जानी-मानी सॉफ्टवेयर कंपनी Infosys 40 से ज्यादा स्किल वाले टेक कर्मचारियों को नौकरी पर रखना चाहती है। कंपनी अनुभवी लोगों के साथ कई पदों पर भर्ती करना चाहती है। कंपनी क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी, जावा पायथन, डॉटनेट, एंड्रॉइड/आईओएस डेवलपमेंट और ऑटोमेशन टेस्टिंग समेत कई सेक्टर में कम से कम दो साल के अनुभवी प्रोफेशनल की तलाश कर रही है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
Infosys ने बीते साल फरवरी और मार्च में भी इसी तरह की वैकेंसी निकाली थी। हालांकि, उस दौरान बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद में सेंटर्स पर वॉक इन वैकेंसी थीं। कंपनी ने इन वैकेंसी के बारे में एक इंटरनल कम्युनिकेशन भेजा है, जिसमें कैंडीडेट को इंटरव्यू की लोकेशन का ऑप्शन और चयन होने पर वे जिस शहर में काम करना चाहते हैं, उसे बताने की अनुमति है। तीन साल से भी कम समय पहले सॉफ्टवेयर कंपनी ने बेंगलुरु में एक वर्चुअल रिक्रूटमेंट ड्राइव चलाई था, उस दौरान शहर कोविड 19 महामारी से उबर रहा था। हालांकि, Infosys ने इस पर कोई जबाव नहीं दिया कि वह कितने लोगों को हायर करने की प्लान बना रही है।
सूत्रों से पता चला कि ये वैकेंसी कंपनी के वार्षिक लेटरल हायरिंग प्रोग्राम का हिस्सा है। इंफोसिस ने पहले कहा था कि वह अगले वित्त वर्ष में 20 हजार फ्रेशर्स को हायर करने का प्लान बना रही है, हालांकि उसने फ्रेशर्स और लेटरल हायरिंग के बीच अंतर का खुलासा नहीं किया। बेंगलुरु हेडक्वार्टर वाली सॉफ्टवेयर कंपनी के रोस्टर में करीब 323,000 कर्मचारी हैं।
हायरिंग कैंपेन से कंपनी को कर्मचारियों की कमी के चलते वैकेंसी को भरने में मदद मिलेगी और साथ ही चल रहे और नए प्रोजेक्ट में आने वाले नए रोल को भरने में भी मदद मिलेगी। सूत्रों ने कहा कि कंपनी के पास छोटे प्रोजेक्ट भी हैं, जिनके लिए उसे मैनपावर की जरूरत है। स्पेशल हायरिंग कैंपेन बीते महीने कर्नाटक के धारवाड़ जिले में और उसके आसपास मौजूद इंजीनियरिंग कॉलेजों में छात्रों को लगभग 600 प्लेसमेंट लेटर जारी करने के तुरंत बाद हुआ है। आसपास के कॉलेजों से प्रतिभाशाली युवाओं को नियुक्त करके कंपनी अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाना चाहती है।