45 हजार आकाशगंगाएं एक फोटो में, जेम्‍स वेब स्‍पेस टेलीस्‍कोप ने किया कमाल! जानें इस तस्‍वीर के बारे में

इस इलाके की तस्‍वीर पहले भी सामने आई है। 30 साल से अंतरिक्ष में मौजूद हबल टेलीस्‍कोप (Hubble telescope) ने पूर्व में इस इलाके को कैमरे में कैद किया था।

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 6 जून 2023 14:03 IST
ख़ास बातें
  • वेब टेलीस्‍कोप ने खींची ब्रह्मांड की अनोखी तस्‍वीर
  • एक फ्रेम में कैद हुईं 45 हजार आकाशगंगाएं
  • आकाशगंगाओं के निर्माण पर मिलेगी अहम जानकारी

JWST एडवांस्ड डीप एक्सट्रैगैलेक्टिक सर्वे प्रोग्राम या JADES के तहत तस्‍वीर खींची गई।

Photo Credit: NASA, ESA

जेम्‍स वेब स्‍पेस टेलीस्‍कोप (James Webb Space Telescope) अंतरिक्ष में तैनात सबसे बड़ी दूरबीन है। इस टेलीस्‍कोप ने ब्रह्मांड की अनदेखी तस्‍वीरों को दुनिया को दिखाया है। टेलीस्‍कोप ने एक और अविश्‍वसनीय इमेज को कैप्‍चर किया है, जिसमें 45 हजार आकाशगंगाएं (galaxies) एक फ्रेम में मौजूद हैं। टेलीस्‍कोप ने जिस एरिया को स्‍कैन किया, उसे गुड्स-साउथ (GOODS-South) कहा जाता है। हालांकि इस इलाके की तस्‍वीर पहले भी सामने आई है। 30 साल से अंतरिक्ष में मौजूद हबल टेलीस्‍कोप (Hubble telescope) ने पूर्व में इस इलाके को कैमरे में कैद किया था।

यूनि‍वर्सिटी ऑफ एरिजोना की रिपोर्ट के अनुसार, JWST एडवांस्ड डीप एक्सट्रैगैलेक्टिक सर्वे प्रोग्राम या JADES के तहत तस्‍वीर खींची गई। प्रोग्राम के तहत 32 दिनों में उन आकाशगंगाओं और तारों को कैमरे में कैद किया जाएगा, जो बहुत दूर स्थित हैं। गौरतलब है कि खगोलव‍िद लंबे वक्‍त से यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि ब्रह्मांड में तारों और आकाशगंगाओं का निर्माण कैसे हुआ। 

यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर मार्सिया रीके ने कहा कि इस सर्वे प्रोग्राम के साथ हम बहुत सारे सवालों के जवाब देना चाहते हैं। जैसे- शुरुआती आकाशगंगाओं को खुद को कैसे असेंबल किया। कितनी तेजी से तारों का निर्माण किया। कुछ आकाशगंगाओं ने तारों का निर्माण क्‍यों बंद कर दिया। JADES टीम ने सैकड़ों ऐसी आकाशगंगाओं की खोज की है जो उस समय मौजूद थीं, जब ब्रह्मांड 6 करोड़ साल से भी कम पुराना था। इन आकाशगंगाओं की संख्या टेलीस्‍कोप के पूर्व में लगाए अनुमानों से कहीं ज्‍यादा है। 
 

क्‍या है जेम्‍स वेब स्‍पेस टेलिस्‍कोप

जेम्‍स वेब स्‍पेस टेलिस्‍कोप अंतरिक्ष में तैनात अबतक का सबसे बड़ा टेलीस्‍कोप है। नासा ने दिसंबर 2021 में इसे लॉन्‍च किया था। जेम्‍स वेब के निर्माण में 10 अरब डॉलर (लगभग 75,330 करोड़ रुपये) की लागत आई है। यह दूरबीन डीप स्‍पेस की कई शानदार तस्‍वीरें दिखा चुकी है। जेम्‍स वेब टेलिस्‍कोप ने अपना काम पिछले साल जून में शुरू किया था, तब तक यह खुद को अंतरिक्ष में सेट कर रहा था। यह टेलिस्‍कोप भविष्‍य में हबल टेलिस्‍कोप को रिप्‍लेस करेगा, जो बीते करीब 30 साल से अंतरिक्ष में है।
 

नासा ने शुरू की आगे की तैयारी 

जेम्‍स वेब टेलिस्‍कोप को अपना काम शुरू किए हुए अभी एक साल ही हुआ है और नासा ने अगले टेलिस्‍कोप की तैयारी शुरू कर दी है। इसे लॉन्‍च करने में करीब 2 दशक यानी 20 साल लग सकते हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने अपने पिछले मिशनों से जो सीखा है, उसी के आधार पर नए टेलिस्‍कोप को तैयार किया जाएगा। 
 

 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Motorola Signature जल्द होगा भारत में लॉन्च, पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरा 
#ताज़ा ख़बरें
  1. Motorola Signature जल्द होगा भारत में लॉन्च, पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरा 
  2. Xiaomi 17 सीरीज जल्द होगी भारत में लॉन्च, BIS पर हुई दो स्मार्टफोन्स की लिस्टिंग
  3. भारत में मजबूत हुआ EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, पेट्रोल पंपों पर लगे 27,000 से ज्यादा चार्जिंग स्टेशंस
  4. NASA की ऐतिहासिक खोज! ब्रह्मांड के पहले तारे हुए कैप्चर, 13 अरब साल पुराना रहस्य आया सामने
  5. iQOO Z11 Turbo में मिलेगा 200 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा, Geekbench पर हुई लिस्टिंग
  6. Samsung CES 2026 में मचाएगा धूम! 6 जनवरी से लॉन्च होंगे कई नए स्पीकर्स, एडवांस ऑडियो फीचर्स भी
  7. 200MP कैमरा वाले Oppo Reno 15 Pro Mini की कीमत आई सामने, जानें सबकुछ
  8. Google Photos अब स्मार्ट टीवी पर भी, जानें क्या है Samsung का प्लान
  9. Poco M8 5G होगा सेगमेंट का सबसे पतला और हल्का फोन! भारत में लॉन्च से पहले कंपनी ने किया टीज
  10. अब पावरबैंक की जरूरत खत्म! Realme ला रहा 10000mAh बैटरी वाला स्मार्टफोन
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.