अमेरिकी प्रेसिडेंट Donald Trump की क्रिप्टो से जुड़ा रिजर्व बनाने की योजना को लेकर इस मार्केट में उत्साह नहीं है। क्रिप्टो मार्केट में मंगलवार को भारी गिरावट थी। इसके पीछे कुछ बड़े देशों के बीच ट्रेड को तनाव प्रमुख कारण है। इसके साथ ही ट्रंप की रिजर्व की योजना को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं होने का भी असर पड़ा है।
मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस नौ प्रतिशत से अधिक घटा है। इस रिपोर्ट को पब्लिश किए जाने पर इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज Binance पर बिटकॉइन का प्राइस लगभग 9.20 प्रतिशत गिरकर लगभग 83,662 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में 11 प्रतिशत से ज्यादा का नुकसान था। Ether का प्राइस लगभग 2,094 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा Solana में 15 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट थी। बहुत सी अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइस भी घटे हैं।
ट्रंप ने क्रिप्टोकरेंसीज का स्ट्रैटेजिक रिजर्व बनाने की घोषणा की है। इसमें Bitcoin, Ether, Solana और XRP जैसी क्रिप्टोकरेंसीज को शामिल किया जाएगा।
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म TruthSocial पर एक पोस्ट में क्रिप्टोकरेंसीज का रिजर्व बनाने की जानकारी दी है। इसका उद्देश्य क्रिप्टो मार्केट को बढ़ावा देना है। इससे पहले ट्रंप ने डिजिटल एसेट्स से जुड़े एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर को साइन किया था। इस पोस्ट में ट्रंप ने कहा है, "अमेरिका के क्रिप्टो रिजर्व से पूर्व की बाइडेन सरकार के वर्षों के भष्ट हमलों के बाद इस सेगमेंट को बढ़ावा मिलेगा।" इसके साथ ही ट्रंप ने दुनिया में अमेरिका को क्रिप्टो की राजधानी बनाने की अपनी योजना को भी दोहराया है। उन्होंने कहा, "मैं यह पक्का करूंगा कि दुनिया में अमेरिका को क्रिप्टो की राजधानी बनाया जाए।"
इसके साथ ही ट्रंप ने दो बड़ी
क्रिप्टोकरेंसीज Bitcoin और Ether के लिए अपने समर्थन को भी दोहराया है। उन्होंने कहा कि ये दोनों क्रिप्टोकरेंसीज निश्चित तौर पर इस रिजर्व का प्रमुख हिस्सा होंगी। ट्रंप की इस घोषणा के बाद क्रिप्टो मार्केट में तेजी आई थी लेकिन यह ज्यादा देर तक नहीं रही। हाल ही में ट्रंप की अगुवाई वाली अमेरिका की नई सरकार ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार करने का भी फैसला किया था। ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान बिटकॉइन का रिजर्व और क्रिप्टो के पक्ष में पॉलिसी बनाने का संकेत दिया था।