एक बिटकॉइन व्हेल ने हाल ही में एक और बड़े ऑर्डर पर बिटकॉइन्स को खरीदा है। इस अकाउंट से 37 मिलियन डॉलर (लगभग 278 करोड़ रुपये) के बिटकॉइन को खरीदा गया है। इस व्हेल से जुड़ा ऐड्रेस बताता है कि 62,934 डॉलर (लगभग 47,21,151 रुपये) की औसत कीमत पर 596 बीटीसी कॉइन खरीदे गए हैं। खरीदारी उस समय की गई है जब दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी अपने अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर ट्रेड कर रही है।
इस डेवलेपमेंट को एक CryptoQuant एनालिस्ट द्वारा देखा गया था जो ट्विटर हैंडल @ventureFounder चलाते हैं। विश्लेषक ने ट्विटर पर खुलासा किया कि तीसरी सबसे बड़ी बिटकॉइन व्हेल ने अचानक एक बड़ा ऑर्डर पर्चेज कर लिया। इसी अकाउंट ने इससे पहले
बिटकॉइन की कीमत की ट्रैकिंग रखते हुए मल्टीपल पर्चेज और सेल भी की थीं।
चीन के क्रिप्टो बैन के बाद बिटकॉइन की कीमत में गिरावट के ठीक बाद, उसी एनालिस्ट ने सितंबर में उसी व्हेल अकाउंट से समान पर्चेज एक्टिविटी देखी थी। यह रहस्यमय व्हेल वॉलेट तब BTC 112,000 से अधिक का मालिक बन गया था, जिसकी कीमत लगभग 4,857 बिलियन डॉलर (लगभग 35,805 करोड़ रुपये) है। डेटा से पता चलता है कि वॉलेट ने बिटकॉइन को फिर दो हिस्सों में खरीदा, पहले 408 कॉइन खरीदे और फिर 321 कॉइन खरीदे।
अप्रैल-मई की मार्केट क्रैश के बाद, कई व्हेल अकाउंट्स ने इसी तरह क्रिप्टो कॉइन्स को जमा करने की कोशिश की। उस समय, बिटकॉइन तेजी से गिरकर 30,000 डॉलर (लगभग 22.1 लाख रुपये) से नीचे आ गया था, जिसने क्रिप्टो ऐसेट्स में निवेश करना बहुत ही लाभदायक बना दिया।
यह ध्यान देने योग्य है कि वर्तमान रैली जिसमें सितंबर के अंत में विश्व की सबसे बड़ी और पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन 40,000 डॉलर (लगभग 30,00,700 रुपये) पर थी। अब उससे बढ़कर पिछले सप्ताह 67,000 डॉलर (लगभग 50,26,172 रुपये) से अधिक के नए उच्च स्तर पर पहुंच गई है। ऑन चेन डेटा के अनुसार बड़े व्हेल अकाउंट्स द्वारा की जाने वाली पर्चेज इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है। बिटकॉइन की कीमत अभी स्टेबल है और इसमें बहुत अधिक उतार चढ़ाव नहीं आ रहा है। मगर एक्सपर्ट्स का मानना है कि जल्द ही इसकी ये खामोशी टूटेगी। इसकी कीमतों में बहुत जल्द फिर से बढ़ोत्तरी होने के आसार बने हुए हैं।