इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की सेल्स बढ़ने के साथ EV के प्राइसेज में होगी कमी, IEA का अनुमान

EV की सेल्स में चीन पहले स्थान पर है। दुनिया भर में सड़कों पर मौजूद EV में से लगभग आधे चीन में हैं

विज्ञापन
Written by आकाश आनंद, अपडेटेड: 27 अप्रैल 2023 15:00 IST
ख़ास बातें
  • पिछले वर्ष EV के ग्लोबल मार्केट में चीन का हिस्सा लगभग 60 प्रतिशत का था
  • इस वर्ष इलेक्ट्रिक कारों की सेल्स लगभग 35 प्रतिशत बढ़ सकती है
  • पिछले कुछ वर्षों में EV की बिक्री तेजी से बढ़ी है

EV की सेल्स में चीन पहले स्थान पर है।

इस वर्ष बिकने वाली कारों में से लगभग 20 प्रतिशत इलेक्ट्रिक होने की संभावना है। इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी (IEA) का अनुमान है कि नॉर्थ अमेरिका और यूरोप में पेट्रोल और डीजल से चलने वाली कारों का मुकाबला करने के लिए स्मॉल इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के प्राइसेज घट सकते हैं। 

IEA के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर, Fatih Birol ने बताया कि EV की सेल्स बढ़ने के पीछे अमेरिका के इन्फ्लेशन रिडक्शन एक्ट का बड़ा योगदान हो सकता है। इस एक्ट में एनवायरमेंट फ्रेंडली इंडस्ट्री का समर्थन किया गया है और EV खरीदने वाले कस्टमर्स को सब्सिडी देने का प्रावधान है। EV की सेल्स में चीन पहले स्थान पर है। दुनिया भर में सड़कों पर मौजूद EV में से लगभग आधे चीन में हैं। इनमें बैटरी वाली इलेक्ट्रिक कारें और प्लग-इन हाइब्रिड व्हीकल्स शामिल हैं। पिछले वर्ष EV के ग्लोबल मार्केट में चीन की हिस्सेदारी लगभग 60 प्रतिशत की थी। चीन में स्मॉल EV मॉडल्स के प्राइसेज में भी कमी आई है। 

इस बारे में IEA की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वर्ष इलेक्ट्रिक कारों की सेल्स लगभग 35 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.4 करोड़ यूनिट्स पर पहुंचने की संभावना है। यह कुल पैसेंजर कार मार्केट का लगभग 18 प्रतिशत होगा। IEA के एनर्जी टेक्नोलॉजी हेड, Timar Guell ने बताया, "हमारा अनुमान है कि नॉर्थ अमेरिका और यूरोप में स्मॉल और मीडियम साइज इलेक्ट्रिक कारों के प्राइसेज में कमी हो सकती है।" Birol ने कहा कि कुछ देशों में सरकारें एनवायरमेंट को लेकर आशंकाओं के कारण EV से जुड़ी इंडस्ट्री में इनवेस्टमेंट कर रही हैं। इससे पेट्रोलियम पर निर्भरता कम होगी। 

भारत में इस वर्ष के इकोनॉमिक सर्वे के अनुसार, देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का मार्केट 2030 तक बढ़कर एक करोड़ यूनिट्स सालाना का हो सकता है। इससे लगभग पांच करोड़ डायरेक्ट और इनडायरेक्ट जॉब्स मिलने का अनुमान है। इकोनॉमिक सर्वे में बताया गया था कि  दिसंबर में सेल्स के लिहाज से जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया में भारत तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट बन गया था। इकोनॉमिक सर्वे के अनुसार, "ग्रीन एनर्जी की ओर बढ़ने में ऑटोमोटिव इंडस्ट्री एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। देश का EV मार्केट 2022 से 2030 के बीच लगभग 49 प्रतिशत के कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) से बढ़ने का अनुमान है। यह 2030 तक एक करोड़ यूनिट्स तक पहुंच सकता है। पिछले वर्ष यह लगभग 10 लाख यूनिट्स का था। 


 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Realme 15 5G, 15 Pro 5G भारत में लॉन्च; इनमें है 12GB तक रैम और 7000mAh बैटरी, जानें कीमत
#ताज़ा ख़बरें
  1. Infinix Smart 10 कल होगा भारत में लॉन्च, 5,000 mAh की बैटरी
  2. पाकिस्तान में एंट्री करेगी चाइनीज EV मेकर BYD, अगले वर्ष लॉन्च करेगी पहली इलेक्ट्रिक कार!
  3. Realme 15 5G, 15 Pro 5G भारत में लॉन्च; इनमें है 12GB तक रैम और 7000mAh बैटरी, जानें कीमत
  4. अमेरिकी टेक कंपनियों में भारतीयों की एंट्री बैन? ट्रंप के इस बयान ने सबको हिला डाला
  5. Samsung के Galaxy S26 Ultra में मिल सकती है 5,000mAh की बैटरी
  6. Google के Pixel 10 Pro Fold में मिल सकता है बड़ा डिस्प्ले, नए कलर ऑप्शंस
  7. ChatGPT ने बचाई मेरी मां की जान, जब डॉक्टर हुए फेल तो AI ने पहचाना बीमारी का कारण: X पर महिला का दावा
  8. Zelio Gracy+ फेसलिफ्ट लॉन्च: फुल चार्ज में 130 Km की रेंज, चलाने के लिए नहीं चाहिए लाइसेंस, जानें कीमत
  9. iQOO Z10 Turbo Pro+ में मिल सकती है 8,000mAh की पावरफुल बैटरी 
  10. Vivo T4R 5G जल्द होगा भारत में लॉन्च, 50 मेगापिक्सल का Sony प्राइमरी कैमरा
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.