अमेरिका में प्रेसिडेंट Donald Trump के टैरिफ से जुड़े फैसलों और चीन के साथ ट्रेड वॉर का असर क्रिप्टो मार्केट पर पड़ रहा है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में गुरुवार को लगभग 1.80 प्रतिशत की गिरावट थी। इसके अलावा बहुत सी अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइस भी घटे हैं।
इस रिपोर्ट को पब्लिश किए जाने पर इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज
Binance पर Bitcoin का प्राइस लगभग 92,390 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में लगभग तीन प्रतिशत का नुकसान था। Ether का प्राइस लगभग 1,742 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। XRP का प्राइस छह प्रतिशत घटकर लगभग 2.14 डॉलर पर था। गिरावट वाली अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में Solana, BNB, Stellar और Hedera शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग एक प्रतिशत के नुकसान के साथ लगभग 2.9 लाख करोड़ डॉलर पर था। इस मार्केट में बिटकॉइन की हिस्सेदारी घटकर 63 प्रतिशत से कुछ अधिक की है।
बिटकॉइन के लिए रेजिस्टेंस 96,300 डॉलर और सपोर्ट लगभग 91,700 डॉलर पर है।
बिटकॉइन स्पॉट ETFs में इनफ्लो बढ़ने से इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसीज में तेजी आ सकती है। अमेरिका में जारी किए जाने वाले एंप्लॉयमेंट डेटा का शॉर्ट-टर्म में इस मार्केट पर असर पड़ सकता है।
हाल ही में व्हाइट हाउस के डिजिटल एसेट्स पर प्रेसिडेंट की एडवाइजर्स की काउंसिल के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर, Bo Hines ने बताया था कि अमेरिका की सरकार बिटकॉइन की होल्डिंग के लिए अपने गोल्ड के रिजर्व का इस्तेमाल करने के तरीकों पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा था, "अगर हम गोल्ड के रिजर्व पर प्रॉफिट को भुनाते हैं तो यह बिटकॉइन खरीदने का एक अच्छा तरीका होगा।" Hines ने सीनेटर Cynthia Lummis की ओर से पेश किए गए बिटकॉइन एक्ट का भी जिक्र किया था। इसमें लगभग 10 लाख बिटकॉइन खरीदने का सुझाव दिया गया था। यह बिटकॉइन की कुल सप्लाई का लगभग पांच प्रतिशत होगा। ट्रंप ने बिटकॉइन का स्ट्रैटेजिक रिजर्व बनाने के ऑर्डर पर साइन किए थे। अमेरिका के स्ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व में सरकार की ओर से जब्त किए गए बिटकॉइन को शामिल किया जाएगा। कुछ देशों में इस सेगमेंट के लिए रेगुलेशंस बनाए जा रहे हैं। इससे इस मार्केट में स्कैम के मामलों पर लगाम लग सकेगी।