टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज यानी
TCS में नौकरी करना युवाओं का सपना होता है। वहां जॉब सिक्योरिटी को लेकर कर्मचारी आश्वस्त रहते हैं, लेकिन एक रिपोर्ट ने हैरान किया है। Reddit पोस्ट के अनुसार, एक टीसीएस कर्मचारी का दावा है कि सिक्योरिटी इशू के बारे में बताने पर उसे कथित तौर पर सस्पेंड कर दिया गया। एम्प्लॉयी का दावा है कि उसने मैनेजर की रिपोर्ट की थी, जिसने कथित तौर पर कर्मचारियों को पर्सनल लैपटॉप यूज करने का निर्देश दिया था और लॉग-इन क्रेडेंशियल भी शेयर किए थे। यह रिपोर्ट करने के बाद कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया।
यूजर का कहना है कि वह निराश महसूस कर रहा था, क्योंकि टीसीएस के पास कथित तौर पर व्हिसलब्लोअर्स की सिक्योरिटी के लिए पॉलिसी है, उसके बावजूद सस्पेंड कर दिया गया। यूजर का कहना है कि ‘खराब रिलेशंस' की वजह से एचआर और मैनेजर्स उनकी मदद नहीं करेंगे। यूजर ने रेडिट कम्युनिटी से हेल्प मांगी है कि वह इस सिचुएशन को कैसे हैंडल करें।
I got suspended from tcs today because of a security incident which was reported by me by
u/Personal_Stage4690 in
developersIndiaएक यूजर ने सलाह दी है कि मामले को लिंक्डइन (LinkedIn) पर उठाएं और सिर्फ टीसीएस नहीं, बल्कि टाटा ग्रुप के हाई लेवल ऑफिसर्स का पूरा मामला टैग करें, क्योंकि यह कथित ऐक्शन टाटा की कोड ऑफ कंडक्ट पॉलिसी के खिलाफ है। यूजर ने सलाह दी कि मामले को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स- एक्स, लिंक्डइन आदि पर फैला दें।
एक अन्य यूजर ने कहा कि मामला सुलझाने के लिए कंपनी की एस्केलेशन मैट्रिक्स (escalation matrix) का इस्तेमाल करें। (एस्केलेशन मैट्रिक्स किसी कंपनी से जुड़े मुद्दों को ऊपरी अधिकारियों तक ले जाने का स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस है) यूजर ने लिखा है कि टाटा ग्रुप का टॉप लेवल पॉलिसीज को गंभीरता से लेता है। पॉलिसीज तोड़ने वालों के खिलाफ ऐक्शन लिया जाता है। यूजर से नौकरी के बॉकी ऑप्शंस पर सोचने और स्विच करने के लिए तैयार रहने को भी कहा गया है।
एक ने दावा किया कि टीसीएस अब पहले जैसी नहीं रही। मैनेजमेंट की तरफ से किसी पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। गौरतलब है कि पिछले साल टीसीएस ने अपने 6 कर्मचारियों को निकाल दिया था। आरोप था कि वो कांट्रैक्ट वर्कर्स को रखने के लिए स्टाफ फर्म से फायदा ले रहे थे।