Aarogya Setu ऐप में कमी निकालो, सरकार देगी 1 लाख रुपये

फिलहाल Aarogya Setu ऐप में सभी समर्थित प्लेटफार्मों पर 11.50 करोड़ रजिस्टर्ड यूज़र्स हैं। आरोग्य सेतु के एंड्रॉयड वर्ज़न का सोर्स कोड 26 मई की मध्यरात्रि से GitHub पर उपलब्ध हो चुका है।

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जगमीत सिंह, अपडेटेड: 27 मई 2020 11:32 IST
ख़ास बातें
  • Aarogya Setu ऐप में समस्या ढूंढ़ने पर मिलेंगे 1 लाख रुपये
  • समस्या को ठीक करने पर भी मिलेगा 1 लाख रुपये का इनाम
  • Niti Aayog ने आरोग्य सेतु के कोड को किया ओपन सोर्स

Aarogya Setu ऐप बाउंटी प्रोग्राम में रिसर्चर्स के पास 1 लाख रुपये का इनाम जीतने का है मौका

Aarogya Setu को लेकर कई विशेषज्ञों द्वारा गोपनीयता पर सवाल उठाए जाने के बाद NITI Aayog ने आरोग्य सेतु ऐप के कोड को ओपन सोर्स कर दिया है। नया कदम इस ऐप के अप्रैल में लॉन्च होने के 41 दिन बाद आया है। याद दिला दें कि इस कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ऐप ने 10 करोड़ रजिस्ट्रर्ड यूज़र्स के आंकड़े को पार कर दिया है। निति आयोग ने Aarogya Setu के Android वर्ज़न का सोर्स कोड जारी किया है, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसका इस्तेमाल उसके कुल यूज़र्स के 98 प्रतिशत द्वारा किया जाता है। नीति आयोग ने यह भी कहा है कि वे आरोग्य सेतु ऐप के iOS और KaiOS वर्ज़न के सोर्स कोड को बाद के चरण में खोलेंगे।

Aarogya Setu के एंड्रॉयड वर्ज़न का सोर्स कोड 26 मई की मध्यरात्रि से GitHub पर उपलब्ध हो चुका है। राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) ने शोधकर्ताओं को ऐप में खामियों को खोजने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक बग बाउंटी कार्यक्रम की घोषणा भी की है।

फिलहाल आरोग्य सेतु ऐप में सभी समर्थित प्लेटफार्मों पर 11.50 करोड़ रजिस्टर्ड यूज़र्स हैं। सम्मेलन के दौरान, Kant ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि ऐप ने पहले से ही अपने इंटरनल कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके कोरोनोवायरस संक्रमण के संभावित जोखिम के बारे में चेतावनी देकर 1,40,000 से अधिक लोगों की मदद की थी।

सुरक्षा विशेषज्ञ इस ऐप में यूज़र्स की गोपनीयता पर अपनी चिंताएं पहले ही व्यक्त कर चुके हैं और सरकार से पिछले महीने आरोग्य सेतु ऐप के कोड को खोलने का आग्रह भी चुके हैं। NITI Aayog GitHub पर अपनी रिपॉजिटरी के जरिए से ऐप के सभी बाद के अपडेट जारी करने के लिए भी तैयार है।


कोड को ओपन सोर्स करने के अलावा, सरकार ने बग बाउंटी प्रोग्राम लॉन्च किया है, जिसे MyGov टीम द्वारा होस्ट किया जाएगा। यह प्रोग्राम सिक्योरिटी रिसर्चरों को 1 लाख रुपये का इनाम पाने में मदद करेगा। इसमें ऐप में सुरक्षा कमज़ोरियों या कमियों को खोजने वाले व्यक्ति को 1 लाख रुपये का इनाम मिलेगा। इसके अलावा 1 लाख रुपये का एक अतिरिक्त इनाम कोड को सुधारने के लिए भी दिया जाएगा।
 
 

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