• होम
  • फ़ोटो
  • सूर्य से 30 गुना बड़ा तारा तोड़ रहा ‘दम'! मौत से पहले ऐसी हो गई हालत, जेम्स वेब टेलिस्‍कोप ने ली तस्‍वीर

सूर्य से 30 गुना बड़ा तारा तोड़ रहा ‘दम'! मौत से पहले ऐसी हो गई हालत, जेम्स वेब टेलिस्‍कोप ने ली तस्‍वीर

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय
  • सूर्य से 30 गुना बड़ा तारा तोड़ रहा ‘दम'! मौत से ठीक पहले ऐसी हो गई हालत, जेम्स वेब ने ली तस्‍वीर
    1/5

    सूर्य से 30 गुना बड़ा तारा तोड़ रहा ‘दम'! मौत से ठीक पहले ऐसी हो गई हालत, जेम्स वेब ने ली तस्‍वीर

    तारा अपने जीवनकाल में तो ब्रह्मांड को रोशन करता ही है, मरते समय भी वह रोशनी बिखेर जाता है। जब किसी तारे में विस्‍फोट होता है, तो वह बहुत अधिक चमकदार हो जाता है। इसे सुपरनोवा कहते हैं। यह एक तारे का अंत होता है, जिसे नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (James Webb Space Telescope) ने अपने कैमरे में कैद किया है। अंतरिक्ष में तैनात दुनिया की सबसे बड़ी दूरबीन जेम्स वेब ने एक विशालकाय तारे के मरने के दिनों की तस्‍वीर ली है। यह बताती है कि अंत‍रिक्ष में होने वाली घटनाएं कितनी शानदार होती हैं।
  • दुर्लभ वुल्फ-रेएट तारा है  ‘WR 124'
    2/5

    दुर्लभ वुल्फ-रेएट तारा है ‘WR 124'

    अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने मंगलवार को ‘WR 124' की इमेज दुनिया को दिखाई। यह एक दुर्लभ वुल्फ-रेएट तारा है और पृथ्वी से लगभग 15 हजार प्रकाश-वर्ष दूर सैजिटेरियस तारामंडल में स्थित है। वुल्फ-रेएट तारे असामान्‍य स्‍पेक्‍ट्रा वाले तारों का एक समूह है। ये अन्‍य सभी प्रकार के तारों से ज्‍यादा गर्म होते हैं। नासा ने कहा है कि यह तस्‍वीर वैज्ञानिकों के लिए काफी उपयोगी साबित होगी।
  • हमारे सूर्य से भी 30 गुना विशाल
    3/5

    हमारे सूर्य से भी 30 गुना विशाल

    अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने ‘WR 124' तारे के बारे में भी बताया है। लिखा है कि यह हमारे सूर्य तुलना में लगभग 30 गुना अधिक विशाल है। सुपरनोवा बनने के क्रम में इसने 10 से ज्‍यादा सौर द्रव्यमान जितनी गैस और धूल को अंतरिक्ष में फेंक दिया है। धूल हमारे ब्रह्मांड में काफी अहम‍ियत रखती है। यह तारों की जगह देती है। ग्रहों के निर्माण के लिए इकट्ठा होती है आदि।
  • क्‍या है जेम्‍स वेब स्‍पेस टेलिस्‍कोप
    4/5

    क्‍या है जेम्‍स वेब स्‍पेस टेलिस्‍कोप

    जेम्‍स वेब स्‍पेस टेलिस्‍कोप अंतरिक्ष में तैनात अबतक का सबसे बड़ा टेलीस्‍कोप है। नासा ने दिसंबर 2021 में इसे लॉन्‍च किया था। जेम्‍स वेब के निर्माण में 10 अरब डॉलर (लगभग 75,330 करोड़ रुपये) की लागत आई है। यह दूरबीन डीप स्‍पेस की कई शानदार तस्‍वीरें दिखा चुकी है। जेम्‍स वेब टेलिस्‍कोप ने अपना काम पिछले साल जून में शुरू किया था, तब तक यह खुद को अंतरिक्ष में सेट कर रहा था। यह टेलिस्‍कोप भविष्‍य में हबल टेलिस्‍कोप को रिप्‍लेस करेगा, जो बीते करीब 30 साल से अंतरिक्ष में है।
  • अगले टेल‍िस्‍कोप की तैयारी भी शुरू
    5/5

    अगले टेल‍िस्‍कोप की तैयारी भी शुरू

    खास बात है कि जेम्‍स वेब टेलिस्‍कोप को अपना काम शुरू किए हुए अभी एक साल भी नहीं हुआ है और नासा ने अगले टेलिस्‍कोप की तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि इसे लॉन्‍च करने में करीब 2 दशक यानी 20 साल लग सकते हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने अपने पिछले मिशनों से जो सीखा है, उसी के आधार पर नए टेलिस्‍कोप को तैयार किया जाएगा। जेम्‍स वेब के सर्विस में रहते ही नया टेलिस्‍कोप लॉन्‍च कर दिया जाएगा। तस्‍वीरें, नासा से
Comments

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »