देश की सबसे बड़ी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनी Reliance Jio ने अगस्त में फिक्स्ड-लाइन सर्विस में भी पहला रैंक हासिल कर लिया है। देश में टेलीकॉम सर्विसेज की शुरुआत के बाद से यह पहली बार है कि जब किसी प्राइवेट कंपनी ने वायरलाइन सेगमेंट में टॉप पोजिशन पर कब्जा किया है।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की
रिपोर्ट के अनुसार, जियो के अगस्त में वायरलाइन सब्सक्राइबर्स लगभग 73.52 लाख पर पहुंच गए, जबकि BSNL के सब्सक्राइबर्स की संख्या 71.32 लाख की थी। सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL पिछले 22 वर्षों से वायरलाइन सर्विसेज उपलब्ध करा रही है। जियो ने ये सर्विस तीन वर्ष पहले शुरू की थी। देश में वायरलाइन सब्सक्राइबर्स की संख्या अगस्त में बढ़कर लगभग 2.59 करोड़ हो गई। यह आंकड़ा जुलाई में लगभग 2.56 करोड़ का था। सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़ने में प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों की बड़ी हिस्सेदारी है। जियो के सब्सक्राइबर्स में लगभग 2.62 लाख और भारती एयरटेल के सब्सक्राइबर्स में 1.19 लाख की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा वोडाफोन आइडिया के वायरलाइन सब्सक्राइबर्स 4,202 और टाटा टेलीसर्विसेज के 3,769 बढ़े हैं।
सरकारी टेलीकॉम कंपनियों BSNL और MTNL के वायरलाइन कस्टमर्स में क्रमशः 15,734 और 13,395 की कमी हुई है। Reliance Jio ने 5G सर्विसेज का चार शहरों में बीटा ट्रायल शुरू कर दिया है। इन शहरों में दिल्ली के अलावा मुंबई, कोलकाता और वाराणसी शामिल हैं। इसमें यूजर्स को 1Gbps से अधिक की डाउनलोड स्पीड मिल रही है। कंपनी ने बताया है कि ट्रायल के दौरान 5G सर्विसेज केवल निमंत्रण के आधार पर उपलब्ध होंगी।
इन चार शहरों के अलावा अन्य शहरों के लिए भी
कंपनी जल्द ही इस हाई-स्पीड नेटवर्क का ट्रायल शुरू करेगी। यूजर्स को शहर में नेटवर्क कवरेज के पूरा होने तक ट्रायल में ये सर्विसेज मिलती रहेंगी। यूजर्स को रिलायंस जियो के SIM को बदलने की जरूरत नहीं होगी। कंपनी सभी हैंडसेट ब्रांड्स के साथ उनके 5G हैंडसेट्स को रिलायंस जियो की इन सर्विसेज के लिए सक्षम बनाने पर काम कर रही है। हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज की 45वीं एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने देश भर में 5G नेटवर्क पर लगभग 2 लाख करोड़ रुपये का खर्च करने की घोषणा की थी। भारती एयरटेल ने भी इन हाई-स्पीड सर्विसेज को कुछ शहरों में शुरू कर दिया है।