Global Warming: ये छोटा सा कीड़ा दुनिया के महाविनाश का बनेगा कारण! स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा

क्लाइमेट चेंज में दीमक बड़ा कारक बन रहा है। इसके लिए वैज्ञानिकों के दीमकों पर दुनिया के अलग अलग हिस्सों में स्टडी की।

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Written by हेमन्त कुमार, अपडेटेड: 7 जनवरी 2023 14:23 IST
ख़ास बातें
  • बढ़ते तापमान में इन जीवों की संख्या दोगुनी तेजी से बढ़ती है।
  • दीमकों पर ग्लोबल वॉर्मिंग के असर का अध्य्यन किया गया है।
  • दीमकों से धरती का तापमान और ज्यादा बढ़ने में मदद मिल रही है।

वैज्ञानिकों के दीमकों पर दुनिया के अलग अलग हिस्सों में स्टडी की।

Photo Credit: Wikimedia commons

ग्लोबल वार्मिंग आज के समय में दुनिया के लिए सबसे बड़ी चिंता बनी हुई है। धरती का तापमान लगातार बढ़ रहा है जिससे प्राकृतिक आपदाओं ने विकाराल रूप लेना शुरू कर दिया है। वैज्ञानिक लगातार ऐसे तरीके खोज रहे हैं जिससे ग्लोबल वॉर्मिंग को रोका जा सके और क्लाइमेट चेंज को कंट्रोल किया जा सके। इस बीच एक चौंकाने वाली स्टडी सामने आई है जिसमें एक छोटे से जीव को ग्लोबल वॉर्मिंग का बड़ा कारण बताया जा रहा है। इतना ही नहीं, बढ़ते तापमान में इन जीवों की संख्या दोगुनी तेजी से बढ़ती है। क्या है ये स्टडी, और कौन से जीव से है धरती को खतरा, हम आपको पूरी बात बताते हैं। 

मिशिगन यूनिवर्सिटी ने हाल ही में एक स्टडी की थी जिसमें दीमकों पर ग्लोबल वॉर्मिंग के असर का अध्य्यन किया गया था। इस स्टडी में एक चौंकाने वाली बात निकल कर सामने आई कि दीमक बढ़ते तापमान में तेजी से बढ़ती है। यानि कि इनकी संख्या दोगुनी तेजी से बढ़ने लगती है। वहीं, दूसरी ओर दीमक ऐसा जीव है जो लकड़ी को खाता है। इससे एक और खतरा ये भी बताया गया है कि लकड़ी को खाने के समय ऐसी प्रक्रिया होती है जिससे कार्बन डाइऑक्साइड व दूसरी गैसें भी निकलती हैं। यानि कि जो गैस ग्लोबल वार्मिंग का सबसे बड़ा कारण है, उसके उत्सर्जन में दीमक का भी बड़ा योगदान है और यह सीधे-सीधे थरती के तापमान को बढ़ा रहा है। स्टडी को साइंस जर्नल में प्रकाशित किया गया है। 

इसका अर्थ ये निकलता है कि दोनों चीजें एक दूसरे पर सीधा प्रभाव डाल रही हैं। जहां एक ओर बढ़ते तापमान से दीमकों की संख्या बढ़ रही है, वहीं दीमकों से धरती का तापमान और ज्यादा बढ़ने में मदद मिल रही है। यह एक चक्र बन गया है जिसके घातक परिणाम आने के लिए वैज्ञानिक चिंतित हैं। 

दीमक जब खराब लकड़ी (dead wood) को खाता है तो इससे कार्बन डाइऑक्साइड और मिथेन जैसी गैसें निकलती हैं। ये गैसें वायुमंडल में इकट्ठा होकर धरती का तापमान बढ़ाने में सहायक बन रही हैं। स्टडी में सामने आया है कि जब गर्म हालात होते हैं तो दीमक लकड़ी को ज्यादा तेजी से खाने लगते हैं। उदाहरण के लिए कहा गया है कि अगर 10 डिग्री तापमान बढ़ता है तो दीमक 7 गुना ज्यादा तेजी से लकड़ी को खाने लगते हैं जिससे और ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड वायुमंडल में पहुंचने लगती है।

क्लाइमेट चेंज में दीमक बड़ा कारक बन रहा है। इसके लिए वैज्ञानिकों के दीमकों पर दुनिया के अलग अलग हिस्सों में स्टडी की। डेड वूड यानि खराब लकड़ी खाने वाले दीमक कहां कहां पाए जाते हैं और वह किस तेजी से लकड़ी को खाते हैं इसके लिए वैज्ञानिकों ने उत्तरी क्वीन्सलैंड और सवाना के साथ 6 महाद्वीपों के क्षेत्रों की स्टडी की है। 
 

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हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर ...और भी

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