करीब पौने 2 साल से अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) का इन्जनूअटी (Ingenuity) हेलीकॉप्टर मंगल ग्रह पर उड़ान भर रहा है। हाल ही में इसने मंगल ग्रह पर अपनी 50वीं उड़ान पूरी की है। रिपोर्ट के अनुसार, 13 अप्रैल को ड्रोन के आकार के इस हेलीकॉप्टर ने 145.7 सेकंड में 1,057.09 फीट (322.2 मीटर) की दूरी तय की। इस दौरान इन्जनूअटी ने लगभग 60 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने का नया रिकॉर्ड भी हासिल किया। आमतौर पर इन्जनूअटी करीब 40 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरता रहा है।
नासा की एक
रिपोर्ट के अनुसार, नासा के मुख्यालय में प्लैनेटरी साइंस के निदेशक लोरी ग्लेज ने कहा कि इन्जनूअटी दूसरी दुनिया में उड़ान भरने वाला पहला एयरक्राफ्ट है। इसे मॉनिटर कर रही हमारी टीम हेलीकॉप्टर की उपलब्धियों से काफी कुछ सीख रही है। इससे पहले, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने Ingenuity की 47वीं उड़ान के फुटेज शेयर किए थे। यह वीडियो इसी साल 9 मार्च को नासा के पर्सवेरेंस रोवर पर लगे मास्टकैम-जेड इमेजर (Mastcam-Z imager) द्वारा कैप्चर किया गया था। जिस समय इमेजर ने वीडियो कैप्चर किया था, रोवर और हेलीकॉप्टर के बीच 394 फीट (120 मीटर) की दूरी थी।
नासा के मुताबिक, इन्जनूअटी हेलीकॉप्टर जब भी उड़ान भरता है, वह एक नए क्षेत्र को कवर करता है। इससे पहले किसी भी मिशन में स्पेस एजेंसी को ऐसी कामयाबी हासिल नहीं हुई थी। Ingenuity एक छोटा और सोलर-पावर्ड रोटरक्राफ्ट है। इसने 18 फरवरी 2021 को पर्सवेरेंस (Perseverance) रोवर के साथ मंगल ग्रह पर लैंड किया था।
इन्जनूअटी ने फरवरी 2021 में मंगल ग्रह पर लैंड किया था। उसी साल 19 अप्रैल को हेलीकॉप्टर ने ‘एलियंस की दुनिया' में अपनी पहली उड़ान भरी थी। अगले कुछ दिनों में इन्जनूअटी की पहली उड़ान को दो साल पूरे हो जाएंगे। इन्जनूअटी हेलीकॉप्टर से जो भी डेटा पर्सवेरेंस की टीम को मिल रहा है, उसका आकलन आने वाले मंगल मिशनों के लिए मददगार हो सकता है। मंगल ग्रह पर हेलीकॉप्टर का लिए उड़ान भरना काफी मुश्किल है, क्योंकि वहां पृथ्वी से एक तिहाई कम गुरुत्वाकर्षण है। ऐसे में इन्जनूअटी हेलीकॉप्टर की हर एक उड़ान मायने रखती है।
Ingenuity की कामयाबी को देखते हुए नासा ने इस हेलीकॉप्टर के संचालन को बढ़ा दिया है। अब यह पर्सवेरेंस रोवर के साथ मिलकर काम कर रहा है। पर्सवेरेंस रोवर मंगल ग्रह पर माइक्रोबियल जीवन के सबूत देखने की कोशिश कर रहा है।