Reliance Jio ने अपने 5G प्लान की जानकारी साझा की है, जो क्वालकॉम द्वारा सपोर्टेड होगा। इसका खुलासा कंपनी के अध्यक्ष ने क्वालकॉम 5जी शिखर सम्मेलन में किया। जियो ने 2016 में भारत में 4जी-ऑनली नेटवर्क के रूप में शुरुआत की थी और अब कंपनी 5G नेटवर्क पर एंट्री मार रही है। इतना ही नहीं, इसके लिए कंपनी द्वारा एक 5G स्मार्टफोन लॉन्च करने की उम्मीद भी है, जो मुकेश अंबानी के 2G-mukt-Bharat (2जी मुक्त भारत) के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगा। जियो, जिसने खुद को भारत की टॉप दूरसंचार कंपनियों में से एक के रूप में स्थापित किया, हाल ही में 40 करोड़ ग्राहकों को पार करने वाली पहली प्रोवाइडर भी बन गई है। पिछले कुछ महीनों में कंपनी ने Facebook और Google जैसी कंपनियों से भारी मात्रा में फंड भी प्राप्त किया है और अब, जब 5G लॉन्च होगा, तो हम काफी अच्छे विकास की उम्मीद कर सकते हैं।
क्वालकॉम के 5जी समिट के मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए, रिलायंस जियो इन्फोकॉम के अध्यक्ष मैथ्यू ओमेन ने कहा कि Jio ने पूरी तरह से स्वदेशी 5जी रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) प्रोडक्ट विकसित किया है। क्वालकॉम ने यह भी
कहा कि स्नैपड्रैगन जियो और विभिन्न अन्य टेलीकॉम प्रोवाइडर्स के साथ ओपनरैन 5जी को सपोर्ट करेगा।
कंपनी ने आगे बताया कि क्वालकॉम 5जी आरएएन प्लेटफॉर्म बड़े एमआईएमओ वाले मैक्रो बेस स्टेशन्स से लेकर छोटे सेल्स तक व्यापक इंफ्रास्ट्रक्चर रेंज के लिए सपोर्ट प्रदान करता है और इसमें सब-6 गीगाहर्ट्ज़ और एमएमवेव स्पेक्ट्रम पर सभी प्रमुख फ्रीक्वेंसी बैंड के लिए सपोर्ट शामिल है।
इस साल जुलाई में हुई आरआईएल एजीएम में कंपनी ने कई घोषणाएं की, जिसमें Google के साथ साझेदारी में किफायती 4G और 5G स्मार्टफोन के लिए एंड्रॉयड पर आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित करना शामिल है और साथ ही एक मिक्स्ड रियलिटी हेडसेट भी, जिसमें होलोग्राफिक वीडियो कॉलिंग की सुविधा मिलेगी। इस साझेदारी के तहत 5,000 रुपये ($ 68) के अंदर एक स्मार्टफोन बनाने की अफवाहें भी चल रही है।
फिलहाल हम नहीं जानते कि 5G स्मार्टफोन कब लॉन्च होगा, लेकिन विश्लेषकों के अनुमानों से लगता है कि हम दिसंबर में इसकी उम्मीद कर सकते हैं।
हालांकि, फिलहाल देश में 5G नेटवर्क लॉन्च नहीं किया गया है, क्योंकि सरकार को अभी भी 5G टेस्टिंग के लिए स्पेक्ट्रम आवंटित करना है। Zee Business की एक हालिया
रिपोर्ट से पता चला था कि गृह मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस साल ट्रायल नहीं हो सकते हैं, जो रिलायंस जियो की योजनाओं के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है।