• होम
  • एआई
  • ख़बरें
  • AI के क्षेत्र में चीन की बड़ी तैयारी! 10 साल में सबसे ज्‍यादा पेटेंट फाइल कर अमेरिका को पीछे छोड़ा

AI के क्षेत्र में चीन की बड़ी तैयारी! 10 साल में सबसे ज्‍यादा पेटेंट फाइल कर अमेरिका को पीछे छोड़ा

China AI Patents : विश्व बौद्धिक संपदा संगठन ने ‘जनरेटिव एआई पेटेंट स्थिति रिपोर्ट’ (Generative AI Patent Status Report) को रिलीज किया है।

AI के क्षेत्र में चीन की बड़ी तैयारी! 10 साल में सबसे ज्‍यादा पेटेंट फाइल कर अमेरिका को पीछे छोड़ा

10 साल में दुनियाभर में एआई से संबंधित आविष्‍कारों के ऐप्लिकेशंस की संख्‍या 54 हजार तक पहुंच गई।

ख़ास बातें
  • एआई पेटेंट में चीन ने दुनिया के देशों को पीछे छोड़ा
  • 10 साल में सबसे ज्‍यादा जेनरेटिव एआई पेटेंट फाइल किए
  • अमेरिका के पेटेंट आवेदनों से छह गुना ज्‍यादा
विज्ञापन
China AI Patents : चीन की बढ़ती ताकत हर क्षेत्र में दुनिया के विकसित देशों को चुनौती दे रही है। स्‍पेस सेक्‍टर में उसकी धमक हम देख चुके हैं। सुपरपावर अमेरिका भी चीनी मंसूबों को रोकने में कामयाब नहीं हो पा रहा। भविष्‍य में यह मुश्किल और कठिन होने वाली है, क्‍योंकि अब एआई (आर्टिफ‍िशियल इंटेलिजेंस) के क्षेत्र में भी चीन का दबदबा हो सकता है। विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (World Intellectual Property Organization) ने ‘जनरेटिव एआई पेटेंट स्थिति रिपोर्ट' (Generative AI Patent Status Report) को रिलीज किया है। रिपोर्ट के मुताबिक 2014 से 2023 तक, चीनी आविष्कारकों ने सबसे ज्‍यादा संख्या में जनरेटिव एआई पेटेंट के लिए ऐप्लिकेशन दी है। यह अमेरिका, दक्षिण कोरिया, जापान और भारत से कहीं ज्‍यादा है।

रिपोर्ट के अनुसार, बीते 10 साल में दुनियाभर में एआई से संबंधित आविष्‍कारों के ऐप्लिकेशंस की संख्‍या 54 हजार तक पहुंच गई। इन ऐप्‍लिकेशंस में से 25% तो पिछले साल ही आईं। रिपोर्ट कहती है कि‍ 2014 से 2023 के बीच चीन में जनरेटिव एआई एक्‍सपेरिमेंट की संख्‍या 38 हजार से ज्‍यादा पहुंच गई। यानी कुल 54 हजार ऐप्लिकेशंस में से 38 हजार तो अकेले चीन ने सब‍मिट की हैं। यह नंबर सेकंड पोजिशन पर काबिज अमेरिका से छह गुना ज्‍यादा है। 

रिपोर्ट के अनुसार, जनरेटिव एआई अब लाइफ साइंस, मैन्‍युफैक्‍चरिंग, ट्रांसपोर्ट, सिक्‍योरिटी एंड टेलिकम्‍युनिकेशंस जैसी इंडस्‍ट्री में भी फैल गया है। जनरेटिव एआई पेटेंट पर फोटो और वीडियो डेटा हावी है। उसके बाद वॉइस और म्‍यूजिक से जुड़े पेटेंट फाइल किए गए हैं। मॉलिक्‍यूलर, जेनेटिक और प्रोटीन डेटा के लिए भी जेनरेटिव एआई पेटेंट तेजी से बढ़ रहे हैं। 

याद रहे कि जेनरेटिव एआई का इस्‍तेमाल सीधे आप और हम यानी यूजर्स कर पाते हैं। इसकी मदद से लोग टेक्‍स्‍ट, फोटो, म्‍यूजिक, कंप्‍यूटर कोड जैसी चीजें तैयार कर पाते हैं। दुनिया की बड़ी टेक कंपनियां- गूगल, फेसबुक भी जेनरेटिव एआई के क्षेत्र में अपने प्रोडक्‍ट्स लेकर आ रही हैं। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. रात में इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज करना होगा 30% महंगा, इस राज्य ने जारी किया नया नियम
  2. Vivo की X Fold 5 के लॉन्च की तैयारी, 6,000mAh हो सकती है बैटरी
  3. India-Pak Tension: OTT प्लेटफॉर्म्स को सरकार की सख्त हिदायत! इस तरह का कंटेंट तुरंत हटाने को कहा
  4. क्रिप्टो मार्केट में जोरदार तेजी, बिटकॉइन का प्राइस 1,02,900 डॉलर से ज्यादा
  5. Xiaomi Mijia 256L Refrigerator भारत में लॉन्च, थ्री डोर के साथ एंटीबैक्टीरियल कूलिंग सपोर्ट
  6. "ATM अगले 2-3 दिन रहेंगे बंद?" जानिए भारत-पाक तनाव के बीच वायरल हो रहे मैसेज की सच्चाई
  7. Samsung Galaxy S25 Edge में मिलेगी Corning Gorilla Glass Ceramic 2 डिस्प्ले प्रोटेक्शन, 13 मई को होगा लॉन्च
  8. OnePlus Nord CE4 5G को सस्ते में खरीदने का मौका, ऐसे पाएं डिस्काउंट
  9. Vivo Y300 GT लॉन्च हुआ 12GB रैम, 7620mAh बैटरी, 90W चार्जिंग के साथ, जानें कीमत
  10. OnePlus 13s में मिलेगा नया कस्टमाइजेबल ‘Plus Key’ बटन, इंडिया में जल्द होगा लॉन्च
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »