Wall Street पर मंगलवार को बिटकॉइन फ्यूचर्स से जुड़ी एक और नई सिक्योरिटी के लॉन्च के साथ बिटकॉइन मेन स्ट्रीम इन्वेस्टिंग के एक कदम और करीब चला गया है। इस मौके को खास बनाने के लिए, ProShares, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड लीडर, एक प्रकार का निवेश जो एक इंडेक्स से जुड़ा हुआ है, ने मंगलवार को न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज की ओपनिंग बेल बजाई।
Bitcoin Strategy ETF जो "BITO" टिकर के तहत ट्रेड कर रहा था, ने अपने पहले सेशन में 4.9 प्रतिशत बढ़त ली और 41.94 डॉलर (लगभग 3,150 रुपये) हो गया। यह ऐसी घटना रही जिसका
क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में बेसब्री से इंतजार था और जिसने Bitcoin futures को बूस्ट किया। 20 अक्टूबर
भारत में बिटकॉइन की कीमत खबर लिखने के समय लगभग 50 लाख रुपये के पार जा पहुंची थी।
फंड के आने से बिटकॉइन अपने सबसे ऊंचे स्तर के और करीब पहुंच गया। 2030 GMT के करीब यह डिजिटल करेंसी 64,313 डॉलर (लगभग 48.3 लाख रुपये) पर थी, जो अपने अप्रैल के रिकॉर्ड से 600 डॉलर (लगभग 45,000 रुपये) से कम थी। म्यूचुअल फंड के उलट, जो दिन में केवल एक बार ट्रेड करते हैं, ईटीएफ को पूरे ट्रेडिंग सेशन में ट्रांजेक्ट किया जा सकता है, जिससे वे इंडिविजुअल स्टॉक की तरह बन जाते हैं और रोजमर्रा के निवेशकों के साथ तेजी से पॉपुलर हो जाते हैं।
ProShares ने कहा कि डिजिटल करेंसी में डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट के बजाय, BITO "मुख्य रूप से Bitcoin futures में" निवेश करेगा। सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने बिटकॉइन से सीधे जुड़े ईटीएफ को बार-बार खारिज किया है, यह कहते हुए कि उनके द्वारा मार्केट में हेरफेर किया जा सकता है। SEC के अध्यक्ष गैरी जेन्सलर ने कहा कि बिटकॉइन से जुड़ा फ्यूचर्स भी अस्थिर हो सकता है, लेकिन ProShares ETF एक फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ा हुआ है जिसे 2017 से कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमिशन द्वारा रेगुलेट किया जा रहा है।
जेन्सलर ने सीएनबीसी पर कहा, "मुझे लगता है कि आपके पास यहां एक प्रोडक्ट है, इसकी देखरेख चार साल से की जा रही है।" उन्होंने आगे कहा कि लंबे समय से अमेरिकी कानून के तहत ईटीएफ पर एसईसी का अधिकार क्षेत्र है।
Valkyrie Investments जैसे दूसरे फंड्स भी बिटकॉइन से जुड़े ETF को लेकर प्लान कर रहे हैं।