और शिपिंग में देरी हुई है। उदाहरण के लिए कंपनी की अपकमिंग गैलेक्सी S22 सीरीज की डिलीवरी कुछ हफ्ते आगे बढ़ा दी गई है।
नेशनल सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स लेबर यूनियन (NSELU) ने एक बयान में कहा है कि अबतक 15 दौर की बातचीत (सैमसंग के साथ) हुई है। प्रबंधन ने एकतरफा तरीके से बातचीत करके प्रगति में देरी की है।
NSELU में वर्तमान में 4500 मेंबर हैं। NSELU और सैमसंग के बीच अक्टूबर में बातचीत शुरू हुई थी। लेबर यूनियन वेतन बढ़ोतरी, COVID-19 मुआवजा और स्पेशल लीव ऑप्शंस जैसे मुद्दों पर बातचीत कर रही है। सैमसंग ने मार्च में एक ड्राफ्ट एग्रीमेंट के तहत 7.5 प्रतिशत तक वेतन बढ़ोतरी का सुझाव दिया था। इसमें 4.5 प्रतिशत मूल वेतन बढ़ोतरी थी। लेकिन लेबर यूनियंस ने इसे नहीं माना।
NSELU ने कहा है कि वह नेशनल लेबर रिलेशन कमीशन में मध्यस्थता दायर कर रहे हैं, क्योंकि उसके और सैमसंग के बीच अब बातचीत आगे नहीं बढ़ेगी। भविष्य में बातचीत की दिशा सैमसंग की इच्छा पर निर्भर करेगी।
अगर सैमसंग को लेबर हड़ताल का सामना करना पड़ा, तो इससे उसके अपकमिंग लॉन्च पर भी असर होगा। गैलेक्सी S22 सीरीज की डिलीवरी पहले ही आगे बढ़ चुकी है। टिप्सटर और यूट्यूबर Jon Prosser ने अपने ट्वीट में इसका दावा किया है। फ्लैगशिप डिवाइस की प्री-बुकिंग लॉन्च इवेंट वाले दिन 9 फरवरी से शुरू हो जाएगी। इसमें Samsung Galaxy S22 Ultra स्मार्टफोन 25 फरवरी से खरीद के लिए उपलब्ध होंगे, जबकि Samsung Galaxy S22 और Samsung Galaxy S22+ स्मार्टफोन की उपलब्धता को आगे बढ़ाकर 11 मार्च कर दिया गया है।