Samsung उन शुरुआती स्मार्टफोन्स ब्रैंड में शामिल है, जिन्होंने उसके गैलेक्सी स्मार्टफोन्स में Galaxy AI की क्षमताओं को शामिल किया है। इसकी शुरुआत भले सैमसंग के महंगे फोन्स से हुई हो, लेकिन आने वाले दिनों में हर सैमसंग डिवाइस में Galaxy AI को इनबिल्ट करने का लक्ष्य है। भारतीय मार्केट की अहमियत को समझते हुए कंपनी ने Galaxy AI में कई नई भाषाओं को जोड़ा है। गैलेक्सी AI में अब 16 भाषाओं को शामिल किया गया है, जिनमें हिंदी भी शामिल है। एक रिपोर्ट के अनुसार, अकैडमिक इंस्टिट्यूशंस के साथ वैश्विक सहयोग और साझेदारी के दम पर यह मुमकिन हुआ है। इस डेवलपमेंट में बंगलूरू स्थित सैमसंग का आरएंडडी इंस्टीट्यूट भी शामिल रहा।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, हिंदी के अलावा अब गैलेक्सी एआई को ‘थाई', ‘वियतनामी' और ‘इंडोनेशियाई' समेत कुछ अन्य भाषाओं के लिए एक्सपेंड किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, गैलेक्सी एआई के लिए हिंदी एआई मॉडल को डेवलप करना आसान नहीं था। इसे बेहतरीन बनाने के लिए टीम ने 20 से ज्यादा क्षेत्रीय बोलियों, स्वर-विन्यास (tonal inflections), विराम चिह्न (punctuation) और बोलचाल की भाषाओं को इसमें शामिल किया। हिंदी बोलने वाले अक्सर बातचीत के दौरान अंग्रेजी के शब्दों को भी उसमें जोड़ देते हैं। हिंदी एआई मॉडल में इस बात का भी ध्यान रखा गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, गैलेक्सी एआई के लिए हिंदी मॉडल डेवलप करने के लिए रिसर्च टीम को कई राउंड पूरे करने पड़े, तब जाकर एआई मॉडल ट्रेंड हो पाया। रिपोर्ट के अनुसार, इस काम में वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने भी मदद की और हिंदी की लगभग 10 लाख लाइनों को सेगमेंट में बांटकर उनके क्यूरेटेड ऑडियो डेटा को सिक्योर करने में सहायता की।
सैमसंग के आरएंडडी इंस्टीट्यूट बंगलूरू ने दुनियाभर की आरएंडडी टीमों के साथ काम किया और ब्रिटिश, इंडियन और ऑस्ट्रेलियन इंग्लिश के लिए एआई मॉडलों को डेवलप किया। फीचर्स की बात करें तो गैलेक्सी एआई को लाइव ट्रांसलेट, नोट असिस्टेंट, ब्राउजिंग असिस्टेंट जैसे कामों में इस्तेमाल किया जा सकता है।