2025 की सबसे चौंकाने वाली और अब शायद लंबे समय तक विवाद और चर्चा का विषय रहने वाली टेक कहानी सामने आई है और उसके पीछे का नाम है Soham Parekh। एक ऐसा भारतीय इंजीनियर जिसने अमेरिका की Y Combinator-बैक्ड कई स्टार्टअप्स में एक साथ नौकरी कर चूना लगा दिया। सोहम ने मूनलाइटिंग करने का यह दावा कुछ इंटरव्यू में कबूल भी किया है और इसके पीछे का कारण भी शेयर किया है।
दरअसल कहानी 2 जुलाई को Playground AI के को-फाउंडर Suhail Doshi के X पोस्ट से शुरू होती है, जहां उन्होंने दावा किया सोहम एक ही समय में तीन से चार स्टार्टअप्स में फुल-टाइम काम कर रहा था। इस खुलासे के बाद इंटरनेट पर जैसे भूचाल आ गया। उनके इस पोस्ट के बाद कई अन्य स्टार्टअप फाउंडर या CEO ने कबूला कि सोहम ने उनके यहां काम किया या वे उसे अपने स्टार्टअप के लिए लगभग चुनने वाले थे।
The Verge को दिए
बयान में सोहम ने माना कि वो कई नौकरियां एक साथ कर रहा था, लेकिन उसके पीछे उसकी आर्थिक मजबूरी थी। सोहम ने कहा, "मैं इसका समर्थन नहीं करता... यह ज्यादा समय टिकने वाला नहीं था, लेकिन मुझे पैसे की जरूरत थी।" सोहम ने बताया कि शुरुआत में सिर्फ एक स्टार्टअप से जुड़ा था लेकिन जैसे ही उसे ऑफर मिलता गया, उसने हां कहना शुरू कर दिया।
सोहम के मुताबिक, उसने ऐसा किसी बुरी नीयत से नहीं किया, लेकिन माना कि ये तरीका ठीक नहीं था। उसने माना कि ये सब "कंट्रोल से बाहर" हो गया था। उसने सुहैल दोशी से भी संपर्क किया और कहा, "मुझे निर्माण करना पसंद है... मैं बस अपना करियर फिर से बनाना चाहता हूं।"
वहीं, दोशी के खुलासे के तुरंत बाद सोहम ने TBPN को भी एक दिए
इंटरव्यू दिया, जिसमें सोहम ने बताया कि वह "mouse jiggler" टूल का इस्तेमाल करता था ताकि सिस्टम एक्टिव दिखे। साथ ही, उसने मल्टी-स्क्रीन सेटअप बना रखा था जिससे एक वक्त में 4-5 जॉब्स मैनेज करता था।
TBPN के मुताबिक, सोहम ने एक समय $2,500 (करीब 2 लाख से ज्यादा) हर दिन कमाए, जो कि एक साल में लगभग 6.85 करोड़ रुपये बैठता है।
सुहैल दैशी और कई Y Combinator-फाउंडर्स का आरोप है कि Soham ने इंटरव्यू के दौरान फर्जी रिज्यूमे और गलत वीजा स्टेटस दिया। इस वजह से उसे कई स्टार्टअप्स ने फुल-टाइम काम पर रखा। कुछ स्टार्टअप्स ने पाया कि वह मीटिंग्स मिस कर रहा था या दो स्टार्टअप्स की कॉल्स एक साथ जॉइन कर रहा था।
इस पूरे विवाद पर इंटरनेट की राय बंटी हुई है। एक तबका कहता है कि सोहम ने गलत किया और उसे बैन किया जाना चाहिए। वहीं, दूसरा तबका इसे वर्क-लाइफ एक्सप्लॉइटेशन और अमेरिका की हायरिंग खामियों का नतीजा मानता है।
द वर्ज की रिपोर्ट में कहा गया है कि Soham अब फिर से एक नया SaaS प्रोजेक्ट शुरू करने की कोशिश कर रहा है और उसने कुछ डेवलपर्स को इनवाइट भी भेजे हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर लोग उसे "सीरियल स्कैमर" कहकर ट्रोल किया जा रहा है।