माइक्रोसॉफ्ट अपने एज ब्राउज़र की तरफ यूज़र का ध्यान आकर्षित करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। अब कंपनी ने यूज़र द्वारा एज ब्राउज़र का इस्तेमाल करने पर पैसे देने का फैसला किया है। इससे पहले कंपनी ने दावा किया था कि एज ब्राउज़र दूसरे प्रतिद्वंदियों गूगल क्रोम, मोज़िला फायरफॉक्स और ओपेरा से ज्यादा बैटरी लाइफ देता है।
माइक्रोसॉफ्ट के मुताबिक, हर रोज के काम के दौरान एज ब्राउज़र 36-53 प्रतिशत ज्यादा बैटरी लाइफ देता है। इनमें यूट्यूब पर वीडियो देखना, इंटरनेट ब्राउज़िंग और सोशल नेटवर्किंग का इस्तेमाल शामिल है।
सीनेट ने शुक्रवार को खबर दी कि माइक्रोसॉफ्ट रिवॉर्ड्स की
घोषणा इसी हफ्ते हुई। कंपनी ने बिंग रिवॉर्ड्स की ही रीब्रांडिंग की है और अभी यह सिर्फ अमेरिका में ही उपलब्ध है। इसके तहत एज और बिंग इस्तेमाल करने के अलावा माइक्रोसॉफ्ट स्टोर से शॉपिंग करने पर भी रिवॉर्ड पॉइंट मिलते हैं।
बदले हुए रिवॉर्ड्स प्रोग्राम के तहत यूज़र को माइक्रोसॉफ्ट के सर्च इंजन बिंग को अपने डिफॉल्ट सर्च इंजन के तौर पर इस्तेमाल करना होता है। इससे मिलने वाले पॉइंट्स को वाउचर या क्रेडिट के तौर पर अमेज़न, स्टारबक्स, स्काइप और आउटलुकडॉटकॉम के एड-फ्री वर्जन में इस्तेमाल किया जा सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, ''विंडोज 10 का इस्तेमाल कर रहे लगभग तीन चौथाई यूज़रर एज ब्राउज़र का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं।'' बता दें, एज ब्राउज़र के पिछले वर्जन इंटरनेट एक्सप्लोरर के साथ माइक्रोसॉफ्ट का समय में ब्राउज़र पर अकेले प्रभुत्व था।
पिछले एक दशक से ज्यादा समय में एज के इस्तेमाल में खासी कमी आई है। यूज़र अब गूगल के क्रोम और मोज़िला फायरफॉक्स का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं और इंटरनेट एक्सप्लोरर अपना यूज़रबेस बनाए रखने में कामयाब नहीं हो सका।