Mark Zuckerberg की वेल्थ 71 अरब डॉलर घटी, भारी पड़ा मेटा पर फोकस

दो वर्ष पहले तक वह ग्लोबल बिलिनेयर्स में Jeff Bezos और Bill Gates के बाद Zuckerberg तीसरे स्थान पर थे

विज्ञापन
Written by आकाश आनंद, अपडेटेड: 21 सितंबर 2022 14:21 IST
ख़ास बातें
  • इस वर्ष Zuckerberg की वेल्थ लगभग आधी कम हो गई है
  • उनकी नेटवर्थ ग्लोबल बिलिनेयर्स में 20वें स्थान पर है
  • रेगुलेटर्स की स्क्रूटनी और कुछ कानूनी मामलों से भी कंपनी जूझ रही है

मेटावर्स में कंपनी के भारी इनवेस्टमेंट से इसके शेयर में कमजोरी आ रही है

टॉप सोशल मीडिया साइट्स में शामिल फेसबुक (मेटा) के फाउंडर Mark Zuckerberg को कंपनी की रीब्रांडिंग और मेटावर्स पर फोकस बढ़ाने से भारी नुकसान हुआ है। इस वर्ष उनकी वेल्थ लगभग आधी कम हो गई है। उनकी नेटवर्थ ग्लोबल बिलिनेयर्स में 20वें स्थान पर है, जो पिछले आठ वर्षों में सबसे निचला रैंक है।

Bloomberg Billionaires Index के अनुसार, Zuckerberg की वेल्थ में लगभग 71 अरब डॉलर की कमी हुई है। उनकी कुल वेल्थ लगभग 56 अरब डॉलर की रह गई है। दो वर्ष पहले तक वह ग्लोबल बिलिनेयर्स में Jeff Bezos और Bill Gates के बाद तीसरे स्थान पर थे। पिछले वर्ष सितंबर में उनकी कंपनी के शेयर का प्राइस 382 डॉलर पर पहुंचने के साथ Zuckerberg की वेल्थ बढ़कर लगभग 142 अरब डॉलर हो गई थी। इसके बाद उन्होंने अपनी कंपनी का नाम Facebook Inc से बदलकर Meta कर दिया था। इसके साथ ही जकरबर्ग के लिए मुश्किलों की शुरुआत हो गई थी। कंपनी ने फरवरी में बताया था कि फेसबुक के यूजर्स में कोई बढ़ोतरी हुई है। इसके शेयर के प्राइस में भी भारी गिरावट आई थी। 

इकोनॉमिक स्लोडाउन से भी Meta के बिजनेस पर असर पड़ा है। मेटावर्स में कंपनी के भारी इनवेस्टमेंट से इसके शेयर में कमजोरी आ रही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस प्रोजेक्ट पर अगले कुछ वर्षों में बड़ा खर्च होगा। इसके अलावा रेगुलेटर्स की स्क्रूटनी और कुछ कानूनी मामलों से भी कंपनी जूझ रही है। कंपनी की मेटावर्स डिविजन को इस वर्ष की दूसरी तिमाही में एक बार फिर भारी नुकसान हुआ है। Zuckerberg ने तिमाही नतीजों की घोषणा में बताया था कि फेसबुक रिएलिटी लैब्स (FRL) कही जाने वाली इस डिविजन का नुकसान लगभग 2.81 अरब डॉलर का रहा। इसने 45.2 करोड़ डॉलर का रेवेन्यू हासिल किया, जो इससे पिछली तिमाही की तुलना में लगभग 35 प्रतिशत कम है। इसके बावजूद Zuckerberg को विश्वास है कि आगामी वर्षों में मेटावर्स टेक्नोलॉजी से कंपनी को फायदा होगा। उनका कहना था, "अगले कई वर्षों तक इस पर काफी खर्च होगा। मुझे विश्वास है कि मेटावर्स का इस्तेमाल बढ़ने के साथ हम इसे बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।"

FRL को कंपनी की मेटावर्स में एक बड़ी ताकत बनने की योजना को पूरा करने के लिए हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और कंटेंट डिवेलप करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए यह डिविजन Apple और Microsoft जैसी बड़ी कंपनियों के टेक वर्कर्स को हायर कर रही है। इनमें विशेषतौर पर ऑग्मेंटेड रिएलिटी से जुड़े लोग शामिल हैं।   
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Gmail में किसी दूसरी भाषा में आया है ईमेल तो ऐसे करें तुरंत ट्रांसलेट, ऐप का ये फीचर ऐसे करता है काम
#ताज़ा ख़बरें
  1. BSNL का 4G नेटवर्क जल्द पूरे देश में होगा लॉन्च, सरकार से मिलेगा 6,982 करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड 
  2. Oppo F31, Oppo F31 Pro जल्द होंगे भारत में लॉन्च, 7,000mAh की हो सकती है बैटरी
  3. भारत में TikTok पर बैन बरकरार, कंपनी ने अनुमति मिलने से किया इनकार
  4. Redmi 15 5G vs Tecno Pova 7 Pro vs Samsung Galaxy M36 5G: जानें कौन सा फोन है बेस्ट
  5. Google Pixel 10 vs OnePlus 13 vs Samsung Galaxy S25 5G: जानें कौन सा फोन है बेस्ट
  6. Gmail में किसी दूसरी भाषा में आया है ईमेल तो ऐसे करें तुरंत ट्रांसलेट, ऐप का ये फीचर ऐसे करता है काम
  7. Apple Watch नहीं होती तो क्या होता? हार्ट रेट अलर्ट के चलते ब्रेन ट्यूमर का पता चला, बच गई जान!
  8. Vivo V60 vs Oppo Reno 14 5G vs iQOO Neo 10: कंपेरिजन से जानें कौन है बेहतर?
  9. Realme P4 Pro 5G vs Vivo Y400 5G vs OnePlus Nord CE 5 5G: जानें 30 हजार में कौन है बेस्ट
  10. AI सुपरपावर रैंकिंग में अमेरिका टॉप पर, लेकिन भारत ने चीन को पछाड़ा
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.