भारत में 5G कब शुरू होगा? शायद इस सवाल का जवाब आप भी ढूंढ रहे होंगे। सरकार और टेलीकॉम कंपनियों ने अभी तक इस प्रश्न पर चुप्पी साधी हुई थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों में कुछ अच्छी खबरें भी सुनने में आई हैं। DoT यानी दूरसंचार विभाग ने संसद की एक खास समिति द्वारा फटकार लगाए जाने के बाद पूछे गए सवालों के जवाब में कहा है कि भारत में 1 मार्च से रेडियो वेव्ज़ की नीलामी होनी है। साथ ही Jio, Airtel और Vi (Vodafone Idea) सभी 5G नेटवर्क की शुरुआत करने के लिए पूरी तरह से तैयार दिखाई दे रहे हैं। कंपनियों ने अपने नेटवर्क कंपोनेंट्स को अपग्रेड करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा, यह भी बता दें कि Airtel ने हाल ही में कमर्शियल नेटवर्क पर 5G सर्विस का डेमो किया है। फिर भी, सवाल अभी भी यही है कि भारत में 5G कब शुरू होगा? नेक्स्ट जनरेशन नेटवर्क से संबंधित सभी जानकारी जानने के लिए नीचे पढ़ें।
5G नेटवर्क 4G की तुलना में कितना बेहतर
5G सेलुलर नेटवर्क पांचवीं पीढ़ी का नेटवर्क है, जो 4G की तुलना में ज्यादा तेज़, भरोसेमंद और स्टेबल है। 5G उसी रेडियो फ्रीक्वेंसी पर चलता है जो वर्तमान में आपके स्मार्टफोन पर, वाई-फाई नेटवर्क पर और सैटेलाइट कम्युनिकेशन में इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन यह नेक्स्ट जनरेशन टेक्नोलॉजी है, जो मौजूदा 4G तकनीक की तुलना में काफी बेहतर है। 5G में आप कुछ सेकंड में पूरी एचडी मूवी डाउनलोड कर सकते हैं। 5G केवल डाउनलोड स्पीड के लिए अच्छा नहीं है, बल्कि यह वर्तमान हार्डवेयर इकोसिस्टम को मजबूती से जोड़े रखने में भी मदद करेगा।
किन देशों में चल रहा है 5G
कैलिफोर्निया स्थित नेटवर्क टेस्टिंग कंपनी Viavi Solutions के
मुताबिक 5G फिलहाल ऑस्ट्रिया, फिनलैंड, जर्मनी, इटली, स्पेन, यूके, अमेरिका, ओमान, कुवेत, कतर, साउदी अरेबिया, ऑस्ट्रेलिया, चीन, न्यूजीलेंड, साउथ कोरिया समेत कुछ अन्य देशों में शुरू हो चुका है।
भारत में कब लॉन्च होगा 5G
फिलहाल सरकार और टेलीकॉम कंपनियों ने 5G की शुरुआत को लेकर स्पष्ट बयान साझा नहीं किए हैं, जहां एक ओर एयरटेल कह चुका है कि डोमेस्टिक टेलीकॉम मार्केट को 5G के लिए तैयार होने में दो से तीन वर्षों का समय लग जाएगा। वहीं, दूसरी ओर दूरसंचार विभाग का
कहना है कि 1 मार्च से रेडियो वेव्ज़ की नीलामी होगी। हालांकि विभाग ने यह भी साफ कह दिया है कि स्पेक्ट्रम की नीलामी में अभी और समय लगना है।
5G लाने पर भारत क्यों है पीछे
भारत में अभी 5G फ्रिक्वेंसी बैंड उपलब्ध नहीं है। जैसा कि हमने बताया कि भारत में 1 मार्च से रेडियो वेव्ज़ की नीलामी होनी है। टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) 700 MHz से 2,500 MHz फ्रिक्वेंसी की नीलामी करेगी। हालांकि टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि इतनी फ्रीक्वेंसी 5G की शुरुआत के लिए पर्याप्त नहीं है। कंपनियों का कहना है कि 5जी के लिए भारत में 3,300 से 3,600 मेगाहर्ट्ज़ स्पेक्ट्रम चाहिए।
Airtel, Jio, VI और BSNL की 5G को लेकर तैयारियां
Airtel ने पिछले महीने के आखिर में कमर्शियल नेटवर्क पर
5G सर्विस को सफलतापूर्वक शूरू करने वाला एक डेमो वीडियो साझा किया। कंपनी ने यह डेमो हैदराबाद में किया। Reliance Jio पर निशाना साधते हुए नई टेलीकॉम दिग्गज ने कहा कि कंपनी ने नॉन-स्टैंडअलोन (NSA) नेटवर्क टेक्नोलॉजी के जरिए 1800MHz बैंड के साथ मौजूदा स्पेक्ट्रम पर 5G और 4G को एक-साथ ऑपरेट किया है। कंपनी ने एयरटेल 5जी को मौजूदा नेटवर्क टेक्नोलॉजी में 10 गुना ज्यादा स्पीड देने के लिए टीज़ किया। Airtel ने कहा कि वह दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा अनुमति दिए जाने पर अपने 5G और 4G नेटवर्क को एक ही स्पेक्ट्रम ब्लॉक के भीतर गतिशील रूप से चला सकती है और कुछ ही महीनों में 5G को शुरू करने के लिए भी तैयार हो जाएगी।
वहीं, Jio का दावा है कि कंपनी भारत में 5G को 2021 की दूसरी छमाही में लॉन्च कर सकती है। Jio का कहना है कि कंपनी 5G को स्वदेशी रूप से विकसित नेटवर्क, हार्डवेयर और टेक्नोलॉजी कंपोनेंट द्वारा संचालित करेगी। ऐसा माना जा रहा है कि कंपनी आगामी रेडियो वेव्ज़ नीलामी में 700MHz खरीद सकता है, जो वर्तमान में 5G के लिए विश्व स्तर पर लोकप्रिय है।
VI (वोडाफोन आइडिया) भी खुद को 5G के लिए तैयार बता रही है। कंपनी ने अपने 4G नेटवर्क को 5G आर्किटेक्चर के हिसाब से तैयार कर लिया है। कंपनी फिलहाल रेडियो वेव्ज़ की नीलामी का इंतज़ार कर रही है। इतना ही नहीं, कंपनी ने कई विक्रेताओं के साथ 5G टेस्ट करने का प्रस्ताव रखा है, जिसमें Huawei और Ericsson शामिल हैं।
BSNL के प्लान के बारे में अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। सरकार के अधीन काम करने वाली टेलीकॉम कंपनी ने फिलहाल 5जी को लेकर किसी प्रकार के बयान नहीं दिए हैं।