WhatsApp ने भारत में बैन किए 71 लाख से ज्यादा एकाउंट्स, जानें कारण

पिछले वर्ष नवंबर में कंपनी के ग्रिवांस ऑफिसर को छह निवेदन मिले थे। इनमें से एक बैन की अपील से जुड़ा था

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Written by डेविड डेलिमा, Edited by आकाश आनंद, अपडेटेड: 2 जनवरी 2024 17:36 IST
ख़ास बातें
  • सोशल मीडिया कंपनी Meta के पास WhatsApp का कंट्रोल है
  • वॉट्सऐप के लिए भारत एक बड़ा मार्केट है
  • पिछले कुछ वर्षों में इसके यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है

हाल ही में वॉट्सऐप चैनल्‍स का एक नया फीचर लॉन्‍च किया था

मैसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp ने पिछले वर्ष नवंबर में भारत में 71 लाख से ज्यादा एकाउंट्स को बैन किया है। सोशल मीडिया कंपनी Meta के कंट्रोल वाले WhatsApp ने बताया कि उसने 19 लाख से अधिक एकाउंट्स को 'प्रोएक्टिवली' बैन किया है, जिसका मतलब है कि इन एकाउंट्स के लिए किसी यूजर की ओर से पॉलिसी के उल्लंघन की रिपोर्ट मिलने से पहले ही इन्हें ब्लॉक किया गया है। 

इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (इंटरमीडियरी गाइडलाइंस एंड डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) रूल्स के कम्प्लायंस में पब्लिश की गई कंपनी की अपनी मंथली रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले वर्ष नवंबर में लगभग 71,96,000 एकाउंट्स को बैन किया गया है। कंपनी ने इनमें से लगभग 19,54,000 एकाउंट्स को यूजर की ओर से पॉलिसी के उल्लंघन की रिपोर्ट मिले बिना बैन किया है। वॉट्सऐप के यूजर्स को कंपनी की पॉलिसी का उल्लंघन करने वाले एकाउंट्स की रिपोर्ट देने की अनुमति होती है। इसके साथ ही यह ऐसे पॉलिसी का उल्लंघन करने वाले एकाउंट्स की पहचान के लिए अपने सिस्टम्स का भी इस्तेमाल करता है। 

पिछले वर्ष नवंबर में कंपनी के ग्रिवांस ऑफिसर को छह निवेदन मिले थे। इनमें से एक बैन की अपील से जुड़ा था और बाकी सपोर्ट के लिए थे। इसके साथ ही कंपनी को 8,841 ग्रिवांस मिली थी और इसने ग्रिवांस अपीलेट कमेटी की ओर से दिए गए 8 ऑर्डर्स का पालन किया था।  इससे पिछले महीने में वॉट्सऐप को कुल 9,063 रिपोर्ट मिली थी। इनमें सबसे अधिक 4,771 बैन की अपील के लिए थी। अन्य रिपोर्ट्स एकाउंट सपोर्ट, प्रोडक्ट सपोर्ट और सेफ्टी से जुड़ी थी। कंपनी को अक्टूबर में ग्रिवांस अपीलेट कमेटी (GAC) से पांच ऑर्डर प्राप्त हुए थे। इन सभी का पालन किया गया था। वॉट्सऐप पर भारतीय एकाउंट की पहचान '+91' कंट्री कोड से होती है। 

हाल ही में वॉट्सऐप चैनल्‍स का एक नया फीचर लॉन्‍च किया था। यह एक वन-वे ब्रॉडकास्‍ट टूल है। इसका मतलब है कि जो भी अपना वॉट्सऐप चैनल बनाता है, वह खुद से जुड़ी जानकारियों को अपने फॉलोअर्स तक पहुंचा सकता है। हालांकि, फॉलोअर्स उसके साथ सीधा कम्युनिकेशन नहीं कर सकते। वॉट्सऐप चैनल के जरिए टेक्स्ट, फोटो, वीडियो, स्टिकर और पोल भेजे जा सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस फीचर के साथ जुड़े हैं। उनके चैनल को लाखों की संख्या में यूजर्स ने फॉलो किया है। इस वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राजनेताओं के लिए यह फीचर लोगों के साथ जुड़ने का एक महत्वपूर्ण जरिया हो सकता है। 
 
 

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