क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े फ्रॉड की घटनाएं अब दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और अब इसमें भारतीय क्रिप्टो निवेशक भी शामिल हो गए हैं। दुनियाभर में निवेशकों की बढ़ती संख्या ने हैकर्स और फ्रॉड करने वालों की गतिविधियों को भी बढ़ा दिया है। यदि आप सोच रहे हैं कि भारतीय क्रिप्टोकरेंसी निवेशक अभी इन अवैध गतिविधियों का शिकार नहीं बने हैं, तो आप गलत हैं, क्योंकि साइबरक्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के डेटा से पता चला है कि पिछले साल जनवरी से लेकर जून के बीच दिल्ली और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा क्रिप्टो संबंधित फ्रॉड हुए हैं। डेटा रिकॉर्ड बताता है कि क्रिप्टो फ्रॉड से जुड़े सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से आए हैं और दूसरे नंबर पर दिल्ली है।
HT Tech ने नेशनल साइबरक्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल का हवाला देते हुए
जानकारी दी है कि Bitcoin, Ethereum से जुड़े कई फ्रॉड में अपराधी ऐसी वेबसाइट बनाते हैं, जहां लोग क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) खरीदते हैं और इससे पहले किसी को भनक लगे, ये अपराधी निवेशकों के करोड़ों रुपये लेकर गायब हो जाते हैं। केवल वेबसाइट ही नहीं, ये क्रिप्टोकरेंसी स्कैमर्स लोगों को ठगने के लिए नकली वर्चुअल करेंसी (Fake virtual currencies), और ऐप्स भी बनाते हैं।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड से जुड़ा एक मामला हाल ही में
सामने आया था, जहां निवेश के बदले अच्छे रिटर्न का वादा करके 17 लोगों से 38 लाख रुपये की ठगी की गई है। मामला गुजरात का है, जहां कथित तौर पर एक क्रिप्टोकरेंसी रैकेट को अब हिरासत में लिया जा चुका है। पकड़े गए चार आरोपी सितंबर 2020 से 'cybertron.live' नाम का एक पोर्टल चला रहे थे। आरोपियों ने लोगों को ट्रॉन Tron क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सलाह दी। वादा किया कि निवेशकों के वर्चुअल वॉलेट में रोजाना 2% प्रॉफिट भेजा जाएगा। ऐसा कर 150 दिनों के अंदर लोगों से करोड़ों रुपये लिए गए।
क्रिप्टो मार्केट शेयर मार्केट की तरह काम नहीं करती है, जहां निवेशकों का पैसा कानूनी तौर पर सुरक्षित रहता है। पिछले कुछ समय में लोग क्रिप्टोकरेंसी को तेज़ी से पैसा कमाने का एकमात्र तरीका समझने लगे हैं और इसी के चलते इस मार्केट में लोग बिना जरूरी जानकारियों के लिए अपना कीमती पैसा लगा रहे हैं। लोगों को यह जानकारी नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोग्राफी टेक्नोलॉजी के जरिए सुरक्षित एक डिजिटल करेंसी है, जिसे किसी सरकार या देश ने नहीं बनाया है। क्रिप्टो जगत में कई चीज़ों को ट्रेस करना मुश्किल होता है और यही कारण है कि इस मार्केट में आए दिन करोड़ों के स्कैम हो रहे हैं। हालांकि, ऐसा नहीं है कि आप क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े फ्रॉड या स्कैम से नहीं बच सकते हैं।
जैसा कि हमने बताया, फ्रॉड के सबसे अधिक मामले नकली क्रिप्टो पोर्टल या ऐप से जुड़े हैं। इसका मतलब है कि आपको बिना जानकारी के किसी लुभावने ऑफर का शिकार नहीं होना है। यदि आपके ईमेल बॉक्स में बिटकॉइन, ईथेरियम या किसी भी अन्य क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा कोई लुभावना ऑफर आता है, तो आपको बिना जांच किए उसके ऊपर विश्वास नहीं करना है।
स्कैमर्स आपको आपके निवेश के बदले दो, तीन,चार या कई गुना रिटर्न देने का वादा करेंगे। इस तरह के ऑफर्स से भी आपको बचना चाहिए। इसके अलावा, आपको यह भी जांचना होगा कि आपको ऑफर देने वाला व्यक्ति, टीम या ग्रुप असल में वास्तविक है या नहीं। आप इसके लिए गूगल का सहारा ले सकते हैं।
वर्तमान में कई क्रिप्टो ट्रेडिंग ऐप्स या वेबसाइट मौजूद हैं, जो आपके पैसे को क्रिप्टो में लगाने की सहूलियत देते हैं। इन पोर्टल्स की संख्या भी तेज़ी से बढ़ रही हैं। हालांकि, हम आपको उन्हीं पोर्टल के जरिए निवेश करने का सुझाव देंगे, जो पिछले कुछ सालों में वैध तरीके से काम करते हैं और ग्लोबल लेवल पर वैरिफाइड हैं। भारत में इस तरह के पॉपुलर और बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज CoinSwitch Kuber, WazirX, CoinDCX आदि हैं। वहीं, ग्लोबल एक्सचेंज की बात करें, तो Binance और Coinbase दो सबसे बड़े नाम हैं। इस तरह के कई वैध क्रिप्टो एक्सचेंज हैं, जिनके बारे में आप ऑनलाइन जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं और अपनी समझ से निवेश कर सकते हैं।