NASA के James Webb स्पेस टेलीस्कोप का कारनामा! सौरमंडल के बाहर पहली बार खींची इस गैस की तस्वीर

प्लेनेटरी सिस्टम का नाम HR 8799 है जो कि एक युवा प्लेनेटरी सिस्टम बताया जा रहा है।

विज्ञापन
Written by हेमन्त कुमार, अपडेटेड: 20 मार्च 2025 11:17 IST
ख़ास बातें
  • प्लेनेटरी सिस्टम का नाम HR 8799 है जो कि एक युवा प्लेनेटरी सिस्टम है
  • यह 130 प्रकाशवर्ष दूर स्थित है
  • इसके ग्रहों में कार्बन डाइऑक्साइड प्रचुर मात्रा में पाई जाती है

जेम्स वेब ने खास प्लेनेटरी सिस्टम यानी एक सौर मंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की सीधी इमेज कैप्चर की है।

Photo Credit: NASA

NASA के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (James Webb Space Telescope) ने एक और कारनामा कर दिखाया है। जेम्स वेब ने खास प्लेनेटरी सिस्टम यानी एक सौर मंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की सीधी इमेज कैप्चर की है। इस प्लेनेटरी सिस्टम का नाम HR 8799 है जो कि एक युवा प्लेनेटरी सिस्टम बताया जा रहा है। यह 130 प्रकाशवर्ष दूर स्थित है। यह प्लेनेटरी सिस्टम एक लंबे समय से ग्रहों की बनने की प्रक्रिया को स्टडी करने के लिए एक प्रमुख लक्ष्य बना हुआ था। अब जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने इसके ग्रहों के वायुमंडल को सीधे अपने कैमरा में कैद कर लिया है। क्या हैं इस उपलब्धि के मायने, नासा ने बताया है। 

नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने जिस सौरमंडल (HR 8799) की तस्वीर खींची है इसके ग्रहों में कार्बन डाइऑक्साइड प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। इससे एक बात साबित होती है कि इस सौरमंडल के चार ग्रहों का निर्माण वैसे ही हुआ है जैसे कि हमारे सौरमंडल के ग्रह बृहस्पति और शनि बने हैं। यानी कि इन्होंने प्रोटोप्लेनेटरी डिस्क के भीतर से गैस को आकर्षित किया होगा और धीरे-धीरे ठोस कोर का निर्माण किया होगा। इस प्रक्रिया को कोर अभिवृद्धि (core accretion) कहा जाता है। 

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (James Webb Space Telescope) द्वारा खींची गई इस तस्वीर से एक और परिणाम निकल कर आता है। वो यह कि Webb इमेजिंग के माध्यम से बाहरी ग्रहों के वायुमंडल के रसायन विज्ञान का अनुमान लगा सकता है। यह तकनीक जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप के पावरफुल स्पेक्ट्रोस्कोपिक उपकरणों की पूरक है, जो वायुमंडलीय संरचना का पता लगा सकते हैं।

बाल्टीमोर स्थित जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विलियम बाल्मर ने कहा कि कार्बन डाइऑक्साइड की मजबूत उपस्थिति को देखकर उन्होंने दिखाया है कि इन ग्रहों के वायुमंडल में कार्बन, ऑक्सीजन और आयरन जैसे भारी तत्वों का एक बड़ा हिस्सा मौजूद है। जिस तारे की वे परिक्रमा करते हैं, उसके बारे में हम जो जानते हैं, उससे यह संकेत मिलता है कि संभवतः उनका निर्माण कोर अभिवृद्धि के माध्यम से हुआ है। यह निष्कर्ष इन ग्रहों के लिए बेहद रोमांचक है और हम इन्हें सीधे तौर पर देख सकते हैं। 

Balmer इस स्टडी के मुख्य लेखक हैं, जिन्होंने The Astrophysical Journal में प्रकाशित परिणामों की घोषणा की। बाल्मर और उनकी टीम के विश्लेषण में वेब द्वारा 97 प्रकाश वर्ष दूर स्थित 51 Eridani नामक सिस्टम की ऑब्जर्वेशन भी शामिल है। HR 8799 प्लेनेटरी सिस्टम मात्र 3 करोड़ साल पुराना है। यह हमारे 4.6 अरब साल पुराने सौरमंडल की तुलना में बहुत ज्यादा नया है। इसके ग्रह अभी भी अपने अशांत गठन के चलते भीतर से गर्मी फेंक रहे हैं और लगातार इनफ्रारेड लाइट छोड़ रहे हैं। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. SBI YONO 2.0: GPay, PhonePe को टक्कर देने मैदान में उतरा देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक!
  2. Realme Narzo 90 5G, Narzo 90x 5G भारत में 50MP कैमरा, 7000mAh बैटरी के साथ लॉन्च
#ताज़ा ख़बरें
  1. Huawei Mate 80 सीरीज की जोरदार डिमांड, सात लाख यूनिट्स से ज्यादा की बिक्री
  2. Samsung Galaxy A07 5G के जल्द लॉन्च की तैयारी, Geekbench पर हुई लिस्टिंग
  3. Bitcoin में भारी गिरावट, 86,000 डॉलर से नीचे गया प्राइस
  4. AI+ NovaFlip: फोल्ड होने वाला फोन Rs 40 हजार के अंदर, जानें भारत में कब होगा लॉन्च
  5. चीन-अमेरिका की उड़ेगी नींद! भारत ने तैयार किया देश का पहला स्वदेशी 64-बिट डुअल-कोर माइक्रोप्रोसेसर
  6. Redmi K90 Ultra में हो सकती है 10,000mAh की मेगा बैटरी, स्लिम डिजाइन
  7. Realme 16 Pro सीरीज के लिए डिजाइनर Naoto Fukasawa के साथ हुआ कोलेब्रेशन, भारत के लिए होंगे 2 एक्सक्लूसिव कलर
  8. ट्रैवल कर रहे हैं तो संभल जाइए! फर्जी होटल बुकिंग वेबसाइट के जरिए हुआ बड़ा स्कैम, जानें पूरा मामला
  9. 1,000 करोड़ की ठगी और 111 फर्जी कंपनियां, कैसे CBI ने इस बड़े साइबर फ्रॉड का किया खुलासा, यहां जानें
  10. Realme Narzo 90x 5G vs Poco C85 5G vs Redmi 15C 5G: देखें कौन सा फोन है बेस्ट?
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.