Battlegrounds Mobile India के 71 हजार से अधिक अकाउंट्स को Krafton ने बैन कर दिया है। ये अकाउंट पिछले हफ्ते बैन किए गए हैं। क्राफ्टन समय-समय पर इस तरह के कदम उठाती रहती है ताकि गेम में चीटर्स के कारण अन्य प्लेयर्स का एक्सपीरियंस खराब न हो। डेवलेपर ने बैन किए गए अकाउंट्स की लिस्ट भी पब्लिश की है। पिछले महीने क्राफ्टन ने कहा था कि वह गेम में चीटर पाए जाने वाले प्लेयर्स की डिवाइस को पर्मानेंट तौर पर बैन कर देगी।
Krafton ने एक
पोस्ट के माध्यम से अकाउंट्स को बैन करने की जानकारी दी। पोस्ट में कंपनी ने बताया कि 27 दिसंबर से 2 जनवरी के बीच उसने 71 हजार 116 अकाउंट्स को बैन किया। चीटर्स की लिस्ट को भी डेवलेपर ने पोस्ट किया। क्राफ्टन ने कहा, "बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया प्लेयर्स को गेम का बेहतर वातावरण देने के लिए इस तरह के सख्त कदम उठाती रहेगी। हमारा लक्ष्य गेम में अवैध प्रोग्राम का इस्तेमाल करके चीट करने वाले प्लेयर्स को पूरी तरह से रोकना है।"
बैन किए जाने के बाद इन अकाउंट्स से दोबारा गेम में लॉगइन नहीं किया जा सकता है। क्राफ्टन आमतौर पर प्लेयर्स को तब बैन करती है जब गेम को किसी अनॉथराइज्ड चैनल से डाउनलोड किया गया हो या फिर उस डिवाइस पर कोई अवैध प्रोग्राम इंस्टॉल किया गया हो।
क्राफ्टन का नया सिक्योरिटी लॉजिक गेम में अवैध प्रोग्राम का इस्तेमाल होने की पहचान कर लेता है और उसके बाद उस डिवाइस पर गेम को हमेशा के लिए बैन कर दिया जाता है। इससे पहले क्राफ्टन ने 20 से 26 दिसंबर के बीच 60 हजार अकाउंट्स को बैन किया था। जबकि 13 से 19 दिसंबर के बीच 1 लाख के लगभग अकाउंट्स को बैन किया था। कंपनी ने 6 से 12 दिसंबर के बीच भी 1 लाख 42 हजार अकाउंट्स को बैन किया था।
कंपनी प्लेयर्स को गैर-कानूनी एक्टिविटी के लिए नोटिस भी भेजती है। अकाउंट को बैन करने से पहले कंपनी प्लेयर्स को गेम रिपेयर करने का मौका भी देती है ताकि प्लेयर्स को गेम से अनचाहा डेटा हटाने का मौका दिया जा सके।