OnePlus क्रिप्टोकरेंसी के उभरते बाजार में अगला बड़ा नाम हो सकता है। फिलहाल इस डिजिटल करेंसी बाजार में सबसे बड़ा नाम बिटकॉइन का है। अब खबर आ रही है कि चाइनीज़ कंपनी वनप्लस ब्लॉकचेन रिसर्च पर एक सर्वे करवा रही है। यह सर्वे क्रिप्टोकरेंसी पर यूजर्स का फीडबैक लेने के लिए है। इस सर्वे में कंपनी यूजर्स से पूछ रही है कि क्या उन्होंने कभी कॉइनबेस, जैमिनी, रॉबिनहुड और बाइनेंस जैसे ट्रेडिंग प्लैटफॉर्म का प्रयोग किया है? कंपनी द्वारा यह सर्वे किया जाना इस बात की ओर इशारा करता है कि कंपनी शायद क्रिप्टोकरेंसी प्लैटफॉर्म या वॉलेट स्पेस में एंट्री करने का मन बना रही है। बिटकॉइन, इथेरियम और डॉजकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी आजकल काफी पॉपुलर हो गई हैं। इसका श्रेय जाता है ट्रेडिंग एप्स को जिनको जरिये युवा स्मार्टफोन यूजर आसानी से इन डिजिटल करेंसी के साथ ट्रेड करना सीख पा रहे हैं। शायद यही वजह है कि वनप्लस भी अपने यूजर्स के लिए कोई ऐसा ही सॉल्यूशन खोज रही है। अगर वह निवेश या ट्रेडिंग न भी करने का विचार कर रही हो मगर कम से कम इसके वॉलेट बनाकर इन क्रिप्टोकरेंसी को स्टोर कर सके।
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रिपोर्ट में कहा गया है कि यह
सर्वे 'वनप्लस ब्लॉकचेन रिसर्च' के नाम से कराया जा रहा है। यह इशारा करता है कि कंपनी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई न कोई प्रोडक्ट बनाने पर अवश्य विचार कर रही है। यद्दपि इस सर्वे का मकसद फिलहाल ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को समझना ही ज्यादा लग रहा है। मगर इस सर्वे में कुछ प्रश्न ऐसे भी रखे गए हैं जिनसे यह पता चलता है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई नया प्लैटफॉर्म बनाने का प्रयास किया जा रहा है जो कि डिजिटल एसेट जैसे कि बिटकॉइन आदि को स्टोर करके रख सके।
इस सर्वे में यूजर्स से पूछा जा रहा है कि क्या उन्होंने कभी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है और यदि किया है तो उन्होंने किस प्लैटफॉर्म का प्रयोग किया? इसमें कुछ प्रश्न ऐसे भी हैं जिनमें पूछा गया है कि निवेश करते समय या होल्ड करते समय यूजर्स को किस किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा। इसके अलावा कंपनी ने उत्तरदाताओं से यह भी सवाल किया है कि उन्होंने कभी सॉफ्टवेयर हॉट वॉलेट जैसे Coinbase Wallet या MetaMask जैसे वॉलेट का प्रयोग किया है अथवा नहीं।
Gadgets 360 ने इस मामले में कंपनी से संपर्क किया है और कंपनी को टिप्पणी करने के लिए कहा है। जैसे ही कंपनी की ओर से कोई अपडेट मिलती है उसे इस खबर के साथ ही अपडेट कर दिया जाएगा।
क्रिप्टोकरेंसी एक बहुत ही अस्थिर निवेश रहा है। आपको पता होगा कि आप
भारत में बिटकॉइन की कीमत के बारे में पढ़ रहे हैं या उस पर नज़र रख रहे हैं। मगर फिर भी टेक कंपनियां इस बाजार में कदम रखने की योजना बना रही हैं।
OnePlus की प्रतिद्वंदी और एक प्रमुख स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Samsung भी बिटकॉइन को सपोर्ट करती आ रही है। फरवरी 2019 में कंपनी ने
Galaxy S10 स्मार्टफोन लॉन्च किया था। वहीं से कंपनी ने बिटकॉइन और अन्य लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी को अपने स्मार्टफोन में सपोर्ट करना शुरू किया था। यह साउथ कोरियन कंपनी अपने ब्लॉकचेन वॉलेट को पॉपुलर कॉइन को सपोर्ट करने के लिए ऑफर करती है। अभी हाल ही में कंपनी ने थर्ड पार्टी हार्डवेयर वॉलेट के लिए अपने वॉलेट को अपडेट भी किया है।
कुछ दिनों पहले Apple ने भी क्रिप्टोकरेंसी बाजार में रुचि दिखाई थी। Cupertino आधारित इस कंपनी ने बिजनेस डेवलेपमेंट मैनेजर की एक पोस्ट के लिए आवदेन मांगे थे जिसको क्रिप्टोकरेंसी इंडस्ट्री का अनुभव हो। शायद कंपनी एप्पल डिवाइसेज के माध्यम से बिटकॉइन के ट्रांजेक्शन शुरू कर सकती है।