Soham Parekh की कहानी ने इंटरनेट पर तहलका मचा दिया है। इस शख्स ने एक साथ चार से पांच टेक जॉब्स की, लेकिन सबको लगा कि वो फुल-टाइम उनके लिए काम कर रहा है। लेकिन इसमें असली हीरो क्या था? एक छोटा-सा टूल - Mouse Jiggler, जो आज के समय में मौनेजर्स का सबसे बड़ा दुश्मन बना हुआ है। आपने शायद इन दो शब्दों को कई बार सुना होगा, लेकिन ये करता क्या है? और कैसे इसका इस्तेमाल करके सोहम ने अपने लैपटॉप्स को एक्टिव दिखाया, वो भी एक साथ कई जगहों पर? यहां जानिए इस डिवाइस की असली हकीकत, कैसे करता है काम और क्यों ये अब अमेरिका से लेकर भारत तक मैनेजर्स की नींद उड़ाए हुए है।
Mouse Jiggler होता क्या है?
Mouse Jiggler एक छोटा सा हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर टूल होता है, जो कंप्यूटर को ये महसूस कराता है कि माउस अभी भी यूज हो रहा है। इसका मकसद? कंप्यूटर Idle Mode या Sleep Mode में न जाए। इससे स्क्रीन लगातार ऑन रहती है और वर्चुअल वर्क एनवायरनमेंट में यूजर "एक्टिव" दिखाई देता है।
Hardware vs Software Jiggler - कौन सा ज्यादा ट्रेंड में है?
- हार्डवेयर Jiggler एक USB स्टिक की तरह होता है जिसे प्लग करने पर ये खुद माउस को मूव करता है।
- Software Jiggler एक प्रोग्राम होता है जो टाइम-टू-टाइम माउस मूवमेंट या बटन प्रेस सिग्नल भेजता है।
- Soham Parekh ने कथित तौर पर दोनों का इस्तेमाल किया, ताकि एक साथ कई लैपटॉप्स एक्टिव बने रहें।
क्या ये लीगल है?
टेक्निकली Mouse Jiggler कोई गैर-कानूनी डिवाइस नहीं है। कई लोग इसे कानूनी दायरों के अंदर यूज करते हैं - जैसे कि डाउनलोडिंग के दौरान कंप्यूटर को ऑन रखने के लिए या ऑफिस प्रेजेंटेशन के दौरान सिस्टम लॉक से बचने के लिए। लेकिन इसका इस्तेमाल अगर वर्क फ्रॉड के लिए किया जाए, जैसा कि सोहम ने किया, तो ये इथिकल और एथिकल दोनों ही लेवल पर सवाल खड़े करता है।
क्यों बन गया ये टूल टेक मैनेजर्स का नया दुश्मन?
COVID के दौरान रिमोट के बाद से ही कई कंपनियां माउस ट्रैकिंग और एक्टिविटी लॉग्स पर निर्भर हो गईं। ऐसे में Mouse Jiggler जैसे टूल्स ने इस सिस्टम को धोखा देना आसान बना दिया। अब ये टूल Google पर टॉप सर्च में शामिल हो चुका है।