लेनोवो बेहद ही तेजी से दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी बनने के कगार पर पहुंच गई है। अलग-अलग मार्केट में अपनी उपस्थिति मजबूत करने के इरादे से कंपनी ने मोटोरोला और मीडियन जैसी कंपनियों को खरीदा भी है। इन सबके अलावा कंपनी अपने प्रोडक्ट ऑनलाइन ऑनली ज़ूक ब्रांड के तहत भी बेचती है।
लेनोवो ने गैजेट्स 360 को बताया था कि वह भारत में अपने सारे सब-ब्रांड को लेनोवो परिवार के तौर पर पेश करना चाहती है। लेनोवो ज़ेड2 प्लस इसी दिशा में एक कोशिश है। ज़ूक ब्रांड का प्रोडक्ट होने के बावजूद इसे भारत में लेनोवो के नाम पर ही बेचा जा रहा है। कंपनी ने इस डिवाइस की मार्केटिंग क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 820 प्रोसेसर से लैस एक किफायती हैंडसेट के तौर पर की है। इसकी कीमत 20,000 रुपये से कम रखी गई है। क्या ज़ेड2 प्लस में अपने से ज्यादा महंगे फ्लैगशिप हैंडसेट को चुनौती देनी वाली बात है? आइए हम रिव्यू के जरिए जानते हैं।
लेनोवो ज़ेड2 प्लस लुक और डिज़ाइनलेनोवो ज़कू ज़ेड1 (
रिव्यू) में कंपनी ने 5.5 इंच के डिस्प्ले का इस्तेमाल किया था, जबकि कंपनी ने ज़ेड2 प्लस में 5 इंच का स्क्रीन दिया है। यह उन लोगों को लुभाएगा जो पावर और क्वालिटी तो चाहते हैं, लेकिन उन्हें फैबलेट वाले स्क्रीन से दिक्कत है।
ज़ेड2 प्लस स्लिम प्रोफाइल वाला हैंडसेट है और वज़न भी मात्र 150 ग्राम है। फोन की बनावट ऐसी है कि यह दिखने में
आईफोन एसई (
रिव्यू) जैसा लगाता है। इस फोन में आम हो चले मेटल बॉडी की जगह फाइबरग्लास फ्रेम का इस्तेमाल किया गया है, ताकि वज़न कम रहे। और मजबूती देने के लिए मौजूद है मैग्निश्यिम का एलॉय रोल केज। फोन का पिछला हिस्सा पूरी तरह से ग्लास का है, यह दिखने में अच्छा है और हाथों को एहसास भी बेहतरीन देता है। अफसोस की बात यह है कि इस पर ऊंगलियों के निशान बेहद ही तेजी से पड़ते हैं।
लेनोवो ज़ेड2 प्लस स्मार्टफोन व्हाइट और ब्लैक कलर में उपलब्ध है। हमारा रिव्यू यूनिट ब्लैक कलर का था और यह दिखने में सफेद वाले से बेहतर लगता है। आपको ज़ूक की ब्रांडिंग नज़र नहीं आएगी, पिछले हिस्से पर सिर्फ लेनोवो का लोगो नज़र आएगा। जैसा कि हमने पहला कहा था कि आप को ग्लास बैक पैनल को बार-बार साफ करना होगा।
फोन की दायीं तरफ पावर और वॉल्यूम बटन हैं। इसके साथ सिम ट्रे की भी जगह दी गई है। फोन में डुअल सिम स्लॉट मौजूद हैं जिसमें आप दो नैनो सिम इस्तेमाल कर पाएंगे। स्टोरेज बढ़ाई नहीं जा सकती है। फोन के निचले हिस्से में स्पीकर ग्रिल, 3.5 एमएम जैक और यूएसबी टाइप-सी पोर्ट मौजूद हैं। 3500 एमएएच की बैटरी यूज़र द्वारा नहीं हटाई जा सकती है। फ्रंट पैनल पर कई फंक्शन के लिए एक होम बटन दिया गया है जो फिंगरप्रिंट सेंसर का भी काम करता है। स्क्रीन फोन के फ्रंट पैनल के 70 फीसदी हिस्से में मौजूद है।
