अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने बीते साल आर्टेमिस 1 (Artemis 1) मिशन को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में लॉन्च किया। इस मिशन के जरिए ओरियन स्पेसक्राफ्ट (Orion spacecraft) ने चंद्रमा के करीब तक उड़ान भरी। आर्टिमिस 1 मिशन सफल रहा और अब नासा अगले आर्टिमिस मिशन की तैयारियों में जुट गई है। इस मिशन का मकसद इंसान को दोबारा चंद्रमा पर उतारना है। इस बार नासा लंबे वक्त के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजना चाहती है। आर्टेमिस 1 मिशन के साथ किसी अंतरिक्ष यात्री को चंद्रमा के सफर पर नहीं भेजा गया था, लेकिन एक चीज साथ गई थी, जिसका नाम है, स्नूपी (Snoopy)। मिशन पूरा होने के बाद स्नूपी पृथ्वी पर लौट आया है। हम आपको स्नूपी के बारे में बताने जा रहे हैं।
रिपोर्टों के अनुसार,
स्नूपी और नासा का साथ वर्षों पुराना है। स्नूपी, कॉमिक स्ट्रिप 'पीनट्स' का मशहूर और दिल को छू लेने वाला कैरेक्टर है। इसे सबसे पहले साल 1969 में चंद्रमा पर भेजा गया था। तब यह चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला दुनिया का पहला बीगल बना था। करीब 60 साल बाद स्नूपी ने एक बार फिर चंद्रमा के लिए उड़ान भरी और आर्टिमिस 1 मिशन के साथ सफर पर रवाना हुआ।
मिशन के तहत स्नूपी ने ओरियन स्पेसक्राफ्ट पर जीरो ग्रैविटी इंडिकेटर के रूप में काम किया। इसने भी स्पेसक्राफ्ट के साथ चंद्रमा के चारों ओर उड़ान भरी। मिशन के तहत स्नूपी को नासा ने ओरियन क्रू सर्वाइवल सिस्टम सूट पहनाया। नारंगी रंग का यही सूट भविष्य में अंतरिक्ष यात्री भी पहनेंगे, हालांकि उसका साइज बड़ा होगा।
चंद्रमा का सफर करने के बाद धरती पर लौटे स्नूपी की तस्वीरें सामने आई हैं। तस्वीर बताती है कि स्नूपी को उसके कैरी केस में रखने से पहले दुलारा जा रहा है। करीब 25 दिनों की उड़ान के दौरान स्नूपी ने अपना सफर अच्छे से पूरा किया। इसने जीरो-जी-इंडिकेटर के रूप में काम किया। नासा ने यह तरीका रूसी अंतरिक्ष कार्यक्रम से कॉपी किया है। रूसी अंतरिक्ष कार्यक्रमों में जब कोई स्पेसक्राफ्ट माइक्रोग्रैविटी वातावरण में प्रवेश करता है, तो उसके संकेत को धरती तक पहुंचाने के लिए स्नूपी जैसे खिलौनों का इस्तेमाल किया जाता है।
11 दिसंबर को जब स्नूपी चंद्रमा का सफर करके धरती पर लौटा, तो उसके बाद वह ओरियन कैप्सूल के अंदर ही रहा। नासा के इंजीनियरों ने ओरियन का अच्छे से विश्लेषण किया और हाल ही में स्नूपी को भी देखा गया। आर्टिमिस 1 मिशन की सफलता से स्पेस एजेंसी उत्साहित है और साल 2024 से 2025 के बीच आर्टिमिस 2 मिशन को लॉन्च कर सकती है।