• होम
  • इंटरनेट
  • ख़बरें
  • फ्लाइट में मिलेगा हाईस्‍पीड इंटरनेट! Starlink की सर्विस अब 1000 विमानों में शुरू

फ्लाइट में मिलेगा हाईस्‍पीड इंटरनेट! Starlink की सर्विस अब 1000 विमानों में शुरू

Starlink internet On Flights : एलन मस्क ने बताया कि अफ्रीका का देश सिएरा लियोन, स्टारलिंक से जुड़ने वाला 100वां और 10वां अफ्रीकी राष्ट्र बन गया है।

फ्लाइट में मिलेगा हाईस्‍पीड इंटरनेट! Starlink की सर्विस अब 1000 विमानों में शुरू
ख़ास बातें
  • स्‍टारलिंक की सर्विस अब 1 हजार विमानों में
  • हाई स्‍पीड इंटरनेट की मिलेगी सुविधा
  • मस्‍क ने कहा, फाइबर कनेक्‍शन का आएगा फील
विज्ञापन
Starlink internet On Flights : स्पेसएक्स (SpaceX) और टेस्ला (Tesla) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) ने गुरुवार को बताया कि किफायती इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक (Starlink) अब एक हजार से ज्यादा विमानों में शुरू हो गई है। कंपनी के अनुसार, यात्रियों को विमान में कदम रखते ही स्टारलिंक का हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन मिलेगा। एलन मस्क ने अपने एक्स पर पोस्ट किया कि विमान में स्टारलिंक का इस्‍तेमाल करने से ऐसा लगता है जैसे आप हाई-स्पीड ग्राउंड फाइबर कनेक्शन पर हैं।

यह भी पढ़ें : 350Mbps स्‍पीड के साथ हवाई जहाज में चला सकेंगे इंटरनेट! Starlink की नई सर्विस पेश, जानें कितना आएगा खर्च

एलन मस्क ने बताया कि अफ्रीका का देश सिएरा लियोन, स्टारलिंक से जुड़ने वाला 100वां और 10वां अफ्रीकी राष्ट्र बन गया है। मई में कंपनी ने इंडोनेशिया और फिजी में स्टारलिंक की सर्विस को लॉन्च किया था। एलन मस्क के अनुसार, स्टारलिंक के साथ हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विस का ऑर्डर देने के लिए किसी लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट की जरूरत नहीं है।
 

सैटेलाइट-बेस्ड इंटरनेट सर्विस को श्रीलंका में शुरू करने की मंजूरी भी कंपनी को मिल चुकी है।  हालांकि, भारत सरकार से स्‍टारलिंक को मंजूरी नहीं मिल पाई है। भारत के मामले में कमर्शल पहलू पर जांच पूरी हो गई है, जिसमें फॉरेन इन्वेस्टमेंट और नेटवर्थ जैसे मुद्दों पर ध्यान दिया गया है। साथ ही, तकनीकी जरूरतों को भी देश में लाइसेंसिंग नियमों के हिसाब से परखा गया है।

एक बार स्टारलिंक को मंजूरी मिल जाने के बाद, उसे ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट (जीएमपीसीएस) सर्विसेज लाइसेंस जारी किया जाएगा, जो देश में सैटेलाइट कम्युनिकेशन सर्विसेज देने के लिए जरूरी है।

हाल ही में स्‍टारलिंक के 21 सैटेलाइट अंतरिक्ष में बर्बाद हो गए थे। उन्‍हें फाल्‍कन-9 रॉकेट से लॉन्‍च किया गया था। लॉन्‍च कामयाब रहा था, पर अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद रॉकेट के सेकंड स्‍टेज में तकनीकी गड़बड़ी आ गई, जिससे सैटेलाइट्स का लॉन्‍च पूरा नहीं हो पाया। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Apple के शेयर प्राइस में बड़ी गिरावट, iPhone 16 सीरीज के Pro मॉडल्स की कम डिमांड का असर
  2. देश में तेजी से बढ़ रही इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की बिक्री
  3. अंतरिक्ष में महीनों से फंसे होने के बावजूद खुश हैं सुनीता विलियम्स
  4. 46.6 करोड़ साल पहले पृथ्‍वी पर भी थे शनि ग्रह जैसे छल्‍ले, वैज्ञानिकों को मिला सबूत!
  5. HMD Skyline का टीजर हुआ जारी, भारत में जल्द होगा लॉन्च!
  6. ये हुई ना बात! पहली बार वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में की मेटल पार्ट की 3D प्रिंटिंग
  7. Apple के iPhone 16 Plus की बुकिंग 48 प्रतिशत बढ़ी, Pro मॉडल्स की ठंडी डिमांड
  8. Amazon Great Indian Festival 2024 सेल भी 27 सितंबर से होगी शुरू, क्‍या हैं बड़ी डील्‍स, जानें
  9. सस्‍ता 5G स्‍मार्टफोन! Lava Blaze 3 5G भारत में लॉन्‍च, 6GB रैम, 50MP कैमरा, जानें प्राइस
  10. क्रिप्टो मार्केट में गिरावट, बिटकॉइन का प्राइस 58,400 डॉलर से ज्यादा
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »