देश की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन का मानना है कि रिलायंस जियो के प्रस्तावित जियो फोन से कंपनियों का कारोबार और घटेगा जो कि पहले ही दबाव में चल रही हैं। इसके साथ ही वोडाफोन ने सरकार द्वारा लगाई विभिन्न लेवी में कमी की मांग की है ताकि इस क्षेत्र को कुछ राहत मिले।
कंपनी ने इस बारे में दूरसंचार विभाग को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि नयी कंपनी ने अपने सेवाओं को आक्रामक ढंग से कम कीमत वाला रखा है जिसमें प्रभावी शून्य कीमत वाले फीचर फोन की पेशकश शामिल है।
कंपनी का कहना है कि इससे मौजूदा कंपनियों का कारोबार और कम होने का अनुमान है। यह पत्र दूरसंचार आयोग की सदस्य वित्त अनुराधा मित्रा को भेजा गया है।
जियोफोन के शुरुआती बैच को मंगलवार यानी 15 अगस्त को उपलब्ध करा दिया गया है। अफसोस कि यह इस 4जी फीचर फोन का बीटा ट्रायल है। यानी आम ग्राहक के लिए यह फोन उपलब्ध नहीं है। गौरतलब है कि इस हैंडसेट को रिलायंस इंडस्ट्रीज की सालाना आम बैठक में पेश किया गया था। बता दें कि रिलायंस जियो की ओर से अभी चुनिंदा यूज़र को जियो फोन दिया गया है। सितंबर में आम ग्राहकों के लिए पेश किए जाने से पहले जियो के कमर्चारियों को इसकी बीटा टेस्टिंग करनी है। जियो फोन के बीटा ट्रायल का मकसद आम ग्राहकों को फोन बेचने से पहले इसकी सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर कमियों की पहचान करना और उन्हें दूर करना है।
JioPhone की आधिकारिक बुकिंग 24 अगस्त से शुरू होगी। लेकिन दिल्ली-एनसीआर के चुनिंदा ऑफलाइन रिटेल स्टोर ने इस हैंडसेट का प्री-ऑर्डर लेना शुरू कर दिया है। इसका मतलब है कि आप देश के लाखों लोग से पहले जियोफोन को बुक करने का मौका पा सकते हैं।