ED ने सिंगापुर के क्रिप्टो एक्सचेंज Vauld के एसेट्स पर लगाई रोक

Vauld को कई कारणों से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इनमें मार्केट की वोलैटिलिटी और बिजनेस पार्टनर्स की वित्तीय मुश्किलें शामिल हैं

ED ने सिंगापुर के क्रिप्टो एक्सचेंज Vauld के एसेट्स पर लगाई रोक

Vauld को कई कारणों से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है

ख़ास बातें
  • एक्सचेंज ने जून में यूजर्स की ट्रांजैक्शंस रोक दी थी
  • क्रिप्टो मार्केट में गिरावट से इसे बड़ा नुकसान हुआ है
  • इस सेगमेंट की बहुत सी फर्में कॉस्ट घटाने के उपाय कर रही हैं
विज्ञापन
एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने सिंगापुर के क्रिप्टो एक्सचेंज Vauld के लगभग 4.65 करोड़ डॉलर के एसेट्स पर रोक लगा दी है। ED ने बताया कि ये एसेट्स बैंक एकाउंट्स, पेमेंट गेटवे के बैलेंस और Flipvolt क्रिप्टो एक्सचेंज पर वॉलेट्स में हैं। इस मामले में फर्म से जुड़े कई परिसरों पर छापे मारे गए थे।

इस बारे में ED की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है, "ये लेंडिंग के गलत तरीकों के कारण अपराध से मिली रकम है। इससे खरीदी गई क्रिप्टोकरेंसी को अज्ञात विदेशी क्रिप्टो वॉलेट एड्रेस में ट्रांसफर किया गया था।" ED ने बताया कि Vauld की भारत में फर्म से जुड़े जिन एसेट्स पर रोक लगाई गई है उन्हें फंड के बारे में पूरी जानकारी देने पर ही जारी किया जाएगा। Vauld ने स्टेबलकॉइन TerraUSD में भारी गिरावट के बाद जून में अपने प्लेटफॉर्म पर यूजर्स की ट्रांजैक्शन पर रोक लगा दी थी। Flipvolt इसकी भारत में यूनिट है। इस महीने की शुरुआत में ED ने क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के लगभग 80 लाख डॉलर के एसेट्स पर रोक लगाई थी। 

Vauld को कई कारणों से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इनमें मार्केट की वोलैटिलिटी और बिजनेस पार्टनर्स की वित्तीय मुश्किलें शामिल हैं। फर्म ने बताया था कि वह रिस्ट्रक्चरिंग के विकल्पों पर भी विचार कर रही है। इसके लिए फर्म की ओर से Kroll को फाइनेंशियल एडवाइजर हायर करने के साथ ही लीगल एडवाइजर्स को भी नियुक्त किया गया है  Vauld ने संभावित इनवेस्टर्स के साथ बातचीत भी शुरू कर दी है। 

इससे पहले क्रिप्टो लेंडिंग फर्म  Celsius Network ने कस्टमर्स की ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाई थी। इस फर्म के क्लाइंट्स की ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने के फैसले की रेगुलेटर्स की ओर से जांच की जा रही है। Celsius ने कहा था कि क्रिप्टो मार्केट की खराब स्थिति के कारण वह एकाउंट्स के बीच विड्रॉल और ट्रांसफर पर रोक लगा रही है। अमेरिका में हेडक्वार्टर रखने वाली इस फर्म के ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने के फैसले की टेक्सस स्टेट सिक्योरिटी बोर्ड सहित कुछ रेगुलेटर्स जांच कर रहे हैं। इस बारे में अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने भी फर्म से जानकारी मांगी थी। क्रिप्टो सेगमेंट की बहुत सी फर्में कॉस्ट घटाने के उपाय भी कर रही हैं।  
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. 2.1 इंच बड़े डिस्प्ले, IP65 रेटिंग के साथ Lyne Lancer 16 स्मार्टवॉच भारत में Rs 1799 में लॉन्च, जानें फीचर्स
  2. Once Upon A Time In Madras OTT Release: भरत और अभिरामी की तमिल थ्रिलर फिल्म इस OTT पर देखें
  3. महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले ज्यादा पाया जा रहा कैंसर का खतरा!
  4. बिटकॉइन खरीदने के लिए करोड़ों शेयर्स इश्यू करेगी सॉफ्टवेयर कंपनी MicroStrategy
  5. Rs 1.21 करोड़ की Porsche Macan EV भारत में लॉन्च, 762km है रेंज, जानें फीचर्स
  6. 5.5G नेटवर्क क्या है? 5G से कितना आगे? किन्हें होगा फायदा, जानें सबकुछ
  7. Samsung Galaxy A26 5G स्लिम डिजाइन के साथ 4500mAh बैटरी, 120Hz रिफ्रेश रेट से होगा लैस!
  8. Flipkart Monumental Sale में 11 हजार रुपये सस्ता मिल रहा iPhone 16, जानें पूरी डील
  9. IT Jobs: Infosys में बंपर वैकेंसी! 20 हजार से ज्यादा भर्ती करेगी IT कंपनी
  10. होंडा ने भारत में लॉन्च किया Activa इलेक्ट्रिक, 1.17 लाख रुपये का प्राइस
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »