ड्रग माफिया ग्रुप्स पर रेड, बरामद हुई करोड़ों की क्रिप्टोकरेंसी

रेड में बरामद फिज़िकल और डिज़िटल करेंसी की कुल कीमत 48 मिलियन डॉलर (लगभग 350 करोड़ रुपये) थी।

ड्रग माफिया ग्रुप्स पर रेड, बरामद हुई करोड़ों की क्रिप्टोकरेंसी

रेड में लगभग 350 करोड़ रुपये की फिज़िकल और डिज़िटल करेंसी बरामद हुई हैं

ख़ास बातें
  • 16 देशों की कानूनी संगठनों से मिलकर 800 आपराधियों को पकड़ा है
  • इनके पास ड्रग्स के साथ-साथ क्रिप्टोकरेंसी बरामद हुई है
  • फिज़िकल और डिज़िटल करेंसी मिलाकर लगभग 350 करोड़ रुपये है कीमत
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क्रिप्टोकरेंसी केवल अच्छे नहीं, बल्कि बुरे काम के लिए भी इस्तेमाल हो सकती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण तब मिला, जब दुनिया भर के लॉ एनफोर्समेंट अथॉरिटी ने आपराधिक समूहों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन Trojan Shield शुरू किया और ड्रग्स के साथ-साथ करोड़ों की क्रिप्टोकरेंसी पकड़ी। मीडिया रिपोर्ट कहती है कि इस ऑपरेशन में 16 देशों के कानूनी संगठन शामिल हुए और 800 से अधिक अपराधियों को पकड़ा गया। इन अपराधियों के पास से छह टन कोकीन, पांच टन भांग और दो टन मेथामफेटामाइन बरामद हुई। हैरानी की बात यह है कि इनके पास विभिन्न देशों की करेंसी के साथ-साथ क्रिप्टोकरेंसी भी थी, जिनकी कुल कीमत 48 मिलियन डॉलर (लगभग 350 करोड़ रुपये) थी। 

Business Insider की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर के 16 देशों के कानूनी संगठनों ने मिलकर एक ऑपरेशन शुरू किया। इस ऑपरेशन का नाम Trojan Shield था। ऑपरेशन में 800 अपराधियों को पकड़ा गया। इनके पास से ड्रग्स और कई देशों की करेंसी के साथ-साथ क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrencies) भी बरामद की गई। रिपोर्ट में इस बात की जानकारी नहीं है कि केवल क्रिप्टोकरेंसी की कीमत कितनी थी, लेकिन फिज़िकल और डिज़िटल करेंसी की कुल कीमत 48 मिलियन डॉलर (लगभग 350 करोड़ रुपये) थी। यह ऑपरेशन तीन साल से चल रहा था और इसमें मुख्य भागीदारी एक मैसेजिंग सर्विस ANOM की थी, जिसे सुरक्षित माना जा रहा था, लेकिन वास्तव में इसे पुलिस द्वारा नियंत्रित किया जा रहा था। ऐसे में अपराधियों का मानना ​​था कि वे सुरक्षित रूप से एक-दूसरे से कॉन्टेक्ट कर रहे हैं, लेकिन असल में पुलिस उनकी हर हरकत पर नज़र रख रही थी।

FBI (फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) ने ANOM सर्विस को 2019 में ऑस्ट्रेलिया की फेडरल पुलिस के साथ मिलकर तैयार किया था। समय के साथ यह मैसेजिंग सर्विस अपराधियों के बीच लोकप्रिय हो गई और अधिकतम अपराधी इसी सर्विस पर बातें करने लगे। अथॉरिटी को इसी का फायदा मिला और उन्होंने रेड के जरिए 800 अपराधी पकड़े। इस सर्विस के जरिए अपराधियों ने 2.7 करोड़ मैसेज और 45,000 तस्वीरों का आदान-प्रदान किया।

कई एजेंसी द्वारा समय-समय पर बड़े आपराधिक ग्रुप्स पर रेड मारी जाती है, लेकिन इस बार इतने बड़े पैमाने पर क्रिप्टोकरेंसी का बरामद होना सभी अथॉरिटी के लिए चिंता की बात है। सरकारें पहले से ही क्रिप्टोकरेंसी के दुरुप्योग पर चिंता जताते आई है। जैसा कि रिपोर्ट भी कहती है, वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी का मॉडर्न एन्क्रिप्शन तोड़ना कानूनी संगठनों के लिए सबसे बड़ी परेशानी है। यही कारण है कि हाल ही में अमेरिकी इंटरनल रेवेन्यू सर्विस के प्रमुख ने कानून से जुड़े लोगों से क्रिप्टो ट्रांसफर पर सख्त नियम बनाने के लिए अधिकार प्रदान करने का मांग भी की। 

IRS के चीफ चार्ल्स रेटिग (Charles Rettig) का मानना है कि दुनिया भर में 8,600 से अधिक एक्सचेंज हैं, जिसके साथ क्रिप्टोकरेंसी बाज़ार की कुल कैपिटल 2 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 1,45,84,300 करोड़ रुपये) से अधिक है। उनका कहना है कि इन क्रिप्टोकरेंसी को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि इनमें से अधिकांश डिज़िटल करेंसी कानून की नज़र से दूर रहती है। इसी के चलते उन्होंने समिति से क्रिप्टो ट्रांसफर पर सख्त नियम बनाने के लिए अधिकार प्रदान करने का मांग की है।
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नितेश पपनोई Nitesh has almost seven years of experience in news writing and reviewing tech products like smartphones, headphones, and smartwatches. At Gadgets 360, he is covering all ...और भी
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