गूगल ने इस साल के डेवलपर कॉन्फ्रेंस के दौरान कई बड़ी घोषणाएं की। इनमें से एक है एंड्रॉयड इंस्टेंट ऐप्स। इस फ़ीचर से यूज़र एक लिंक पर टैप करके किसी भी ऐप को खोल पाएंगे, चाहे वह ऐप डिवाइस पर इंस्टॉल भी ना हो। यह कंपनी द्वारा बनाए जा रहे ऐप स्ट्रीमिंग फ़ीचर का विस्तार है।
कीनोट एड्रेस के दौरान गूगल ने कहा था कि वह यूज़र को ऐप्स को आसानी से एक्सेस करने का विकल्प देना चाहती है। प्रोडक्ट मैनेजर सुरेश गणपति ने कहा, "आज हम अपने नए प्रोजेक्ट का प्रिव्यू साझा कर रहे हैं। यह यूज़र द्वारा एंड्रॉयड ऐप इस्तेमाल करने के अनुभव को बदल देगा। हम इसे एंड्रॉयड इंस्टेंट ऐप्स बुलाते हैं। इसकी मदद से एंड्रॉयड ऐप्स बिना इंस्टॉल किए हुए भी तेजी से चल जाएंगे।"
नया फ़ीचर मुख्य तौर पर यूज़र को सर्च, सोशल मीडिया, मैसेजिंग और अन्य डीप लिंक्स से ऐप एक्सेस करने की सुविधा देता है, यानी सबकुछ छोड़कर सबसे पहले ऐप इंस्टॉल करने की टेंशन से छुट्टी। कंपनी ने बताया कि इस फ़ीचर के लिए
पार्टनर ऐप्स को मॉड्यूल तैयार करना होगा। जिसकी मदद से यूज़र किसी ऐप फ़ीचर पर टैप करके सिर्फ जरूरी मॉड्यूल्स एक्सेस कर पाएंगे।
गूगल ने ज्यादातर एंड्रॉयड यूज़र को इस फ़ीचर की सुविधा देने के लिए इसे जेली बीन ओएस और उसके बाद के वर्ज़न के लिए पूरी तरह से फिट बनाया है। गणपति ने दावा किया है कि इस तरह से एंड्रॉयड इंस्टेंट ऐप्स 10 करोड़ यूज़र तक पहुंच जाएगा।
ब्लॉग पोस्ट में गणपति ने बताया कि एंड्रॉयड के डेवलपरों को गूगल के इंस्टेंट ऐप्स फ़ीचर के लिए अलग से नया ऐप नहीं बनाना होगा। कंपनी ने यह भी जानकारी दी कि वह इंस्टेंट ऐप्स के लिए चुनिंदा डेवलपर के साथ काम भी कर रही है और धीरे-धीरे इसे ज्यादा लोगों के लिए मुहैया कराया जाएगा।
अभी गूगल ने बज़फीड, बीएंडएच फोटो, मीडियम, होटल टुनाइट, ज़ंपर और डिजनी के डेवलप के साथ काम किया है। एंड्रॉयड इंस्टेंट ऐप्स को साल के अंत तक आम यूज़र के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।