क्‍या खत्‍म हो जाएगी दुनिया? सूर्य से 20 गुना गर्म तारा आ रहा आकाशगंगा के करीब, जोरदार टक्‍कर का अनुमान

यह हमारे तारामंडल का तीसरा सबसे चमकदार तारा है, लेकिन एक जगह स्थिर नहीं रहने की वजह से सुर्खियों में रहता है।

विज्ञापन
प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 31 जुलाई 2022 13:08 IST
ख़ास बातें
  • 30 से 40 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से बढ़ रहा पृथ्‍वी की ओर
  • ज़ेटा ओफ़ियुचि हमारे सूर्य से 20 गुना ज्‍यादा गर्म है
  • इस तारे पर अभी ज्‍यादा रिसर्च नहीं हो सकी है

कुछ वैज्ञानिकों का यह मानना है कि इस तारे की उत्‍पत्ति एक बाइनरी तारे में सुपरनोवा विस्‍फोट से हुई होगी।

एस्‍टरॉयड या धूमकुते का हमारे ग्रह की ओर आना एक सामान्‍य घटना है। अब इससे भी बड़ा कुछ होने वाला है। हमारे आसमान के सबसे पॉपुलर और अजीब तारों में से एक तारा ज़ेटा ओफ़ियुचि (Zeta Ophiuchi) मिल्‍की-वे की ओर बढ़ रहा है। मिल्‍की-वे यानी हमारी आकाशगंगा। एक्‍सपर्ट का अनुमान है कि करीब 30 से 40 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से हमारी आकाशगंगा की ओर बढ़ रहा यह तारा इससे टकराएगा। आपको हैरानी होगी जानकर कि ज़ेटा ओफ़ियुचि हमारे सूर्य से 20 गुना ज्‍यादा गर्म है। 

रिपोर्टों के अनुसार, अभी यह तारा हमारी पृथ्‍वी से 440 प्रकाश वर्ष दूर ओफ‍िचस के भूमध्यरेखीय नक्षत्र में पाया जाता है। यह अकेला तारा है जो ओफ‍िचस नक्षत्र में पाया जाता है। यह हमारे तारामंडल का तीसरा सबसे चमकदार तारा है, लेकिन एक जगह स्थिर नहीं रहने की वजह से सुर्खियों में रहता है। हमारी आकाशगंगा में ऐसे तारे दुर्लभ हैं और इनका जीवनकाल भी छोटा होता है। अब, हालांकि, इसे अपने आप क्षेत्र में घूमते हुए देखा जा सकता है। इन सितारों का जीवनकाल आमतौर पर छोटा होता है।

कुछ वैज्ञानिकों का यह मानना है कि इस तारे की उत्‍पत्ति एक बाइनरी तारे में सुपरनोवा विस्‍फोट से हुई होगी। सुपरनोवा विस्‍फोट तब होता है, जब कोई तारा बूढ़ा हो जाता है। इस तारे पर अभी ज्‍यादा रिसर्च नहीं हो सकी है। कुछ शोध चल रहे हैं, जिनके तहत रिसर्चर इस तारे के हैबिटेट और परिवेश को समझने की कोशिश कर रहे हैं। 

वैज्ञानिकों ने जिज्ञासा को प्रोत्साहित किया है, और वर्तमान में कई अध्ययन किए जा रहे हैं। हालांकि, शोधकर्ता इस अजीबोगरीब तारे के आवास और परिवेश को समझने के लिए काम कर रहे हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तारे की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति सेकंड की है। इसके कोर में हीलियम और हाइड्रोजन की मौजूदगी है, जो इसे एक ओ टाइप तारा बनाते हैं। अभी यह कहना जल्‍दबाजी होगी कि अगर यह तारा हमारी आकाशगंगा से टकराता है, तो उसके क्‍या परिणाम होंगे। वैज्ञानिक रिसर्च के बाद ही इस पर कोई पुख्‍ता जानकारी सामने आ सकेगी। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Reliance Jio ने Happy New Year 2026 प्रीपेड प्लान किए लॉन्च, Google Gemini Pro के फायदे मिलेंगे फ्री
#ताज़ा ख़बरें
  1. भारत में क्रिप्टो इनवेस्टमेंट में उत्तर प्रदेश का टॉप रैंक
  2. Redmi Note 15 5G में होगा Snapdragon 6 Gen 3 चिपसेट, 6 जनवरी को लॉन्च
  3. Honor Play 60A आया 5300mAh बैटरी और बड़े डिस्प्ले के साथ, बजट सेगमेंट में हुआ लॉन्च
  4. Vivo S50, S50 Pro Mini 6500mAh बैटरी, 50MP कैमरा और 16GB तक रैम के साथ हुए लॉन्च, जानें कीमत
  5. Maruti Suzuki की EV के लिए बैटरी के लिए लोकल मैन्युफैक्चरिंग की योजना
  6. Lenovo Idea Tab Plus भारत में लॉन्च: 12.1-इंच डिस्प्ले, 10,200mAh बैटरी और पतला डिजाइन, जानें कीमत
  7. Pixel 9 पर Rs 21 हजार से ज्यादा की छूट, स्मार्टवॉच और TWS पर बंपर डील, शुरू हुई Google End of Year Sale
  8. अमेरिका ने  H-1B वीजा के एप्लिकेंट्स के लिए शुरू की सोशल मीडिया स्क्रीनिंग 
  9. Rs 61 में 25 हजार का स्मार्टफोन इंश्योरेंस, डेटा बेनिफिट्स अलग से! Vi ने लॉन्च किए 3 प्लान्स
  10. Apple 2026 की शुरुआत में लॉन्च करेगा iPhone 17e और iPad Mini 8 से लेकर ये नए डिवाइस
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.