ऑनलाइन गेमिंग ने पिछले कुछ वर्षों में कई लोगों की जिंदगी बर्बाद की है। PUBG Mobile (भारत में अब Battlegrounds Mobile India के नाम से प्रसिद्ध) के चस्के के चलते भी हम पिछले कुछ वर्षों में आत्महत्या व खून-खराबे की कई खबरें सुन चुके हैं। लेटेस्ट खबर भी आत्महत्या से संबंधित है, जहां एक युवक ने कथित तौर पर ऑनलाइन गेम्स के चस्के के चलते सुसाइड कर लिया है।
घटना यूनिवर्सिटी रोड थाना अंतर्गत राजकोट में रहने वाले एक 17 वर्षीय युवक ने अपने घर पर आत्महत्या की है। कथित तौर पर उसे PUBG जैसे ऑनलाइन गेम्स का चस्का था। युवक का नाम आनंद अग्रवाल बताया जा रहा है, जिसने अपने कमरे में बाथरूम की ग्रिल पर दुपट्टे से लटक कर आत्महत्या की है। घटना रविवार 15 मई की है।
TOI के
अनुसार, युवक याज्ञनिक रोड पर एक दुकान में काम करता था। आनंद की मां ने उसे बाथरूम जाते देखा और जब वह बहुत देर तक बाहर नहीं आया, तो उसकी मां दरवाजा खटखटाया। इतने के बाद भी जब आनंद ने दरवाजा नहीं खोला तो उसकी मां को शक हुआ। जब आनंद के मोबाइल पर कई बाद कॉल किया गया और उसने जवाब नहीं दिया, तो मां ने परिवार के अन्य सदस्यों को इसकी जानकारी दी।
रिपोर्ट में बताया गया है कि आनंद की मां ने उनके बड़े बेटे को बुलाया, जो मावड़ी क्षेत्र में रहता है। इसके बाद बाथरूम का दरवाजा तोड़ा गया, जहां आनंद दुपट्टे से लटका पाया गया। प्रशाशन द्वारा पब्लिकेशन को बताया गया कि आनंद की मां का कहना है कि आनंद को अपने मोबाइल पर PUBG खेलने का चस्का था।
जैसा कि हमने बताया, गेमिंग के चलते आत्महत्या का यह पहला किस्सा नहीं है। इस साल फरवरी में, मुंबई के एक 14 साल के लड़के को उसके कमरे में
मृत पाया गया था। पुलिस जांच में सामने आया कि लड़का ऑनलाइन गेम खेलने का आदी था। युवक 7वीं कक्षा में पढ़ता था। पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में पाया गया है कि बच्चा रॉयाल बैटल गेम गेरेना फ्री फायर (Garena Free Fire) खेलने का आदी था। हालांकि, माता-पिता ने बच्चे में ऐसी किसी भी लत से इनकार किया है।
इस तरह की बढ़ती घटनाओं के बीच बच्चों के माता-पिता और घर के बड़े लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे में बच्चे के व्यवहार और उसकी दिनचर्या पर ध्यान देना जरूरी है। अगर समय रहते बच्चे में कोई असामान्य व्यवहार या किसी लत का पता चल जाता है तो इस तरह की आत्मघातक घटनाओं को रोका जा सकता है।