दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन बनाने वाली नोएडा की विवादित कंपनी रिंगिंग बेल्स ने वादा किया है कि वह पहले दिन फ्रीडम 251 स्मार्टफोन की बुकिंग कराने वाले 30 हजार ग्राहकों के पैसे वापस करेगी।
रिंगिंग बेल्स ने सोमवार को कहा कि इन ग्राहकों के पैसे इस हफ्ते तक उनके अकाउंट में वापस कर दिये जाएंगे।
कंपनी के अध्यक्ष अशोक चड्ढा के मुताबिक, ग्राहकों का पैसा सुरक्षित है और इसे बैंक में रखा गया है। पैसा इस हफ्ते तक एक-एक अकाउंट में पहुंच जाएगा।
(यह भी पढ़ें:
फ्रीडम 251 बनाने वाली रिंगिंग बेल्स पर लगा धोखाधड़ी का आरोप)
चड्ढा ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, ''सीसीएवेन्यू और पेयूबिज़ गेटवे से जो पैसा लिया गया था। हमने बैंक को पिछले हफ्ते ही चिट्ठी लिख दी है। पैसे लौटाने की प्रक्रिया चल रही है और इसमें थोड़ा समय लग रहा है। मुझे उम्मीद है कि इस हफ्ते के अंत तक लोगों के अकाउंट में पैसा वापस पहुंच जाएगा। ''
(यह भी पढ़ें:
फ्रीडम 251 स्मार्टफोन 'इस सदी का सबसे बड़ा घोटाला': कांग्रेस सांसद)
बता दें कि रिंगिंग बेल्स ने प्री-बुकिंग के
पहले दिन 30 हजार लोगों के ऑर्डर लिये थे। कंपनी ने कहा था कि उनके पास कुल 7 करोड़ से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए हैं। कंपनी पहले 25 लाख हैंडसेट बेचने के लिए पहले आओ- पहले पाओ के आधार पर यूजर का चुनाव करेगी।
कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर मोहित गोयल ने भी भरोसा दिया कि सभी 30 हजार ग्राहकों का पैसा सुरक्षित है और इसे लौटाया जा रहा है। कंपनी अब सिर्फ सीओडी (कैश ऑन डिलीवरी) के जरिये ही पैसे लेगी।
कंपनी अध्यक्ष अशोक चड्ढा की आईएएनएस से हुई बातचीत के मुताबिक, ''
फ्रीडम 251 खरीदने वाले ग्राहकों को हैंडसेट मिलने के बाद ही पैसे देने की जरूरत होगी। कंपनी ने फैसला किया है कि जिन लोगों ने फ्रीडम 251 स्मार्टफोन का ऑर्डर दिया है कंपनी उनसे 'कैश ऑन डिलीवरी' मोड के जरिये ही पेमेंट लेगी। इससे किसी भी तरह की गलतफहमी नहीं होगी और पूरी पारदर्शिता भी रहेगी। कंपनी जल्दी ही लोगों से बातचीत भी करेगी। ''
(
फ्रीडम 251: अब तक 30,000 स्मार्टफोन बिके, 25 लाख स्मार्टफोन के कंपोनेंट किये जाएंगे इंपोर्ट )
इससे पहले कंपनी ने 30 जून तक पहले चरण में 25 लाख हैंडसेट देने का वादा किया है। चड्ढा ने आगे बताया, ''एक सस्ते हाई-टेक डिवाइस की शुरुआत से हम सरकार की पहल को ध्यान में रखते हुए मेट्रो और कस्बों/गांवो के लोगों के बीच गहरी खाई को भरना चाहते हैं।''
रिंगिंग बेल्स ने सिर्फ 251 रुपये की कीमत वाला
स्मार्टफोन फ्रीडम 251 लॉन्च कर सबको चौंका दिया था। कंपनी के मुताबिक इस स्मार्टफोन को सरकार की 'भरपूर मदद' से बनाया गया है।
पिछले हफ्ते एक उच्च सरकारी अधिकारी ने पुष्टि की थी कि फ्रीडम 251 स्मार्टफोन बनाने में सरकार का कोई हाथ नहीं है। एक ट्विटर पोस्ट में डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन (डीआईपीपी) के सेक्रेटरी अमिताभ कांत ने कहा था, ''यह कोई सरकारी प्रोजेक्ट नहीं है। 'मेक इन इंडिया' टीम का इससे कोई लेना-देना नहीं है। ''
वहीं कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने भी बीजेपी की सरकार के समय सिर्फ 251 रुपये मे स्मार्टफोन देने की योजना को 'सहस्त्राब्दि का सबसे बड़ा घोटाला' बताया था।