फिनलैंड स्थित एचएमडी ग्लोबल कंपनी जल्द एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले नोकिया ब्रांड के स्मार्टफोन मार्केट में उतारेगी। ऐसा दावा एक रिपोर्ट में किया गया है। लीक हुई जानकारियों से पता चला है कि ये स्मार्टफोन 5.2 इंच और 5.5 इंच के डिस्प्ले से लैस होंगे। इनके स्क्रीन क्वाड-एचडी रिज़ॉल्यूशन वाले होंगे और ये आईपी68 सर्टिफिकेशन के साथ आएंगे। इसका मतलब है कि दोनों ही नोकिया स्मार्टफोन वाटर और डस्ट रेसिस्टेंट होंगे।
गिज़्मो चाइना की रिपोर्ट के मुताबिक, इन फोन में स्नैपड्रैगन 820 चिपसेट का इस्तेमाल किया गया है। दोनों ही फोन एंड्रॉयड 7.0 नॉगट पर आधारित ज़ेड लॉन्च सिस्टम यूआई पर चलेंगे।
खुलासा किया गया है कि दोनों ही फोन फुल-मेटल बॉडी वाले होंगे। नोकिया पावर यूज़र की
रिपोर्ट में इन दोनों फोन में ओलेड स्क्रीन होने का दावा किया गया है। फोन में फिंगरप्रिंट स्कैनर और एंड्रॉयड 7.0 नॉगट होने की भी जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है, "दोनों ही फोन के सेंसर बेहद ही तेज होंगे। यह नोकिया द्वारा ग्राफीन मेटेरियल पर किए गए रिसर्च पर आधारित होंगे।"
नोकिया पावर यूज़र ने बताया है कि इन दोनों ही स्मार्टफोन को 2016 के अंत तक आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया जाएगा। लेकिन यह भी कहा कि लॉन्च की तारीख टेस्टिंग और डेवलपमेंट पर निर्भर है। संभव है कि फोन को 2017 की पहली तिमाही में पेश किया जाए।
याद रहे कि इस साल मई महीने में नोकिया ने हाल ही में गठित एचएमडी ग्लोबल कंपनी को नोकिया ब्रांड के स्मार्टफोन और टैबलेट बनाने के लिए 10 साल का
लाइसेंस देने की जानकारी दी थी।
1998 और 2011 के बीच तक नोकिया दुनिया की सबसे टॉप मोबाइल फोन निर्माता थी। लेकिन स्मार्टफोन बाजार में हुई तेजी से बढ़त में नोकिया अपनी प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया की कंपनी सैमसंग से पिछड़ गई।
2011 में कंपनी ने विंडोज मोबाइल प्लेटफॉर्म का चुनाव किया लेकिन यहां भी कंपनी को असफलता ही हाथ लगी। फिनलैंड की इस कंपनी ने 2014 में करीब 7.2 बिलियन डॉलर में अपने हैंसेट यूनिट को माइक्रोसॉफ्ट को बेच दिया था। इसके बाद माइक्रोसॉफ्ट ने स्मार्टफोन में नोकिया की जगह लूमिया नाम का इस्तेमाल किया।