दुनिया की सबसे बुजुर्ग व्यक्ति और एक फ्रांसीसी नन, सिस्टर आंद्रे (Sister André) का निधन हो गया है। 17 जनवरी को 118 साल की उम्र में उन्होंने दक्षिणी फ्रांस के एक शहर टूलॉन में आखिरी सांस ली। रिपोर्टों के अनुसार, सिस्टर आंद्रे का जन्म 11 फरवरी 1904 को हुआ था। जन्म के समय उनका नाम ल्यूसिल रैंडन था। सिस्टर आंद्रे ने अपना ज्यादातर जीवन धार्मिक सेवा के लिए समर्पित कर दिया था। जब वह युवा थीं, तो उन्होंने एक टीचर और प्राइवेट ट्यूटर के रूप में भी काम किया।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के
अनुसार, द्वितीय विश्व युद्ध के खत्म होने के बाद उन्होंने फ्रांस के विची के एक अस्पताल में अनाथों और बुजुर्गों के साथ काम किया। बताया जाता है कि साल 1944 में 40 साल की उम्र में उन्होंने कैथोलिक नन बनने का फैसला लिया और अपना नाम बदलकर सिस्टर आंद्रे रख लिया।
जापानी महिला केन तनाका का 119 साल की उम्र में निधन होने के बाद पिछले साल अप्रैल में सिस्टर आंद्रे को दुनिया की सबसे बुजुर्ग व्यक्ति घोषित किया गया था। इसके साथ ही गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने उन्हें सबसे उम्रदराज नन भी घोषित किया था। दिलचस्प बात है कि सिस्टर को इसकी जानकारी काफी बाद में हुई थी। वह यूरोप की सबसे उम्रदराज इंसान थीं, जिन्होंने साल 2021 में कोविड-19 से जंग जीती थी।
सिस्टर आंद्रे के 118वें जन्मदिन पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने उन्हें एक जन्मदिन कार्ड भी भेजा था। सिस्टर आंद्रे को उनके लंबे जीवन के लिए राष्ट्रपति ने बधाई दी थी। अपनी लंबी उम्र के बारे में एक मीडिया से बातचीत में सिस्टर आंद्रे ने कहा था कि मुझे लगता है मैं स्वर्ग मे बेहतर हो जाउंगी, लेकिन भगवान मुझे अभी नहीं चाहते। बताया जाता है कि वह रोज एक गिलास वाइन लेती थीं और चॉकलेट खाती थीं। हालांकि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि इससे कोई इंसान लंबा जीवन जी सकता है।
सिस्टर आंद्रे ने अपने जीवन में 18 राष्ट्रपति और 10 पोप देखे। 25 दिन बाद वह 119 साल की होने वाली थीं। हालांकि अबतक के सबसे उम्रदराज शख्स का खिताब जीन लुईस कैलमेंट के पास है। वह भी एक फ्रांसीसी महिला थीं, जिनकी मौत 4 अगस्त 1997 को 122 साल की उम्र में हुई थी।