Pride Month के दौरान Google ने अपने Doodle के जरिए Frank Kameny के संघर्षों को किया याद

जून का महीना Pride Month के रूप में मनाया जाता है, ऐसे में इस खास महीने की शुरूआत में सामलैंगकिता को पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले फ्रैंक कामेनी को गूगल द्वारा याद किया गया है।

विज्ञापन
Manisha Rajor, अपडेटेड: 2 जून 2021 11:41 IST
ख़ास बातें
  • Frank Kameny ले लड़ी थी सामलैंगिक के अधिकारिकों की लड़ाई
  • फ्रैंक कामेनी का जन्म 21 मई 1925 को न्यूयॉर्क में हुआ था
  • जून का महीना Pride Month के रूप में मनाया जाता है
Google का आज 2 जून को खास गूगल अमेरिकी एक्टिविस्ट Frank Kameny को समर्पित है। दरअसल, फ्रैंक कामेनी सामलैंगिक थे, जिस वजह से उन्हें समाज पर धब्बा समझा जाता था। यही नहीं उनके सामलैंगिक होने की वजह से उन्हें नौकरी से भी निकाल दिया गया था। लेकिन फ्रैंक कामेनी ने समाज के डर से अपनी पहचान छुपाना सही नहीं समझा। फिर क्या... फिर शुरू हुई समाज की सोच और सामलैंगिक के अधिकारिकों की लड़ाई। कई सालों बाद अब कई देशों में सामलैंगिकता को पहचान मिल चुकी है। इसी को देखते हुए जून का महीना Pride Month के रूप में मनाया जाता है, जिस दौरान सामलैंगिक लोगों को खुद पर गर्व महसूस कराया जाता है। इसके अलावा, समलैंगिकता को सपोर्ट करने वाले लोग जागरूकता फैलाने के लिए जगह-जगह पर कई कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। ऐसे में इस खास महीने की शुरूआत में सामलैंगकिता को पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले फ्रैंक कामेनी को गूगल द्वारा याद किया गया है।

Google ने अपने खास Doodle के जरिए Frank Kameny (फ्रैंक कामेनी) की उपलब्धियों और उनके संघषों को याद किया है। जैसे ही आज आप कुछ सर्च करने के लिए गूगल को खोलेंगे, तो आपको फ्रैंक कामेनी का डूडल देखने को मिलेगा। डूडल पर क्लिक करते ही आपको उन पर लिखे विभिन्न लेख और विकिपिडिया पेज़ देखने को मिलेगा, जिसे ओपन करके आप उनके संघर्षों और उपलब्धियों के बारे में पढ़ सकते हैं।  

इंटरनेट पर प्राप्त जानकारी के अनुसार, फ्रैंक कामेनी का जन्म 21 मई 1925 को न्यूयॉर्क में हुआ था। उन्होंने रिचमंड हिल हाई स्कूल, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, क्वींस कॉलेज, सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क जैसे संस्थानों से शिक्षा प्राप्त की थी। 1957 में फ्रैंक कामेनी ने आर्मी मैप सर्विस ( Army Map Service) के साथ अमेरिका सरकार के खगोल शास्त्री के रूप में नौकरी प्राप्त की थी, लेकिन बाद में उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। वजह थी उनका समलैंगिक होना। उस वक्त अमेरिका जैसे देश भी सामलैंगिकता को समाज पर कलंक समझा करते थे, लेकिन फ्रैंक कामेनी ने समाज के डर से अपनी पहचान छुपाना सही नहीं समझा। इस समाज की सोच के साथ अपनी लड़ाई का पहला कदम उठाते हुए फ्रैंक कामेनी ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का रूख किया। इसके बाद 1960 में उन्होंने व्हाइट हाउस के बाहर सामलैंगिक आधिकारों के लिए विरोध प्रदर्शन भी किए। यह अमेरिका में सामलैंगिक अधिकारों के लिए होने वाला पहला विरोध प्रदर्शन था। धीरे-धीरे करके उनके साथ कई और लोग जुड़ना शुरू हो गए, जिसके बाद अमेरिकी सरकार को आखिरकार फ्रैंक कामेनी के आगे आखिरकार झुकना ही पड़ा।
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. 5,000mAh की बैटरी, 6.74 इंच डिस्प्ले के साथ लॉन्च हुआ Honor Play 10 
  2. IFA 2025 में Dreame का हाई-टेक शो, पेश किए स्मार्ट वैक्यूम्स
#ताज़ा ख़बरें
  1. Xiaomi 15T सीरीज जल्द होगी लॉन्च, Leica-ट्यून्ड होगी रियर कैमरा यूनिट
  2. आपके Samsung डिवाइस को Android 16-बेस्ड One UI 8 कब मिलेगा? लीक हुई इस लिस्ट में देखें
  3. Dish TV ने भारत में लॉन्च किए VZY स्मार्ट TVs, जानें प्राइस, फीचर्स
  4. Skoda ला रही है 425 Km रेंज वाली 'बजट' इलेक्ट्रिक SUV Epiq, Tata और Mahindra की EV को देगी टक्कर!
  5. 5,000mAh की बैटरी, 6.74 इंच डिस्प्ले के साथ लॉन्च हुआ Honor Play 10 
  6. IFA 2025 में Dreame का हाई-टेक शो, पेश किए स्मार्ट वैक्यूम्स
  7. ऑनलाइन मनी गेमिंग पर बैन के खिलाफ याचिकाओं की सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
  8. Infinix Note 50s 5G+ फोन आया नए 'Mystic Plum' कलर में, जानें क्या है खासियत?
  9. पाकिस्तान में लगा लोगों के निजी डेटा का बाजार, कॉल लॉग से लेकर पासपोर्ट तक सब बिक्री पर!
  10. Oppo F31 सीरीज जल्द होगी भारत में लॉन्च, कंपनी ने बताया ड्यूरेबिलिटी में चैम्पियन
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.