ज़ूक ज़ेड1 की तुलना में इसमें फिंगरप्रिंट सेंसर को बेहतर किया गया है। तेज होने के साथ यह ज़्यादा सटीक भी है। यह फोन के स्टैंडबाय मोड में भी होने पर भी काम करता है। आप 5 फिंगरप्रिंट स्टोर कर पाएंगे। फोन को अनलॉक करना आसान है। हालांकि, यह अब भी
वनप्लस 3 (
रिव्यू) जितना तेज नहीं है। लेनोवो का कहना है कि समय के साथ इसकी फिंगरप्रिंट पहचानने की क्षमता और सटीक हो जाएगी। यह एक फिज़िकल बटन है जो टच और गैसचर को भी पहचान सकता है।
लेनोवो ने इस बटन की क्षमता को इस्तेमाल करके यूज़र इंटरफेस से इंटरेक्ट करने के तरीके को पूरी तरह से बदल डाला है। बटन पर टैप का मतलब बैक और नीचे की तरफ दबाव डालने पर यह आपको होम स्क्रीन पर ले जाएगा। दायीं और बायीं तरफ स्वाइप करना, दो बार क्लिक और लंबे समय तक बटन दबाएं रखने पर अलग-अलग एक्शन परफॉर्म करना संभव है। इसे सेटिंग्स ऐप के जरिए बदला जा सकता है। कंपनी ने जो बदलाव किए हैं वे हमें पसंद आए। अगर यह आपको पसंद नहीं आता है तो सेटिंग्स में जाकर पुराने ऑन-स्क्रीन बटन को एक्टिवेट किया जा सकता है।
लेनोवो ज़ेड2 प्लस में 5 इंच का फुल-एचडी एलटीपीएस एलसीडी स्क्रीन है। इसकी पिक्सल डेनसिटी 441 पीपीआई है। यह शार्प, साफ-सुथरा और ब्राइट स्क्रीन है। अधिकतम ब्राइटनेस में सूरज की रोशनी में भी स्क्रीन पर पढ़ पाने में दिक्कत नहीं होती। हालांकि, हमने पाया कि फोन की एडेपटिव ब्राइटनेस सेटिंग्स ने कई बार काम नहीं किया। हमें बार-बार सेटिंग्स में जाकर ब्राइटनेस को मैनुअली ठीक करना पड़ रहा था। हमें लगा कि कंपनी द्वारा दिए गए मैटे स्क्रीन गार्ड के कारण स्क्रीन की क्वालिटी निखर कर नहीं आ रही थी।
कुल मिलाकर फोन का स्क्रीन अच्छा है। लेकिन यह कई अन्य फ्लैगशिप एंड्रॉयड स्मार्टफोन के स्क्रीन की तरह शानदार नहीं है।
लेनोवो ज़ेड2 प्लस स्पेसिफिकेशनक्वालकॉम के पावरफुल स्नैपड्रैगन 820 चिपसेट का इस्तेमाल इस साल कई फ्लैगशिप फोन में किया जा चुका है। जिनमें
शाओमी मी 5 (
रिव्यू),
वनप्लस 3 (
रिव्यू) और
लेईको ले मैक्स 2 (
रिव्यू) शामिल हैं। अब स्नैपड्रैगन 821 कंपनी का फ्लैगशिप प्रोसेसर है, लेकिन 820 अब भी बेहद ही पावरफुल और सक्षम प्रोसेसर है। इसका फायदा लेनोवो ज़ेड2 प्लस को मिलता है।
लेनोवो ज़ेड2 प्लस के दो वेरिएंट भारत में उपलब्ध हैं। किफायती वेरिएंट 17,999 रुपये का है जो 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज से लैस है। वहीं, 19,999 रुपये में 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वाला वर्ज़न मिल रहा है। वैसे, हम आपको 4 जीबी रैम/64 जीबी स्टोरेज वाला वेरिएंट खरीदने का सुझाव देंगे। क्योंकि फोन में माइक्रोएसडी कार्ड के लिए सपोर्ट नहीं मौजूद है, ऐसे में आपको कभी भी स्टोरेज की कमी महसूस हो सकती है।
