सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार सेवा प्रदाता बीएसएनएल स्पेक्ट्रम के अभाव में अपने ग्राहकों को 4जी सेवा उपलब्ध न करा पाने की कमी की भरपाई के लिए देश भर में अगले तीन साल में 40,000 वाई-फाई हॉट स्पॉट लगाने की योजना पर काम कर रही है।
बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (एमडी) अनुपम श्रीवास्तव ने एक बैठक के बाद संवाददताओं को बताया, ‘हम फिलहाल न तो 4जी सेवा प्रदाता हैं और न ही हमारे पास यह सेवा शुरू करने के लिये जरूरी स्पेक्ट्रम है। लेकिन हमने इस चुनौती से निपटने के लिये अगले तीन साल के भीतर देश भर में 40,000 स्थानों पर वाई-फाई हॉट स्पॉट लगाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। वाई-फाई का हॉट स्पॉट 4जी सेवा से तेज गति से काम करता है।’
उन्होंने कहा कि बीएसएनएल की योजना के तहत देश के विभिन्न इलाकों में अब तक 500 वाई-फाई हॉट स्पॉट लगाये जा चुके हैं। जारी वित्तीय वर्ष के अंत तक इन वाई-फाई हॉट स्पॉट की संख्या को बढ़ाकर 2,500 किया जाना है।
श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि मोबाइल सेवाओं में सुधार के लिएबीएसएनएल अपनी 5,500 करोड़ रुपये की योजना के तहत देश भर में 25,000 टॉवर लगा रही है। उन्होंने कॉल ड्रॉप की समस्या से जुड़े एक सवाल पर कहा, ‘पिछले कुछ समय से लोगों के मन में यह भ्रांति घर कर गयी है कि मोबाइल के टावरों से निकलने वाले विकिरण से सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। नतीजतन कई शहरों में आबादी वाले इलाकों से ऐसे टॉवर हटा दिये गये हैं। इससे कॉल ड्रॉप की समस्या बढ़ी है।’
श्रीवास्तव ने बताया कि बीएसएनएल ने वित्तीय वर्ष 2014-15 में 672 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ हासिल किया था। मौजूदा वित्तीय वर्ष में कंपनी करीब 1,000 करोड़ रपये के परिचालन लाभ की उम्मीद कर रही है। वित्तीय वर्ष 2018-19 तक कंपनी के शुद्ध लाभ कमाने की उम्मीद है।’
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