इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में कई दिनों तक रुकने के बाद चार अंतरिक्ष यात्री सकुशल पृथ्वी पर लौट आए हैं। क्रू8 (Crew-8) के एस्ट्रोनॉट्स- मैथ्यू डोमिनिक, माइकल बैरेट, जीनेट एप्स और अलेक्जेंडर ग्रेबेनकिन ने शुक्रवार को फ्लोरिडा के पेंसाकोला के तट से दूर मैक्सिको की खाड़ी में लैंड किया। ये अंतरिक्ष यात्री 232 दिनों तक स्पेस में रुके। उन्हें दो हफ्तों से ज्यादा वक्त तक इंतजार करना पड़ा, क्योंकि मौसम साथ नहीं दे रहा था। शुक्रवार को कंडीशंस बेहतर होने पर इन्होंने पृथ्वी पर लैंड किया।
Crew-8 मिशन, स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल का सबसे लंबा मिशन है, जो 232 दिनों तक आईएसएस पर रहा। इससे पहले साल 2021 में Crew-2 मिशन करीब 200 दिनों तक वहां रहा था। इस मिशन को 8 अक्टूबर को लौट आना था, लेकिन मौसम ने साथ नहीं दिया। गल्फ ऑफ मैक्सिको के अलावा कैरेबियन समुद्र के ऊपर भी मौसम खराब था। हवा और बादलों की आवाजाही अधिक थी, जिस कारण अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस पर ही रोके रहना पड़ा।
23 अक्टूबर को क्रू को इजाजत मिली कि वो स्पेस स्टेशन से अनडॉक कर सकते हैं। दो दिन बाद अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी के वायुमंडल में वापस आ गए। फिर पैराशूट की मदद से उन्होंने लैंडिंग की। इसका वीडियो भी सामने आया है। स्पेसएक्स की बोट और शिप्स ने सभी अंतरिक्ष यात्रियों को लैंडिंग साइट से रेस्क्यू कर लिया है। शुरुआती स्वास्थ्य जांच में सभी सही थे। क्रू को हेलीकॉप्टर के जरिए नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में ले जाया गया।
अंतरिक्ष में रहने के दौरान इन यात्रियों ने कई वैज्ञानिक प्रयोग किए। उन्होंने स्पेसवॉक की भी कोशिशें कीं। मैथ्यू डोमिनिक और माइकल बैरेट तो आईएसएस से बाहर भी निकले थे। हालांकि उनके इक्विपमेंट में खराबी आने से वह स्पेसवॉक नहीं कर पाए थे। क्रू-8 उस घटना का भी गवाह बना, जब बोइंग का स्टारलाइनर अंतरिक्ष में पहुंचा और खराबी के कारण तय समय पर वहां से जा नहीं पाया। इसके चलते अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स अभी भी आईएसएस पर ही रुके हुए हैं।