फोन वाई-फाई ए/बी/जी/एन/एसी कनेक्टिविटी, ब्लूटूथ 4.1 और यूएसबी 2.0 टाइप-सी कनेक्टर को सपोर्ट करेगा। कंपनी ने फोन के साथ 10 वॉट का चार्जर दिया है जो हमें निराश करता है। हालांकि, फोन की चार्ज़िंग बहुत धीमी नहीं है। लेकिन, क्विक चार्ज़िंग वाली बात तो नहीं ही है।
लेनोवो ज़ेड2 प्लस सॉफ्टवेयरज़ूक ज़ेड1 में सायनोजेनओएस का इस्तेमाल किया गया था। वहीं, ज़ेड2 प्लस कस्टम बिल्ट ज़ेडयूआई के साथ आता है जो बहुत हद तक गूगल नाउ लॉन्चर जैसा है। होम स्क्रीन, विजेट और ऐप ड्रॉअर जैसे पहलू स्टॉक गूगल का एहसास देते हैं।
इंटरफेस और सॉफ्टवेयर में आपको सायनोजेन ओएस जैसा कस्टमाइजेशनविकल्प नहीं मिलेगा। कस्टमाइजेशन को सेटिंग्स ऐप के जरिए नियंत्रित किया जा सकता है। हालांकि, इंटरफेस में पॉलिशिंग की थोड़ी कमी है। कुछ जगहों पर व्याकरण और शब्दों की वर्तनी की गलतियों से हमारा सामना हुआ। चौंकाने वाली बात है कि हमें कैमरे की सेटिंग्स भी आम सेटिंग्स ऐप में मिली। हालांकि, यहां तक कैमरा ऐप के जरिए भी पहुंचा जा सकता है।
ज़ेड2 प्लस एंड्रॉयड 6.0.1 पर चलता है। उम्मीद है कि कंपनी लगातार इस डिवाइस के लिए सिक्योरिटी पैच जारी करती रहेगी। फिलहाल, इस हैंडसेट को एंड्रॉयड 7.0 नूगा का अपडेट मिलने की जानकारी भी नहीं मिल पाई है।
लेनोवो ज़ेड2 प्लस कैमरालेनोवो ज़ेड2 प्लस में 13 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा है। इसके साथ सिंगल-टोन एलईडी फ्लैश मौजूद है। हैंडसेट का फ्रंट कैमरा 8 मेगापिक्सल का है। रियर कैमरे से आप 4के रिज़ॉल्यूशन के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। वहीं, फ्रंट कैमरा 1080 पिक्सल रिजॉल्यूशन के वीडियो रिकॉर्ड करने में सक्षम है।
कैमरा ऐप में सारे आम मोड मौजूद हैं जिनमें पनोरमा, टाइम लैप्स और स्लो मोशन वीडियो शामिल हैं। इसके अलावा सेटिंग्स ऐप में आपको बेसिक फिल्टर मिल जाएंगे। वीडियो मोड, कैमरा स्विचर, फ्लैश, एचडीआर और गैलरी के लिए शॉर्टकट आइकन दिए गए हैं। सेटिंग्स मेन्यू से आप रिज़ॉल्यूशन कंट्रोल कर पाएंगे। गौर करने वाली बात है कि स्लो मोशन फ्रेम रेट में तीन विकल्प हैं। इसमें 960 फ्रेम प्रति सेकेंड मोड भी शामिल है।
960 फ्रेम प्रति सेकेंड मोड के बारे में रिसर्च करने के बाद हमने पाया कि यह प्रोसेसिंग का खेल है। वाकई फ्रेमरेट 120 फ्रेम प्रति सेकेंड है और रिज़ॉल्यूशन 720 पिक्सल। फोन अपने आप ही प्लेबैक को और धीमा करके ज्याद फ्रेमरेट का एहसास देता है। 960 एफपीएस या 240 एफपीएस फ्रेमरेट पर शूट किए गए वीडियो सही मायने में स्लोमोशन नहीं हैं। फ्रेम के बीच कमी साफ नज़र आ जाती है। बेहतर होगा कि आप 120 फ्रेम प्रति सेकेंड की फ्रेमरेट में ही शूट करें। ज़ेड2 प्लस इस विभाग में अन्य फोन से बहुत आगे नहीं है।
