Volvo अपने वाहनों में बेहतरीन सेफ्टी फीचर्स देने के लिए जानी जाती है। कंपनी दावा करती है कि उनके वाहनों में दुर्घटना में मरने के चांस ना के बराबर होते हैं। अब, कंपनी अपनी लेटेस्ट फ्लैगशिप इलेक्ट्रिक एसयूवी EX90 से पर्दा उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार हो गई है, जो लोकप्रिय XC90 की जगह लेगी। इससे यह भी पता चलता है कि ब्रांड ICE मॉडल्स के इलेक्ट्रिफिकेशन का काम तेजी से कर रहा है। Volvo EX90 को 9 नवंबर को पेश किया जाना है। कंपनी का कहना है कि लेटेस्ट इलेक्ट्रिक कार 'सुरक्षा की अदृश्य ढाल' से घिरी हुई है। चलिए इसके बारे में जानते हैं।
Volvo 9 नवंबर को अपनी लेटेस्ट इलेक्ट्रिक कार XC90 को पेश करने वाली है। कंपनी ने दावा किया है कि उनकी यह फ्लैगशिप ईवी 'सुरक्षा की अदृश्य ढाल' से घिरी हुई है। यदि आप सोच रहे हैं कि यह ढाल क्या है, तो बता दें कि कंपनी इस कार में कई अलग-अलग सेंसर और कैमरों का इस्तेमाल करने वाली है, जो रडार और Lidar से जुड़े होंगे। इस पूरे सिस्टम से कार की सेफ्टी को अभेद किया जा सकता है।
Geely के स्वामित्व वाली स्वीडिश कार निर्माता की यह कार ड्राइवर को दुनिया का 360-डिग्री रियल टाइम व्यू दिखाएगी, जिसके के लिए वोल्वो ने इसमें खास कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म और सॉफ्टवेयर पर काम करने वाले कई कैमरों, रडार और LiDAR जैसे सेंसर का एक सूट इस्तेमाल किया है।
Volvo ने
प्रेस रिलीज के जरिए बताया है कि "LiDAR आपके सामने सड़क को भांप लेता है, चाहे वह दिन हो या रात, और राजमार्ग की स्पीड पर भी। यह छोटी वस्तुओं को सैकड़ों मीटर आगे देख सकता है, जिससे सूचना देने, कार्य करने और बचने के लिए अधिक समय मिल जाता है।'
वोल्वो का कहना है कि सुरक्षा की अदृश्य ढाल, सेंसर और कैमरों के साथ कार के अंदर काम करती रहती है, जो कंपनी के इन-हाउस-विकसित एल्गोरिदम पर काम करते हैं। यहां तक कि यह टेक्नोलॉजी EX90 इलेक्ट्रिक कार को यह देखने में सक्षम बनाती है कि ड्राइवर कब विचलित है या थका हुआ है या असावधान है। आगे बताया गया है कि सिस्टम ड्राइवर को सचेत करेगा। यदि ड्राइवर फिर भी सचेत नहीं होता है, या सो जाता है या गाड़ी चलाते समय बीमार हो जाता है, तो EX90 सुरक्षित रूप से खुद रुक जाएगी और मदद के लिए कॉल करेगी।