Twitter पहले से अपने वैरिफाइड यूजर्स के अकाउंट में उनके यूजरनेम के साइड में ब्लू टिक दर्शाता है। यह ब्लू टिक कुछ खास शर्तों को पूरा करने वाले अकाउंट को मिलता था। लेकिन एलन मस्क (Elon Musk) द्वारा Twitter को खरीदे जाने के बाद से प्लेटफॉर्म पर कई बदलाव हुए जिनमें से एक बड़ा बदलाव वैरिफिकेशन पॉलिसी में देखने को मिला। इस हफ्ते, Twitter ने ब्लू-टिक को फिर से शुरू किया है और साथ ही कुछ चेकमार्क को भी घोषित किया, जो आपको अब इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में दिखाई देंगे। अब अकाउंट यूजरनेम के सामने आपको ब्लू टिक, गोल्ड टिक या ग्रे टिक देखने को मिलेगा।
ब्लू टिक तो आपको पता ही होगा, लेकिन आप सोच रहे होंगे कि ये गोल्ड और ग्रे टिक क्या हैं? चलिए बिना देरी किए जानते हैं।
Blue Tick
ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन के जरिए लोग अपने अकाउंट को वैरिफाई करने के लिए $8 प्रति माह (वेब और एंड्रॉयड) और $11 प्रति माह (iOS के लिए) का भुगतान कर सकते हैं, जिसके बाद पहले की तरह उनके यूजरनेम के सामने एक नीला टिक दिखाई देना शुरू हो जाएगा। Elon ने इस सब्सक्रिप्शन को पहले भी शुरू किया था, लेकिन थोड़े समय बाद ही इसे रोक दिया गया, क्योंकि नकली अकाउंट ने वैरिफिकेशन खरीदना शुरू कर दिया था और पब्लिक आंकड़ों और ब्रांडों का प्रतिरूपण करने के लिए इसका इस्तेमाल किया गया। ट्विटर ने अब अपनी 'ट्विटर ब्लू' सेवा को फिर से शुरू किया है।
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ब्लू सब्सक्रिप्शन लेने वाले यूजर्स को आम यूजर्स की तुलना में कुछ स्पेशल फीचर्स मिलेंगे, जैसे ट्वीट को पोस्ट करने के बाद एडिट करने की क्षमता। इसके अलावा,
Elon Musk के स्वामित्व वाले Twitter ने वादा किया है कि सब्सक्रिप्शन लेने वाले यूजर्स को आम यूजर्स की तुलना में कम विज्ञापन देखने को मिलेंगे और वे लंबे और बेहतर क्वालिटी के वीडियो पेस्ट या देखने में सक्षम होंगे।
Grey Tick
ग्रे टिक को सरकारी अकाउंट के लिए पेश किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय और पीएमओ इंडिया जैसे सरकारी अकाउंट के हैंडल के सामने आपको ग्रे टिक नजर आ सकता है।
Gold Tick
जहां पहले वैरिफाइड बिजनेस हैंडल के नाम के सामने 'Official' लेबल दिखाई देता है, वहीं जल्द इस लेबल के बजाय गोल्ड टिक दिखाई दे सकता है। ब्लू टिक की तरह निश्चित तौर पर इस सुविधा के लिए भी फीस वसूली जा सकती है। हालांकि Elon या Twitter की ओर से इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी शेयर नहीं की गई है।
Labels
खबर है कि Twitter लेबल के जरिए भी अकाउंट को कैटेगराइज करेगा। जैसे सरकारी हैंडल्स को खास लेबल मिलेगा। वहीं, राज्य से संबद्ध मीडिया के लिए एक मंच का लेबल मिल सकता है। इसके अलावा, ऑटोमेटेड लेबल भी पेश किया जा सकता है, जो बताएगा कि अकाउंट कोई
बॉट है या नहीं। यदि किसी अकाउंट के सामने ऑटोमेडेट लेबल दिखाई देगा, तो इसका मतलब है कि वो अकाउंट बॉट द्वारा चलाया जा रहा है और उसमें मौजूद सभी कंटेंट खुद से पोस्ट हो रहा है।