Google दुनिया भर में अपनी सर्च सर्विस प्रदान करने में एक बड़ा बदलाव कर रहा है। अब तक अलग-अलग देशों के यूजर्स को उनके लोकल Google डोमेन पर ले जाया जाता था। जैसे कि यूके में google.co.uk, फ्रांस में google.fr या भारत में google.co.in आदि। कई सालों से अलग-अलग देश के लिए स्पेशल वेबसाइट मौजूद हैं और लोकल सर्च रिजल्ट प्रदान करने के लिए उपयोग की जाती थीं, लेकिन अब इसमें बदलाव होने वाला है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
अब से
Google ने घोषणा की है कि वह इन देश कोड वाले टॉप लेवल डोमेन को धीरे-धीरे बंद करना शुरू कर देगा और सभी को प्राइमरी google.com डोमेन पर रीडायरेक्ट कर दिया जाएगा। ग्लोबल स्तर पर यह बदलाव Google के उस प्लान का हिस्सा है, जिससे सर्च के काम करने के तरीके को आसान बनाया जा सके, जबकि अभी भी यूजर्स की वर्तमान लोकेशन के आधार पर रिजल्ट दिए जा रहे हैं।
सर्च रिजल्ट को संभालने के तरीके के मामले में यह बदलाव बिल्कुल नया नहीं है। वास्तव में 2017 से ही Google यूजर्स की रियल टाइम फिजिकल लोकेशन का उपयोग करके उन्हें सबसे प्रासंगिक सर्च रिजल्ट प्रदान कर रहा है, चाहे आप किसी भी देश का डोमेन उपयोग कर रहे हों। इसलिए चाहे आपने google.com टाइप किया हो, लेकिन आप इटली में यात्रा कर रहे थे तो आपके रिजल्ट इटली के लोकल स्तर पर ही होंगे। अब कंपनी बस डोमेन को एक्सपीरियंस के आधार पर बना रही है, जिसमें सभी के लिए एक वेब एड्रेस होगा।
Google का कहना है कि यह अपडेट धीरे-धीरे रोल आउट हो रहा है। आने वाले कुछ महीनों में यूजर्स को यह बदलाव दिखने लगेगा। एक बार स्विच पूरा हो जाने के बाद google.ca या google.com.au जैसे देश के लिए खास यूआरएल टाइप करने पर यूजर्स अपने आप google.com पर रीडायरेक्ट हो जाएंगे। हालांकि, यह बदलाव सर्च के काम करने के तरीके को प्रभावित नहीं करेगा। कुछ यूजर्स को भाषा या रीजन सेटिंग रीसेट करने की जरूरत हो सकती है।
कंपनी ने यह भी कंफर्म किया है कि अपडेट लोकल स्तर के कानूनों के आधार पर कानूनी नियमों या कंटेंट को मैनेज करने के तरीके को प्रभावित नहीं करेगा। इसलिए भले ही यूआरएल अब google.com दिखाएगा, फिर भी आपको लोकल कंटेंट और रिजल्ट आपके स्थान के आधार मिलेंगे। अगर आप जापान में हैं तो आपको जापान के आधार पर सर्च रिजल्ट नजर आएंगे, अगर आप ब्राजील में हैं तो रिजल्ट उस स्थान के हिसाब से आएंगे। Google का कहना है कि यह कदम यूजर्स के लिए आसान और ज्यादा यूनिफाइड अनुभव बनाने में मदद करेगा। सर्च में मोबाइल और एआई बेस्ड टूल की ग्रोथ के साथ कंपनी का मानना है कि डोमेन नाम कम जरूरी हो गया है, क्योंकि लोकल स्तर पर लोकेशन डाटा सबसे ज्यादा काम करता है।