Jio 5G सेवा भारत में साल 2021 के सेकेंड हाफ में रोलआउट की जाएगी, यह खुलासा खुद रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने मंगलवार को India Mobile Congress 2020 के दौरान किया। भारतीय अरबपति ने जानकारी दी कि जियो द्वारा पेश की जाने वाली 5जी सेवा सरकार की आत्मनिर्भर भारत पॉलिसी के तहत पेश की जाएगी। 5जी सेवा रोलआउट करने के अलावा, जियो Google के साथ कॉलेब्रेशन में किफायती एंड्रॉयड फोन को डेवलप कर रही है, जिसको लेकर संभावना है कि यह फोन अगले महीने पेश किया जा सकता है।
इस घोषणा के दौरान अंबानी ने कहा कि देश में 5जी के शुरुआती रोलआउट में तेज़ी से लाने के लिए नीतिगत कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि जियो साल 2021 के सेंकेड हाफ में भारत में 5जी क्रांति को आगे बढ़ाएगा।"
आपको बता दें, जियो 5जी पर पिछले लम्बे समय से काम कर रहा है। नेशनवाइड एलटीई-एक्सल्यूसिव कवरेज मुंबई आधारित टेलीकॉम कंपनी को कम समय में नेक्सट जनरेशन की सेलुलर सर्विस में बदलने में मदद कर रही है।
5जी सेवा को वास्तविकता में लाने के लिए जियो सैमसंग और क्वालकॉम जैसी कंपनियों के साथ काम कर रही है। अंबानी ने जुलाई में रिलायंस इंडस्ट्रीज़ की 43वीं वार्षिक आम बैठक में ऐलान किया था कि जियो देश में स्पेक्ट्रम उपलब्ध होते ही 5जी नेटवर्क की टेस्टिंग शुरू कर देगी।
क्वालकॉम के 5जी समिट में जियो ने अपने 5जी प्लान की
जानकारी साझा की थी, जो क्वालकॉम द्वारा सपोर्टेड होगा। जियो ने ऐलान किया कि उन्होंने पूरी तरह से स्वदेशी 5जी रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) प्रोडक्ट विकसित किया है, जो नेक्सट जनरेशन नेटवर्क को टेस्ट करने में मदद करेगा।
5जी प्लान के अलावा, जियो वर्तमान में गूगल के साथ मिलकर अपना नया एंट्री-लेवल 4जी एंड्रॉयड स्मार्टफोन लॉन्च करने पर काम कर रही है। इस नए मॉडल को लेकर अटकले लगाई जा रही हैं कि इसे अगले साल की पहली तिमाही में पेश किया जा सकता है, जिसकी कीमत 4,000 रुपये के आस-पास होगी।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस के दौरान अंबानी ने अपनी स्पीच में सरकार से उन वंचित लोगों के लिए किफायती स्मार्टफोन लाने के लिए नीतिगत कदम उठाने का आग्रह किया, जो अभी भी 2जी नेटवर्क पर मौजूद हैं।