आपको आम वीडियो को 2160 पिक्सल में शूट करने का विकल्प मिलेगा। इस मोड में आपको ज्यादा शार्प और डिटेल वाले क्लिप मिलेंगे। हालांकि, इस रिजॉल्यूशन में शूट करने पर फोन थोड़ा गर्म हो जाता है और बैटरी बेहद ही तेजी से खत्म होती है। 1080 पिक्सल पर भी वीडियो ठीक-ठाक आते हैं।
लेनोवो ज़ेड2 प्लस से फोटोग्राफी करना थोड़ा निराशजनक रहा। फोटो कहीं से खराब नहीं हैं, लेकिन यह फ्लैगशिप हैंडसेट की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरते। कैमरे की परफॉर्मेंस किसी आम मिड रेंज डिवाइस जैसी है। कलर्स थोड़े डल हैं। डार्क एरिया में आपको ग्रेन नज़र आएंगे। उपयुक्त रोशनी नहीं रहने पर तस्वीरें ले पाना आसान नहीं है। ज़ेड2 प्लस स्मार्टफोन का कैमरा कभी-कभार तस्वीरें लेने के लिए ठीक है। अगर आप बहुत ज्यादा तस्वीरें लेना पसंद करते हैं तो यह फोन आपके लिए नहीं है।
लेनोवो ज़ेड2 प्लस परफॉर्मेंसलेनोवो ज़ेड2 प्लस की परफॉर्मेंस उम्मीद के मुताबिक अच्छी है। और इसका श्रेय क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 820 प्रोसेसर को जाता है। हमारे रिव्यू यूनिट में 4 जीबी रैम था जो इस वक्त पर जरूरत से ज्यादा है। दूसरे वेरिएंट में 3 जीबी रैम है। वह भी पूरी तरह से सक्षम साबित होगा। गेम खेलने और ऐप्स के बीच स्विच करने में कोई दिक्कत नहीं होती। इसके पीछे सक्षम सॉफ्टवेयर का भी हाथ है। हालांकि, हमें ज्यादा पावरफुल ग्राफिक्स वाले गेम खेलने के दौरान फोन के थोड़े गर्म होने की शिकायत मिली। इस वजह से बैटरी की खपत ज्यादा तेजी से हुई। इस हैंडसेट के बेंचमार्क नतीजे अच्छे आए। स्नैपड्रैगन 820 प्रोसेसर को ध्यान में रखते हुए हमें ऐसे ही नतीजों की उम्मीद थी।
लेनोवो ज़ूड2 प्लस की बैटरी हमारे वीडियो लूप टेस्ट में 16 घंटे 40 मिनट तक चली। आम इस्तेमाल में यह एक दिन तक चल जाएगी जो हैंडसेट के हार्डवेयर स्पेसिफिकेशन को देखते हुए बेहतरीन है। वाई-फाई, सेल्युलर कनेक्टिविटी और वॉयस कॉल की क्वालिटी अच्छी थी। हालांकि, फोन के स्पीकर बहुत अच्छे नहीं हैं। इससे ऊंची आवाज की उम्मीद नहीं कर सकते।
हमारा फैसलाबजट और मिड रेंज सेगमेंट में मोबाइल फोन की बाढ़-सी आ जाने के बाद कंपनियों की कोशिश मिड रेंज वाली कीमत में ही हाई-एंड स्पेसिफिकेशन वाले फोन पेश करने की है। परफॉर्मेंस के मामले में लेनोवो ज़ेड2 प्लस किसी भी फ्लैगशिप डिवाइस को चुनौती देने में सक्षम है।
लेनोवो ज़ेड2 प्लस भले ही सबसे लुभावना फ्लैगशिप फोन नहीं है, लेकिन इसकी सबसे अहम खासियत कीमत है। 17,999 रुपये में यह फोन आपको किफायती दाम में बेहतरीन क्वालिटी देने का वादा करता है। 19,999 रुपये वाला वेरिएंट भी इस तरह के ही स्पेसिफिकेशन वाले अन्य फ्लैगशिप डिवाइस से सस्ता है। इस कारण से हमारे लिए आपको इस फोन का खऱीदने का सुझाव देना आसान है।
लेनोवो ज़ेड2 प्लस मिड रेंज की कीमत में फ्लैगशिप परफॉर्मेंस और क्वालिटी मिलती है। अगर कैमरा क्वालिटी आपके लिए सबसे अहम नहीं है तो यह फोन आपके लिए है।