Oppo ने बुधवार को अपनी अंडर-स्क्रीन कैमरा (USC) टेक्नोलॉजी से पर्दा उठा दिया है। इस तकनीक का उद्देश्य आगामी Oppo स्मार्टफोन में फुल-स्क्रीन एक्सपीरियंस प्रदान करना है। MWC Shanghai 2019 में प्रोटोटाइप को दिखाया गया है, ओप्पो ने बताया कि यह तकनीक कस्टमाइज़ कैमरा मॉड्यूल के साथ काम करती है जिसे एन्हांस्ड ट्रांसपैरेंट पैनल मैटेरियल के नीचे जगह मिलेगी। इतना ही नहीं, Oppo ने अपनी मेशटॉक तकनीक को भी पेश किया है जो वाई-फाई या सेल्युलर नेटवर्क के बिना भी वॉयस कॉलिंग और मैसेजिंग को ऐनेबल करती है।
Oppo का दावा है कि यूज़र को सेल्फी खींचने, फेस अनलॉक और वीडियो कॉलिंग के साथ इमर्सिव स्क्रीन व्यूइंग अनुभव मिलेगा। कंपनी ने कस्टमाइज़ कैमरा मॉड्यूल तैयार किया है जिसे लेकर ऐसा दावा किया गया है कि यह जोनिंग कंट्रोल फीचर की मदद से ज्यादा लाइट को कैप्चर करता है। ओप्पो ने हेज़ल को हटाने, एचडीआर और अंडर-डिस्प्ले कैमरा सेंसर पर तस्वीर की क्वालिटी समस्या के लिए व्हाइट बैलेंस का इस्तेमाल किया है।
ओप्पो का कहना कि यह तकनीक "कंप्लीट फोटोग्राफी अनुभव" देगी। भविष्य में यह स्मार्ट ब्यूटी मोड और फोटो फिल्टर जैसे फीचर्स का सपोर्ट करेगा। इसके अलावा Oppo ने मेशटॉक (MeshTalk) टेक्नोलॉजी को भी पेश किया है, यह तकनीक तीन किलोमीटर के रेंज़ में बिना किसी सेल्युलर नेटवर्क और वाई-फाई का उपयोग किए भी कम्युनिकेशन को ऐनेबल करती है।
Oppo ने मेशटॉक टेक्नोलॉजी के लिए कम्युनिकेशन चिपसेट को कस्टमाइज़ किया है। कमर्शियल डिवाइस में अंडर-स्क्रीन कैमरा (USC) टेक्नोलॉजी और मेशटॉक (MeshTalk) तकनीक कब तक आ जाएगी फिलहाल इस बारे में कोई भी सटीक जानकारी सामने नहीं आई है।